Shivling In Gyanvapi Masjid: ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग मिलने का दावा.. नंदी से कितनी दूरी? कैसा दिखता है, जानिए सबकुछ h3>
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष ने वजू करने वाली जगह पर शिवलिंग (Shivling In Gyanvapi Masjid) मिलने का दावा किया है। जिले की सीनियर डिविजन कोर्ट ने भी शिवलिंग मिलने की बात मानी है और वकील हरिशंकर जैन की ओर से दाखिल याचिका को स्वीकार करते हुए शिवलिंग वाली जगह को सील करने का आदेश दिया है। वहीं अभी तक इस सर्वे में क्या निकलकर आया है और आगे क्या होगा इस पर ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वे का हिस्सा रहे और हिंदू पक्ष के वकीलों में से एक विष्णु जैन एक निजी चैनल से बातचीत में कई बातें साफ की हैं।
बाबा यानि शिवलिंग के मिलने के दावे पर हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन ने बताया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में स्थित नंदी भगवान जो महादेव की तरफ देख रहे हैं, उसके ठीक सामने जो वजूखाना है, उसके ठीक बीच कुंए जैसे आकार की दीवार बनी हुई थी, उसके बीच में ही आज शिवलिंग देखा गया है।
‘शिवलिंग महत्वपूर्ण साक्ष्य..पहुंचाया जा सकता है नुकसान’
हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन ने आगे बताया कि हमने माननीय अदालत के सामने ये अपील भी की है कि इस शिवलिंग की सुरक्षा की जाए, क्योंकि ये एक महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित हो सकता है औक इसे नुकसान भी पहुंचाया जा सकता है। इसको संज्ञान में लेते हुए पर ही माननीय अदालत की तरफ से इसे सीआरपीएफ की सुरक्षा भी दी गई है।
जानिए कैसा है आकार और दिखता कैसा है शिवलिंग
हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन ने दावा करते हुए कहा कि जो शिवलिंग उन्होंने और उनकी टीम ने देखा उसके मुताबिक शिवलिंग 4 फीट व्यास का है, और 3 फुट ऊंचा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह शिवलिंग और भी नीचे तक जाएगा क्योंकि इसके पीछे से एक रास्ता जा रहा है, जो इसके नीचे तक जाता है, चूंकि वो दीवार बंद है। कोर्ट ने उस जगह को सील करने और उसकी सुरक्षा में सीआरपीएफ की तैनाती की है।
भगवान नंदी से है कितनी दूरी ये भी जान लीजिए
विष्णु जैन ने दावा करते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में स्थित नंदी भगवान के ठीक सामने 83 फीट की दूरी पर वजूखाने के बीचों-बीच मिला है। विष्णु जैन ने आगे बताया पहले उसमें से पानी नहीं निकाला जा रहा था, मुस्लिम पक्ष कह रहा था कि पानी निकालने की जरूरत नहीं है क्यों ये एक फव्वारा है और मछलियां मर जाएंगी, लेकिन सर्वे कर रहे कमिश्नर ने कहा कि वहां पानी कम किया गया, जिसके बाद उसे देखा गया है।
आखिर वजूखाने पर क्यों हुआ शक?
विष्णु जैन से जब ये सवाल किया गया है उन्हें इस फव्वारे पर शक क्यों हुआ ऐसा क्या दिखा इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जब कल वजूखाने की तरफ फोटोग्राफी हो रही थी तब वजूखाने की तरफ कुंए जैसा आकार दिखाई दे रहा था, तो हमे लगा कि इसकी भी फोटो ली जानी चाहिए क्योंकि ये ज्ञानकूप या एक कुंआ हो सकता है, जो इस मस्जिद परिसर के अंदर है। पानी कम करने के बाद उस चीज की फोटोग्रीफी और वीडियोग्राफी की गई।
सभी विकल्प खुल हुए हैं- हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन
वहीं व्यास परिवार के जमीन के मालिकाना हक और उनकी तरफ से दिखाए गए नकशे पर बोलते हुए हिंदु पक्ष के वकीन विष्णु जैन ने कहा कि हमारे पास सभी विकल्प खुले हुए हैं। वर्तमान में अदालत में हमारी 7 याचिकाएं लंबित हैं, जिनमें मालिकाना हक, पूजा का अधिकार का भी मांगा गया है।
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‘शिवलिंग महत्वपूर्ण साक्ष्य..पहुंचाया जा सकता है नुकसान’
हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन ने आगे बताया कि हमने माननीय अदालत के सामने ये अपील भी की है कि इस शिवलिंग की सुरक्षा की जाए, क्योंकि ये एक महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित हो सकता है औक इसे नुकसान भी पहुंचाया जा सकता है। इसको संज्ञान में लेते हुए पर ही माननीय अदालत की तरफ से इसे सीआरपीएफ की सुरक्षा भी दी गई है।
जानिए कैसा है आकार और दिखता कैसा है शिवलिंग
हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन ने दावा करते हुए कहा कि जो शिवलिंग उन्होंने और उनकी टीम ने देखा उसके मुताबिक शिवलिंग 4 फीट व्यास का है, और 3 फुट ऊंचा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह शिवलिंग और भी नीचे तक जाएगा क्योंकि इसके पीछे से एक रास्ता जा रहा है, जो इसके नीचे तक जाता है, चूंकि वो दीवार बंद है। कोर्ट ने उस जगह को सील करने और उसकी सुरक्षा में सीआरपीएफ की तैनाती की है।
भगवान नंदी से है कितनी दूरी ये भी जान लीजिए
विष्णु जैन ने दावा करते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में स्थित नंदी भगवान के ठीक सामने 83 फीट की दूरी पर वजूखाने के बीचों-बीच मिला है। विष्णु जैन ने आगे बताया पहले उसमें से पानी नहीं निकाला जा रहा था, मुस्लिम पक्ष कह रहा था कि पानी निकालने की जरूरत नहीं है क्यों ये एक फव्वारा है और मछलियां मर जाएंगी, लेकिन सर्वे कर रहे कमिश्नर ने कहा कि वहां पानी कम किया गया, जिसके बाद उसे देखा गया है।
आखिर वजूखाने पर क्यों हुआ शक?
विष्णु जैन से जब ये सवाल किया गया है उन्हें इस फव्वारे पर शक क्यों हुआ ऐसा क्या दिखा इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जब कल वजूखाने की तरफ फोटोग्राफी हो रही थी तब वजूखाने की तरफ कुंए जैसा आकार दिखाई दे रहा था, तो हमे लगा कि इसकी भी फोटो ली जानी चाहिए क्योंकि ये ज्ञानकूप या एक कुंआ हो सकता है, जो इस मस्जिद परिसर के अंदर है। पानी कम करने के बाद उस चीज की फोटोग्रीफी और वीडियोग्राफी की गई।
सभी विकल्प खुल हुए हैं- हिंदु पक्ष के वकील विष्णु जैन
वहीं व्यास परिवार के जमीन के मालिकाना हक और उनकी तरफ से दिखाए गए नकशे पर बोलते हुए हिंदु पक्ष के वकीन विष्णु जैन ने कहा कि हमारे पास सभी विकल्प खुले हुए हैं। वर्तमान में अदालत में हमारी 7 याचिकाएं लंबित हैं, जिनमें मालिकाना हक, पूजा का अधिकार का भी मांगा गया है।