नीतीश-ललन की सियासी चाल से चित हुए बिहार JDU के नेता, खीरू महतो को राज्यसभा भेज कइयों को दिया संकेत h3>
रांची/पटना : झारखंड जेडीयू के अध्यक्ष खीरू महतो को पार्टी ने बिहार से राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। केंद्रीय मंत्री आरसीपी की जगह खीरू महतो को उम्मीदवार बनाया गया है। झारखंड में जेडीयू के एक भी विधायक नहीं हैं। पिछले वर्ष सितंबर महीने में खीरू महतो को झारखंड का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर उन्हें एक महत्वपूर्ण जिम्मेवारी सौंपी थी। अब खीरू महतो को पार्टी की ओर से एक और बड़ा तोहफा मिला है।
झारखंड जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो सिर्फ वर्ष 2005 में ही मांडू से चुनाव जीत पाये, लेकिन इसके बावजूद जेडीयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार और ललन सिंह की निकटता की वजह से ही खीरू महतो को पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। खीरू महतो को विगत 14 सितंबर 2021 को उस वक्त संगठन की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी, तब झारखंड में पार्टी संगठन पूरी तरह से छिन्न-भिन्न हो चुका था, जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू खुद लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हार चुके थे, संगठन के कार्यकर्ता निरूत्साहित थे, उसी वक्त नीतीश कुमार के करीबी और विश्वासी रहे खीरू महतो को प्रदेश संगठन की जिम्मेवारी सौंपी गयी।
एक तीर से दो निशाना
जेडीयू केंद्रीय नेतृत्व ने खीरू महतो को बिहार से राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर एक तीर से दो निशाना साधा है। एक ओर जहां टिकट चाहने वाले बिहार जेडीयू के तमाम नेताओं की दावेदारी को आसानी से निपटा दिया गया, वहीं खीरू महतो को राज्यसभा से उम्मीदवार बनाकर पार्टी की ओर से यह संकेत दिया गया है कि आने वाले समय में झारखंड में भी संगठन को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा। राज्यसभा में जाने के बाद खीरू महतो को एक नयी शक्ति मिलेगी, इससे संगठन के कार्यकर्ताओं का भी उत्साह बढ़ेगा और राज्यभर में जेडीयू को फिर से खड़ा करने की कार्य योजना तैयार की गयी है।
खीरू महतो ने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति जताया आभार
इधर, राज्यसभा चुनाव के लिए बिहार से उम्मीदवार बनाये जाने पर खीरू महतो ने पार्टी नेतृत्व के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता झारखंड में को एक बार फिर से खड़ा करने की दिशा में है। इस दिशा में वे पिछले सात-आठ महीने से काम कर रहे हैं और अब केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले से संगठन के कार्यकर्ताओं को नयी ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि जेडीयू नेतृत्व के इस फैसले से यह साफ हो जाता है कि पार्टी में एक साधारण कार्यकर्ता का भी काफी महत्व होता है और इस फैसले से कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा।
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एक तीर से दो निशाना
जेडीयू केंद्रीय नेतृत्व ने खीरू महतो को बिहार से राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाकर एक तीर से दो निशाना साधा है। एक ओर जहां टिकट चाहने वाले बिहार जेडीयू के तमाम नेताओं की दावेदारी को आसानी से निपटा दिया गया, वहीं खीरू महतो को राज्यसभा से उम्मीदवार बनाकर पार्टी की ओर से यह संकेत दिया गया है कि आने वाले समय में झारखंड में भी संगठन को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा। राज्यसभा में जाने के बाद खीरू महतो को एक नयी शक्ति मिलेगी, इससे संगठन के कार्यकर्ताओं का भी उत्साह बढ़ेगा और राज्यभर में जेडीयू को फिर से खड़ा करने की कार्य योजना तैयार की गयी है।
खीरू महतो ने केंद्रीय नेतृत्व के प्रति जताया आभार
इधर, राज्यसभा चुनाव के लिए बिहार से उम्मीदवार बनाये जाने पर खीरू महतो ने पार्टी नेतृत्व के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता झारखंड में को एक बार फिर से खड़ा करने की दिशा में है। इस दिशा में वे पिछले सात-आठ महीने से काम कर रहे हैं और अब केंद्रीय नेतृत्व के इस फैसले से संगठन के कार्यकर्ताओं को नयी ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि जेडीयू नेतृत्व के इस फैसले से यह साफ हो जाता है कि पार्टी में एक साधारण कार्यकर्ता का भी काफी महत्व होता है और इस फैसले से कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा।