Mukesh Ambani vs Jeff Bezos: मुकेश अंबानी के सामने जेफ बेजोस का ‘जोश’ पड़ा ठंडा, मैदान छोड़कर भागने का प्लान h3>
नई दिल्ली: दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी ऐमजॉन (Amazon) आईपीएल (IPL) मैचों के स्ट्रीमिंग राइट्स लेने की होड़ से हटने की योजना बना रही है। इस रेस में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंस्ट्रीज (Reliance Industries) और वॉल्ट डिज्नी (Walt Disney) शामिल हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ऐमजॉन इस रेस से हटने की योजना बना रही है। कंपनी पहले ही भारत में छह अरब डॉलर से अधिक का निवेश कर चुकी है और उसे लगता है कि ऑनलाइन स्ट्रीमिंग राइट्स के लिए इतनी बड़ी राशि खर्च करने का कोई तुक नहीं है।
बीसीसीआई ने अप्रैल में IPL के सीजन 2023-2027 के मीडिया राइट्स के लिए टेंडर जारी किए थे। मीडिया राइट्स के लिए ई-नीलामी 12 जून से शुरू होनी है। माना जा रहा है कि इसके लिए आईपीएल को 7.7 अरब डॉलर की भारीभरकम राशि मिल सकती है। इस बारे में ऐमजॉन के प्रतिनिधियों ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। ऐमजॉन के हटने से अब रिलायंस, डिज्नी और सोनी ग्रुप कॉर्प (Sony Group Corp.) ही होड़ में रह गई हैं।
क्या है अहमियत
साल 2020 में Duff & Phelps ने आईपीएल की वैल्यू 5.9 अरब डॉलर आंकी थी। अब इसकी वैल्यू इससे 25 फीसदी अधिक हो सकती है। बीसीसीआई के अनुमान के मुताबिक आईपीएल की वैल्यू सात अरब डॉलर है।आईपीएल में दस टीमें खेलती हैं और इसके मैच हर साल अप्रैल-मई में खेले जाते हैं। बीसीसीआई के मुताबिक आईपीएल देखने वाले दर्शकों की संख्या 50 करोड़ से अधिक है।
क्रिकेट की लाइव स्ट्रीमिंग भारत में तेजी से पॉपुलर हो रही है। ये देश के 1.4 अरब लोगों तक पहुंचने का एक प्रभावी तरीका बन गया है। IPL भारत में साल का सबसे बड़ा व्यूअरशिप इवेंट है। ऐसे में जो भी लाइव स्ट्रीमिंग के राइट्स जीतेगा उसे पांच साल तक हर साल लगातार 6 हफ्तों के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस रीच मिलेगी। बीसीसीआई पहली बार टेलीविजन पर मैचों के प्रसारण और उन्हें ऑनलाइन स्ट्रीम करने के अधिकार अलग-अलग बेच रहा है।
रिलायंस-ऐमजॉन में पहले से तनातनी
एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रईस जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की ऐमजॉन के बीच फ्यूचर ग्रुप (Future Group) को लेकर तनातनी चल रही है। दरअसल यह लड़ाई भारत के ई-कॉमर्स बाजार में दबदबे को लेकर है। रिलायंस ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल कारोबार को खरीदने के लिए 2020 में एक डील की थी लेकिन ऐमजॉन ने उसमें अड़ंगा डाल दिया। यह मामला कई अदालतों में चल रहा है और रिलायंस अब इस डील से पल्ला झाड़ चुकी है।
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क्या है अहमियत
साल 2020 में Duff & Phelps ने आईपीएल की वैल्यू 5.9 अरब डॉलर आंकी थी। अब इसकी वैल्यू इससे 25 फीसदी अधिक हो सकती है। बीसीसीआई के अनुमान के मुताबिक आईपीएल की वैल्यू सात अरब डॉलर है।आईपीएल में दस टीमें खेलती हैं और इसके मैच हर साल अप्रैल-मई में खेले जाते हैं। बीसीसीआई के मुताबिक आईपीएल देखने वाले दर्शकों की संख्या 50 करोड़ से अधिक है।
क्रिकेट की लाइव स्ट्रीमिंग भारत में तेजी से पॉपुलर हो रही है। ये देश के 1.4 अरब लोगों तक पहुंचने का एक प्रभावी तरीका बन गया है। IPL भारत में साल का सबसे बड़ा व्यूअरशिप इवेंट है। ऐसे में जो भी लाइव स्ट्रीमिंग के राइट्स जीतेगा उसे पांच साल तक हर साल लगातार 6 हफ्तों के लिए ज्यादा से ज्यादा ऑडियंस रीच मिलेगी। बीसीसीआई पहली बार टेलीविजन पर मैचों के प्रसारण और उन्हें ऑनलाइन स्ट्रीम करने के अधिकार अलग-अलग बेच रहा है।
रिलायंस-ऐमजॉन में पहले से तनातनी
एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) और दुनिया के दूसरे सबसे बड़े रईस जेफ बेजोस (Jeff Bezos) की ऐमजॉन के बीच फ्यूचर ग्रुप (Future Group) को लेकर तनातनी चल रही है। दरअसल यह लड़ाई भारत के ई-कॉमर्स बाजार में दबदबे को लेकर है। रिलायंस ने फ्यूचर ग्रुप के रिटेल कारोबार को खरीदने के लिए 2020 में एक डील की थी लेकिन ऐमजॉन ने उसमें अड़ंगा डाल दिया। यह मामला कई अदालतों में चल रहा है और रिलायंस अब इस डील से पल्ला झाड़ चुकी है।
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