खान-पान और सोने व उठने का समय निर्धारित करें: डायटीशियन रक्षा गोयल | You will always be able to stay fit with a good diet at the right time | Patrika News h3>
प्रश्न: किस तरह के रिसर्च आप कर रही हैं? उत्तर: कुछ पेपर्स पब्लिश किए हैं। ये लाइफ-डाइट से रिलेटेड हैं। रिसर्च में पता चला है कि मोटे लोगों में भी कई बीमारियां देखी गईं। फूड लेवल रीडिंग हैबिट पर रिसर्च की थी। इसमें देखा कि लोग पैकेजिंग फूड में कभी न्युट्रिशियन वैल्यू नहीं देखते। इंदौर के 90 लोगों पर की गई रिसर्च में सामने आया कि लोग डाइट को लेकर अवेयर नहीं हैं।
प्रश्न: पत्रिका के पाठकों केलिए कोई मैसेज? उत्तर: मैं एक मां और एक डॉक्टर होने के नाते सभी महिलाओं से यही कहना चाहती हूं कि पोस्ट वेडिंग और बेबी होने के बाद जो भी समस्याओं से आप गुजरती हैं, उस दौरान भी अपनी डाइट का ध्यान रखें और ओवर स्ट्रेस कभी न हो। खुद को प्रायोरिटी दें और आधा घंटा रोजाना वर्कआउट करें।
इस दौरान परिवार का सपोर्ट किसी भी महिला के लिए बहुत जरूरी होता है। क्योंकि महिलाएं तमाम तरह के फेज से गुजरती हैं, फिर चाहे वो मेन्सेस का टाइम हो, प्रेग्नेंसी और मेनोपोज का टाइम हो। ऐसे तमाम फेज किसी पुरुष की लाइफ में नहींहोते, इसलिए महिलाओं को हर तरह से सपोर्ट करें।
प्रश्न: लोगों की लाइफ स्टाइल किस तरह बिगड़ रही है? कैसे सुधार किया जा सकता है? उत्तर: स्वास्थ संबंधी बीमारियों के बढ़ने की वजह बिगड़ती लाइफ स्टाइल और बिगड़ता खान-पान है। सबसे ज्यादा जरूरी है डाइट पर फोकस करना। इसके लिए केवल आपको सुबह अपनी डाइट का एक चार्ट तैयार करना है कि हमें कब क्या खाना है और कितने बजे खाना है और उसी को रोजाना फॉलो करें, क्योंकि हमारा रोजाना का शेड्यूल अलग होता है।
हेल्थ केयर सेक्शन से जुड़कर मैं महिलाओं की हेल्थपर फोकस कर रही हूं, क्योंकि महिलाओं में इनफर्टिलिटी, पीसीओएस, थायराइड जैसे केस देखने को मिल रहे हैं। भले इलाजहो जाता है, लेकिन इसका कारण स्ट्रेस और बिगड़ती लाइफ स्टाइल है। तनाव के कारण ही हार्मोंस बहुत जल्दी इफेक्ट होते हैं। इसलिएतनाव बिल्कुल न लें।
प्रश्न: समाजसेवा में किस तरह का काम कर रही हैं? उत्तर: मैं अनंत अमन सोशल वेलफेयर सोसायटी से जुड़ी हूं। संस्था के साथ हम हेल्थ कैंप करते हैं। एक बार हमने मेनोपोज अवेयरनेस कैंप किया था। इसमें हमने महिलाओं को अवेयर किया था कि ये क्या होता है और उसके सिम्टम्स क्या हैं। आजकल महिलाओं में 35 प्लस में भी मेनोपोज आ रहा है, जबकि पहले 50 प्लस के बाद आता था। इसकी वजह भी स्ट्रेस ही है।
एक समाजसेवी होने के नाते लगातार कुछ जरूरी कैंप लगाना है। खासतौर पर ब्लड डोनेशन कैंप पर हम फोकस करने वाले हैं। लोगों की भ्रांतियां दूर करना है। लोगों को अवेयर करना मेरा मकसद है।
– रक्षा गोयल, डायटीशियन
पूरा इंटरव्यू देखें आज शाम 5 बजे पत्रिका के फेसबुक पेज
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प्रश्न: किस तरह के रिसर्च आप कर रही हैं? उत्तर: कुछ पेपर्स पब्लिश किए हैं। ये लाइफ-डाइट से रिलेटेड हैं। रिसर्च में पता चला है कि मोटे लोगों में भी कई बीमारियां देखी गईं। फूड लेवल रीडिंग हैबिट पर रिसर्च की थी। इसमें देखा कि लोग पैकेजिंग फूड में कभी न्युट्रिशियन वैल्यू नहीं देखते। इंदौर के 90 लोगों पर की गई रिसर्च में सामने आया कि लोग डाइट को लेकर अवेयर नहीं हैं।
प्रश्न: पत्रिका के पाठकों केलिए कोई मैसेज? उत्तर: मैं एक मां और एक डॉक्टर होने के नाते सभी महिलाओं से यही कहना चाहती हूं कि पोस्ट वेडिंग और बेबी होने के बाद जो भी समस्याओं से आप गुजरती हैं, उस दौरान भी अपनी डाइट का ध्यान रखें और ओवर स्ट्रेस कभी न हो। खुद को प्रायोरिटी दें और आधा घंटा रोजाना वर्कआउट करें।
इस दौरान परिवार का सपोर्ट किसी भी महिला के लिए बहुत जरूरी होता है। क्योंकि महिलाएं तमाम तरह के फेज से गुजरती हैं, फिर चाहे वो मेन्सेस का टाइम हो, प्रेग्नेंसी और मेनोपोज का टाइम हो। ऐसे तमाम फेज किसी पुरुष की लाइफ में नहींहोते, इसलिए महिलाओं को हर तरह से सपोर्ट करें।
प्रश्न: लोगों की लाइफ स्टाइल किस तरह बिगड़ रही है? कैसे सुधार किया जा सकता है? उत्तर: स्वास्थ संबंधी बीमारियों के बढ़ने की वजह बिगड़ती लाइफ स्टाइल और बिगड़ता खान-पान है। सबसे ज्यादा जरूरी है डाइट पर फोकस करना। इसके लिए केवल आपको सुबह अपनी डाइट का एक चार्ट तैयार करना है कि हमें कब क्या खाना है और कितने बजे खाना है और उसी को रोजाना फॉलो करें, क्योंकि हमारा रोजाना का शेड्यूल अलग होता है।
हेल्थ केयर सेक्शन से जुड़कर मैं महिलाओं की हेल्थपर फोकस कर रही हूं, क्योंकि महिलाओं में इनफर्टिलिटी, पीसीओएस, थायराइड जैसे केस देखने को मिल रहे हैं। भले इलाजहो जाता है, लेकिन इसका कारण स्ट्रेस और बिगड़ती लाइफ स्टाइल है। तनाव के कारण ही हार्मोंस बहुत जल्दी इफेक्ट होते हैं। इसलिएतनाव बिल्कुल न लें।
प्रश्न: समाजसेवा में किस तरह का काम कर रही हैं? उत्तर: मैं अनंत अमन सोशल वेलफेयर सोसायटी से जुड़ी हूं। संस्था के साथ हम हेल्थ कैंप करते हैं। एक बार हमने मेनोपोज अवेयरनेस कैंप किया था। इसमें हमने महिलाओं को अवेयर किया था कि ये क्या होता है और उसके सिम्टम्स क्या हैं। आजकल महिलाओं में 35 प्लस में भी मेनोपोज आ रहा है, जबकि पहले 50 प्लस के बाद आता था। इसकी वजह भी स्ट्रेस ही है।
– रक्षा गोयल, डायटीशियन
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