Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो का तोहफा जल्द! बैंक का डेबिट/क्रेडिट कार्ड ही नहीं, बल्कि मोबाइल भी बनेगा मेट्रो का स्मार्ट कार्ड h3>
नई दिल्ली: नैशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) को पूरे मेट्रो नेटवर्क में लागू करने के लिए डीएमआरसी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि वैसे तो NCMC को लागू करने के लिए जून 2023 की डेडलाइन तय की गई थी, लेकिन कोविड के प्रकोप को देखते हुए शुरुआत में लग रहा था कि शायद इस लागू करने में अब कुछ देरी हो सकती है। मगर अब यह काम फिर से ट्रैक पर आ गया है। डीएमआरसी के सूत्रों के मुताबिक, अगर कोई बड़ी अड़चन नहीं आई, तो इसी साल के अंत तक इस सिस्टम को लागू करने की योजना है। 25 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो के परिचालन की 20वीं सालगिरह है। ऐसे में हो सकता है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर या उसके आस-पास ही डीएमआरसी दिल्ली मेट्रो के मुसाफिरों को यह बड़ा तोहफा दे।
3500 से ज्यादा गेटों में लग रहा नया सॉफ्टवेयर
मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली मेट्रो में NCMC को लागू करने के लिए फेज-1, 2 और 3 के मेट्रो स्टेशनों पर लगे करीब 3300 एएफसी गेटों के सॉफ्टवेयर को बदला जा रहा है। कुछ जगहों पर हार्डवेयर में भी मामूली बदलाव किए जाएंगे या उसकी जगह नए गेट लगाए जाएंगे। इसके अलावा फेज-4 में बन रही तीन नई लाइनों के 44 मेट्रो स्टेशनों पर लगने वाले करीब 350 एएफसी गेटों में भी यही नया सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा।
बैंक के कार्ड या मोबाइल से कर सकेंगे सफर
NCMC को लागू करने के साथ डीएमआरसी अपने ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम का स्वरूप भी पूरी तरह से बदलने जा रही है। इसके तहत गेटों में एक ऐसा नया सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा, जिसकी मदद से क्यूआर कोर्ड आधारित टिकट, अकाउंट आधारित टिकट और नियर फील्ड कम्यूनिकेशंस (NFC) के जरिए भी यात्री मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। आसान भाषा में कहें, तो न केवल लोगों के बैंक का डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बल्कि उनका मोबाइल भी मेट्रो के स्मार्ट कार्ड की जगह ले लेगा और उसी के जरिए लोग मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। इसके अलावा मोबाइल पर क्यूआर कोड जनरेट करके भी लोग मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। जब लोग एएफसी गेट पर अपने बैंक का कार्ड पंच करेंगे या मोबाइल पर क्यूआर कोड ओपन करके उसे स्क्रीन के पास ले जाएंगे, तो सिस्टम उसे रीड करके सीधे उनके अकाउंट से किराया डिडक्ट कर लेगा। इसके लिए डीएमआरसी पहले ही देश के 23 बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों के साथ करार कर चुकी है।
एयरपोर्ट लाइन पर पहले ही हो चुका है लागू
दिसंबर 2020 में मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यह सिस्टम पहले ही पूरी तरह से लागू किया जा चुका है। अब दिल्ली-एनसीआर में फैले पूरे मेट्रो नेटवर्क में इसे लागू किया जाना है। आगे चलकर इस सिस्टम को मेट्रो की फीडर बसों और मेट्रो स्टेशनों की पार्किंग में भी लागू करने की योजना है।
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3500 से ज्यादा गेटों में लग रहा नया सॉफ्टवेयर
मेट्रो के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली मेट्रो में NCMC को लागू करने के लिए फेज-1, 2 और 3 के मेट्रो स्टेशनों पर लगे करीब 3300 एएफसी गेटों के सॉफ्टवेयर को बदला जा रहा है। कुछ जगहों पर हार्डवेयर में भी मामूली बदलाव किए जाएंगे या उसकी जगह नए गेट लगाए जाएंगे। इसके अलावा फेज-4 में बन रही तीन नई लाइनों के 44 मेट्रो स्टेशनों पर लगने वाले करीब 350 एएफसी गेटों में भी यही नया सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा।
बैंक के कार्ड या मोबाइल से कर सकेंगे सफर
NCMC को लागू करने के साथ डीएमआरसी अपने ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम का स्वरूप भी पूरी तरह से बदलने जा रही है। इसके तहत गेटों में एक ऐसा नया सॉफ्टवेयर लगाया जाएगा, जिसकी मदद से क्यूआर कोर्ड आधारित टिकट, अकाउंट आधारित टिकट और नियर फील्ड कम्यूनिकेशंस (NFC) के जरिए भी यात्री मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। आसान भाषा में कहें, तो न केवल लोगों के बैंक का डेबिट/क्रेडिट कार्ड, बल्कि उनका मोबाइल भी मेट्रो के स्मार्ट कार्ड की जगह ले लेगा और उसी के जरिए लोग मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। इसके अलावा मोबाइल पर क्यूआर कोड जनरेट करके भी लोग मेट्रो में यात्रा कर सकेंगे। जब लोग एएफसी गेट पर अपने बैंक का कार्ड पंच करेंगे या मोबाइल पर क्यूआर कोड ओपन करके उसे स्क्रीन के पास ले जाएंगे, तो सिस्टम उसे रीड करके सीधे उनके अकाउंट से किराया डिडक्ट कर लेगा। इसके लिए डीएमआरसी पहले ही देश के 23 बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों के साथ करार कर चुकी है।
एयरपोर्ट लाइन पर पहले ही हो चुका है लागू
दिसंबर 2020 में मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यह सिस्टम पहले ही पूरी तरह से लागू किया जा चुका है। अब दिल्ली-एनसीआर में फैले पूरे मेट्रो नेटवर्क में इसे लागू किया जाना है। आगे चलकर इस सिस्टम को मेट्रो की फीडर बसों और मेट्रो स्टेशनों की पार्किंग में भी लागू करने की योजना है।
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