Mukhtar Abbas Naqvi: तो भाजपा के पुराने मुस्लिम चेहरे मुख्तार अब्बास नकवी का क्या होगा राजनैतिक भविष्य?

112
Mukhtar Abbas Naqvi: तो भाजपा के पुराने मुस्लिम चेहरे मुख्तार अब्बास नकवी का क्या होगा राजनैतिक भविष्य?

Mukhtar Abbas Naqvi: तो भाजपा के पुराने मुस्लिम चेहरे मुख्तार अब्बास नकवी का क्या होगा राजनैतिक भविष्य?

लखनऊ: राज्यसभा चुनावों में इस बार भारतीय जनता पार्टी से एक नाम खासा चर्चा में बना हुआ है। ये हैं अटल के जमाने से पार्टी का मुस्लिम चेहरा माने जाने मुख्तार अब्बास नकवी। पहली बार रामपुर से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे और अटल सरकार में केंद्रीय मंत्री बने। इसके बाद से मुख्तार अब्बास नकवी तीन बार राज्यसभा भेजे गए। लेकिन इस बार कहानी बदल चुकी है। मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी 2016 में झारखंड से राज्यसभा सदस्य चुने गए थे, पर इस बार पार्टी ने उन्हें राज्यसभा नहीं भेजा है। राज्यसभा से पत्ता कटा तो माना जा रहा था कि रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए पार्टी मुख्तार अब्बास नकवी को प्रत्याशी बना सकती है, मगर ऐसा नहीं हुआ। लेकिन भाजपा ने पूर्व एमएलसी घनश्याम लोधी को टिकट दे दिया। पार्टी के इस फैसले के बाद चर्चाएं तेज हैं कि मुख्तार अब्बास नकवी का भविष्य क्या होगा?

मुख्तार अब्बास नकवी भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और मौजूदा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री हैं। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1957 को इलाहबाद (प्रयागराज) में हुआ था। मुख्तार अब्बास नकवी ने सीमा नकवी से शादी की, जो एक हिंदू महिला हैं। 1975 में आपातकाल के दौरान मुख्तार अब्बास नकवी केवल 17 साल की उम्र में जेल गए थे। मुख्तार अब्बास नकवी ने 1991 और 1993 में विधानसभा का चुनाव लड़ा। मुख्तार अब्बास नकवी ने 1980 में ही स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर अयोध्या से लोकसभा चुनाव लड़ा। लेकिन पहली बार 1998 में उत्तर प्रदेश के रामपुर से लोकसभा के चुनाव जीता और केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मुख्तार अब्बास नकवी सूचना और प्रसारण मंत्री बनाए गए।
BJP Rajya Sabha List: बीजेपी की लिस्ट से मुख्तार अब्बास नकवी ‘गायब’, तो जल्द मोदी मंत्रिमंडल में होगा फेरबदल?
मुख्तार अब्बास नकवी 2002, 2010 और 2016 में राज्यसभा से चुने गए। वो संसदीय कमेटी के सदस्य रहे और कई संसदीय कमेटी के दल को विदेश भी लेकर गए हैं। मुख्तार अब्बास नकवी बीजेपी में कई बड़े पदों पर भी रहे हैं।
संसद में नहीं होगा बीजेपी की ओर से कोई मुस्लिम सांसद! लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी सफाया
दरअसल अगले महीने 7 जुलाई को मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इस बार भी माना जा रहा था कि झारखंड से मुख्तार को बीजेपी दोबारा राज्यसभा भेज सकती है लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नकवी पार्टी ने इस बार राज्यसभा जाने वाले नेताओं की लिस्ट से ही बाहर कर दिया। ऐसे में अब उनके मंत्री पद पर संकट खड़ा हो गया है। हालांकि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164 (4) के मुताबिक कोई भी व्यक्ति जो किसी भी सदन का सदस्य ना हो, वह अधिकतम छह महीने तक सरकार में मंत्री पद पर रह सकता है। अब देखना ये होगा कि पार्टी उनके इस्तीफे के बाद उनके भविष्य को लेकर क्या फैसला लेती है? ऐसे में उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि वो 6 महीने तक मंत्री पद पर बने रह सकते हैं।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News