Indore News : अब कांग्रेस नेताओं पर लगेगी लगाम | Now The Congress Leaders Will Be Reined In | Patrika News

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Indore News : अब कांग्रेस नेताओं पर लगेगी लगाम | Now The Congress Leaders Will Be Reined In | Patrika News

Indore News : अब कांग्रेस नेताओं पर लगेगी लगाम | Now The Congress Leaders Will Be Reined In | Patrika News

एक तरफ जहां शहर में कांग्रेस के कमजोर संगठन को मजबूत करने की कवायद चल रही है, वहीं नेताओं और पदाधिकारियों में आए दिन विवाद होते रहते है। इनको निपटाने में शहर कांग्रेस कमेटी पदाधिकारी नाकाम रहते हैं और विवाद की वजह से कांग्रेस की छवि खराब होती है। यह देखते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने अनुशासन समिति बनाकर घोषित कर दी है, ताकि विवाद निबटाने के साथ अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं पर कार्रवाई की जा सके। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के निर्देश पर घोषित की गई अनुशासन समिति में अध्यक्ष पंडित कृपाशंकर शुक्ला को बनाया गया है। वरिष्ठता के नाते उन्हें यह पद दिया गया है, जो कि पहले भी अनुशासन समिति के अध्यक्ष रह चुके हैं।

इन नेताओं को बनाया सदस्य समिति में सदस्य के रूप में श्यामसुंदर यादव, रमेश यादव, पीडी अग्रवाल, सुरेश मिंडा, मनोहर धवन, चंदू अग्रवाल, भंवर शर्मा, पंकज संघवी, केके यादव, अनिल शुक्ला, प्रेम खड़ायता, शेख अलीम, राजेश शर्मा, अभय वर्मा, राजेश चौकसे, छोटे यादव, अमन बजाज, इम्तियाज बेलिम, सत्यनारायण सलवाडिय़ा और शंकुतला बड़े को शामिल किया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस से जुड़े मोर्चा संगठन युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस व सेवादल अध्यक्षों को भी समिति में लिया गया है। गौरतलब है कि कांग्रेस छोडक़र भाजपा में गए प्रमोद टंडन के अध्यक्ष रहते अनुशासन समिति का गठन किया गया था। इसमें अध्यक्ष कृपाशंकर शुक्ला और सदस्य केके मिश्रा, प्रकाश तिवारी और राजेश शर्मा थे। टंडन के पार्टी छोड़ कर जाने के बाद यह समिति भंग हो गई थी।

सवाल : समिति में इतने नेता, कैसे देगी फैसला शहर कांग्रेस कमेटी ने जो अनुशासन समिति घोषित की है, उसमें हर विधानसभा से दो से तीन नेताओं को लिया गया है। इनमें वे नेता भी शामिल हैं, जिन्होंने शहर कांग्रेस कमेटी में कार्यकारी अध्यक्ष बनने का बिगुल बजा रखा है। समिति में इनके शामिल होने के बावजूद कार्यकारी अध्यक्ष बनने की दावेदारी जारी रहेगी। इधर, समिति में इतने सारे नेताओं को शामिल करने पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि किसी मामले में अगर समिति को कोई फैसला देना होगा, तो कैसे देगी? हर नेता अपनी ढपली-अपना राग सुनाएगा। ऐसी स्थिति में किसी भी विवाद को निपटाने से पहले समिति सदस्यों में आपसी समन्वय बैठाना होगा, जो एक बड़ी चुनौती है।

एससी और एसटी वर्ग के नेताओं को न लेने का विरोध समिति में एससी और एसटी वर्ग से किसी नेता को शामिल न करने पर विरोध का बिगुल बज गया हैं। मालूम हो कि शहर कांग्रेस कमेटी में अनुशासन समिति बनाने को लेकर एक प्रस्ताव पिछले दिनों अध्यक्ष बाकलीवाल के समक्ष रखा गया था। इसमें एक अध्यक्ष और तीन सदस्य बनाना प्रस्तावित था, लेकिन इस पर अमल न करते हुए जंबो समिति बना दी गई।

मिलकर करेंगे काम अध्यक्ष बाकलीवाल का कहना है कि जो समिति बनाई गई है, उसमें वरिष्ठता के आधार पर सदस्य बनाए गए हैं। सभी मिलकर काम करेंगे। कुछ दिनों से शहर कांग्रेस में बयानवीरों की संख्या बढ़ गई है। इनकी वजह से कांग्रेस की रीति-नीति व नियमों का उल्लंघन हो रहा हैं। कई महत्वपूर्ण विषयों की गोपनीयता भी भंग हो रही है। विवाद और अनुशासनहीनता अलग हो रही है। इन सब विषयों को गंभीरता से देखते हुए अनुशासन समिति बनाकर घोषित कर दी गई है, ताकि पार्टी में अनुशासन और सोशल मीडिया पर पार्टी व वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ बेलगाम होते नेताओं पर अंकुश लगने के साथ कार्रवाई हो सके।



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