गुना-इंदौर हाइवे पर नई दिल्ली के नाम से वसूल रहे टोल-टैक्स | Toll-tax on Guna-Indore Highway in the name of New Delhi | Patrika News h3>
ये है टोल टैक्स
राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल वसूले जाने में गंभीर लापरवाही सामने आई है। देवास के पास स्थित छपरा टोल नाके पर टोल भुगतान के बाद वाहन चालकों के मोबाइल पर नई दिल्ली के संदेश आ रहे हैं। जानकारों की माने तो टोल वसूले जाने के बाद आने वाला यह संदेश किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े अधिकारियों को इसकी जानकारी भी नहीं है।
कभी आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से पहचाने जाने वाले एनएच 3 हाइवे का कुछ साल पहले कायाकल्प किया था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा बनाई फोरलेन की आधुनिक सड़क पर कई स्थानों पर नियमित अंतराल के बाद टोल प्लाजा बनाए गए हैं। गुना से इंदौर के बीच ही इस हाईवे पर लगभग पांच स्थानों पर टोल वसूला जाता है। बताते हैं कि पहले इन टोल प्लाजा पर वाहन चालकों को टोल भुगतान के लिए नकद राशि देना पड़ती थी, लेकिन हाल ही में फास्ट टैग पॉलिसी आने के बाद अब फास्ट टैग के माध्यम से वाहन चालक टोल का भुगतान करते हैं। वाहन चालको ने बताया कि टोल प्लाजा क्रॉस करने के साथ ही ऑटोमेटिक सिस्टम से टोल का भुगतान हो जाता है और संदेश मोबाइल पर भी आ जाता है।
ये बोले जिम्मेेदार
ब्यावरा और देवास के बीच लगभग 141 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो टोल प्लाजा है। इनमें एक टोल प्लाजा देवास के पास छपरा में स्थित है। वाहन चालकों ने बताया कि जैसे ही छपरा टोल प्लाजा पर टोल का भुगतान होता है तो वाहन चालकों के मोबाइल पर छपरा नई दिल्ली का संदेश आता है। जानकारों की माने तो टोल भुगतान के बाद नई दिल्ली का संदेश आना किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। किसान कांग्रेस के प्रांतीय महासचिव शिवराज ओझा की माने तो टोल वसूली का काम निजी कंपनी के हाथों में है। इसलिए हो सकता है कि नई दिल्ली के नाम से आने वाला समूचा टोल कर्मचारियों की जेब में ही जा रहा हो।
छपरा टोल प्लाजा पर टोल भुगतान के बाद नई दिल्ली का संदेश आ रहा है। यह किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। टोल प्लाजा के भुगतान की बारीकी से जांच होना चाहिए। हो सकता है कि टोल की राशि सरकारी खजाने के स्थान पर अन्य कहीं पर जा रही हो।
-शिवराज ओझा, महासचिव किसान कांग्रेस भोपाल
टोल प्लाजा पर संबंधित टोल के नाम पर ही भुगतान होता है। देवास के पास स्थित छपरा टोल प्लाजा पर भुगतान के बाद आने वाले नई दिल्ली के मैसेज के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से जानकारी लेंगें।
-मनीष असाती, प्रबंधक एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआइ
यह भी पढ़ें : शिकारियों का एनकाउंटर किया लेकिन 15 दिन बाद भी नहीं मिले काले हिरण के धड़
देवास के पास स्थित छपरा टोल प्लाजा पर छपरा टोल का ही संदेश आना चाहिए। यदि नई दिल्ली के मैसेज आ रहे हैं तो हम दिखवाते हैं। साथ ही वाहन चालकों को भी संबंधित टोल पर शिकायत करना चाहिए। यदि प्रोग्रामिंग या सिस्टम में अन्य कोई खामी है तो उसे भी जल्द दुरुस्त कराया जाएगा।
-सचिन कुमार, अधिकारी टोल फ्री
ये है टोल टैक्स
राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल वसूले जाने में गंभीर लापरवाही सामने आई है। देवास के पास स्थित छपरा टोल नाके पर टोल भुगतान के बाद वाहन चालकों के मोबाइल पर नई दिल्ली के संदेश आ रहे हैं। जानकारों की माने तो टोल वसूले जाने के बाद आने वाला यह संदेश किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। जबकि राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े अधिकारियों को इसकी जानकारी भी नहीं है।
कभी आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से पहचाने जाने वाले एनएच 3 हाइवे का कुछ साल पहले कायाकल्प किया था। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा बनाई फोरलेन की आधुनिक सड़क पर कई स्थानों पर नियमित अंतराल के बाद टोल प्लाजा बनाए गए हैं। गुना से इंदौर के बीच ही इस हाईवे पर लगभग पांच स्थानों पर टोल वसूला जाता है। बताते हैं कि पहले इन टोल प्लाजा पर वाहन चालकों को टोल भुगतान के लिए नकद राशि देना पड़ती थी, लेकिन हाल ही में फास्ट टैग पॉलिसी आने के बाद अब फास्ट टैग के माध्यम से वाहन चालक टोल का भुगतान करते हैं। वाहन चालको ने बताया कि टोल प्लाजा क्रॉस करने के साथ ही ऑटोमेटिक सिस्टम से टोल का भुगतान हो जाता है और संदेश मोबाइल पर भी आ जाता है।
ये बोले जिम्मेेदार
ब्यावरा और देवास के बीच लगभग 141 किमी लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो टोल प्लाजा है। इनमें एक टोल प्लाजा देवास के पास छपरा में स्थित है। वाहन चालकों ने बताया कि जैसे ही छपरा टोल प्लाजा पर टोल का भुगतान होता है तो वाहन चालकों के मोबाइल पर छपरा नई दिल्ली का संदेश आता है। जानकारों की माने तो टोल भुगतान के बाद नई दिल्ली का संदेश आना किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। किसान कांग्रेस के प्रांतीय महासचिव शिवराज ओझा की माने तो टोल वसूली का काम निजी कंपनी के हाथों में है। इसलिए हो सकता है कि नई दिल्ली के नाम से आने वाला समूचा टोल कर्मचारियों की जेब में ही जा रहा हो।
छपरा टोल प्लाजा पर टोल भुगतान के बाद नई दिल्ली का संदेश आ रहा है। यह किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है। टोल प्लाजा के भुगतान की बारीकी से जांच होना चाहिए। हो सकता है कि टोल की राशि सरकारी खजाने के स्थान पर अन्य कहीं पर जा रही हो।
-शिवराज ओझा, महासचिव किसान कांग्रेस भोपाल
टोल प्लाजा पर संबंधित टोल के नाम पर ही भुगतान होता है। देवास के पास स्थित छपरा टोल प्लाजा पर भुगतान के बाद आने वाले नई दिल्ली के मैसेज के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से जानकारी लेंगें।
-मनीष असाती, प्रबंधक एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआइ
यह भी पढ़ें : शिकारियों का एनकाउंटर किया लेकिन 15 दिन बाद भी नहीं मिले काले हिरण के धड़
देवास के पास स्थित छपरा टोल प्लाजा पर छपरा टोल का ही संदेश आना चाहिए। यदि नई दिल्ली के मैसेज आ रहे हैं तो हम दिखवाते हैं। साथ ही वाहन चालकों को भी संबंधित टोल पर शिकायत करना चाहिए। यदि प्रोग्रामिंग या सिस्टम में अन्य कोई खामी है तो उसे भी जल्द दुरुस्त कराया जाएगा।
-सचिन कुमार, अधिकारी टोल फ्री