118 साल पुराना बर्न कम्पनी के मैनेजर का बंगला गिराया | Atikraman News Jabalpur | Patrika News h3>
सिविल लाइंस में जिला प्रशासन की कार्रवाई : अरबों की शासकीय सम्पत्ति कब्जा मुक्त
जबलपुर। सिविल लाइंस थाने के सामने करीब नौ एकड़ शासकीय जमीन को जिला प्रशासन ने शनिवार को कब्जा मुक्त कराया। एक अरब 72 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत वाली इस भूमि पर स्थाई और अस्थाई अवैध निर्माण भी तोड़े गए। इसमें लगभग 118 साल पुराना बर्न कम्पनी के मैनेजर का विशालकाय खपरैल वाला बंगला भी शामिल था। इसमें एक टेंट संचालक का कब्जा था।
रांझी तहसील के अंतर्गत ब्लाक नम्बर 23, प्लॉट नम्बर 1 व 2 की भूमि पर लम्बे समय से अतिक्रमण थे। अपर कलेक्टर नम: शिवाय अरजरिया के अनुसार ब्रिटिशकाल की बर्न कंपनी की यह भूमि शासन की हो गई थी। इस भूमि को लेकर शासन और समदडिय़ा ग्रुप के बीच कानूनी विवाद चल रहा था। मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया, जहां सर्वोच्च न्यायालय ने शासन के पक्ष में फैसला दिया। इसलिए इस जमीन पर जो भी अतिक्रमण हैं, उन्हें हटाया जा रहा है।
वर्कशॉप, ठेले-टपरे
पुराने आरटीओ ऑफिस के पीछे शासकीय भूमि पर हुए अतिक्रमणों को पुलिस और नगर निगम के सहयोग से हटाया गया। कई साल पहले अतिक्रमण कर बनाए गए निर्माणों को जेसीबी से ध्वस्त किया गया। अपर कलेक्टर ने बताया कि भूमि पर अवैध मैरिज लॉन तक संचालित किया जा रहा था। एक वर्कशॉप भी बना था। इसके अलावा 20 से अधिक ठेले-टपरे लगे थे। यहां के पुराने बंगले में एक टेंट हाउस चल रहा था। प्रशासन के अनुसार कब्जाधारी मनोज झारिया पर कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान तहसीलदार रांझी श्याम नंदन चंदेले एवं तहसीलदार आधारताल राजेश ङ्क्षसह मौजूद थे।
राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के कब्जे
इस जमीन पर जो कब्जे मिले, उनमें कुछ बर्न कंपनी के समय के हैं। यहां सर्वेन्ट क्वार्टर बने थे। कुछ लोग काफी समय से यहां रह रहे थे। बताया जाता है कि राजनीतिक दलों के कुछ पदाधिकारियों ने भी यहां कब्जा कर रखा था। वे इन मकानों को कार्यालय की तरह इस्तेमाल कर रहे थे।
बनेगा कमिश्नर कार्यालय- अपर कलेक्टर नम: शिवाय अरजरिया के अनुसार सिविल लाइंस स्थित इस भूमि पर पुनर्घनत्वीकरण योजना के तहत कमिश्नर कार्यालय तथा प्रशासनिक अधिकारियों के आवास बनाए जाने हैं।
हिस्ट्रीशीटर रज्जाक ने रास्ते की जमीन पर बनाई थी स्कूल की बाउंड्रीवॉल, प्रशासन ने किया ध्वस्त
रास्ते की जमीन पर कब्जा कर बनाई गई स्कूल की बाउंड्रीवॉल को जिला प्रशासन ने शनिवार को गिरा दिया। पनागर तहसील के खजरी गांव में लिटिल चैम्प नाम के स्कूल का संचालन अब्दुल वहीद एजुकेशन वेलफेयर सोसाइटी करती है। यह सोसायटी हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के पिता अब्दुल वहीद के नाम पर है। स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा रही है।
अपर कलेक्टर एवं माफिया विरोधी अभियान के नोडल अधिकारी नम:शिवाय अरजरिया ने बताया कि कार्रवाई में जेसीबी की सहायता से अतिक्रमण हटाया गया। लिटिल चैम्प स्कूल प्रबंधन ने खजरी में खसरा नम्बर 89 की मध्यप्रदेश शासन की रास्ता मद की करीब सवा सौ वर्गफीट भूमि (25 गुना 5) पर कब्जा कर बाउंड्रीवाल एवं गार्ड रूम बनाया था। इन दोनों अवैध निर्माण को जेसीबी से ढहाया गया। इस दौरान तहसीलदार मुनव्वर खान, राजस्व निरीक्षक दामोदर दुबे, पटवारी पुष्पेंद्र मिश्र, अर्चना ङ्क्षसह व पुलिस बल मौजूद था।
रास्ते की जमीन से हटाया कब्ज
रांझी तहसील के अंतर्गत तिलहरी गांव में अनंतारा कॉलोनी में पवन जायसवाल की ओर से बंगला नम्बर 60 से लगी सार्वजनिक मार्ग की भूमि पर किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। खसरा नम्बर 267/1 की इस भूमि पर अवैध तरीके से 10 मीटर ऊंची दीवार बनाकर जाली लगाकर अतिक्रमण किया गया था।