मंदिर जाने के लिए निकले 12वीं के छात्र की संदिग्ध हालत में मौत? हादसा या हत्या… कई सवालों के जवाब नहीं h3>
नगर संवाददाता, फरीदाबाद : मंदिर जाने के लिए घर से बाइक पर निकले न्यू भारत कॉलोनी निवासी 12वीं के छात्र की मंगलवार रात संदिग्ध हालत में मौत हो गई। परिवार ने हत्या का आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस हादसे में जान जाने की बात कह रही है। पूरे मामले में कुछ सवाल ऐसे भी हैं, जो इशारा करते हैं कि छात्र की मौत हादसा नहीं, हत्या है। परिवार ने हत्या का आरोप छात्र के सहपाठी रहे एक छात्र समेत चार लोगों पर लगाया है। आरोप है कि इन लोगों ने फरवरी में छात्र के साथ मारपीट की थी।
आरोपी छात्र को स्कूल से निकाला गया था
मारपीट की शिकायत के बादआरोपी स्टूडेंट को स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन आरोप है कि तब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी। मौके से मृतक का मोबाइल गायब है। अम्मा हॉस्पिटल के पास गंभीर हालत में मिले छात्र को पुलिस ने बीके अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां से डॉक्टरों ने उसे एम्स रेफर कर दिया था। एम्स में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसके बाद मामले की जांच आगे बढ़ाई जाएगी।
अम्मा हॉस्पिटल के पास हुई घटना में एक छात्र की मौत हुई है। पुलिस ने ही छात्र को हॉस्पिटल पहुंचाया था। मामला सड़क हादसे का लग रहा है। इस मामले में कोई भी शिकायत अभी तक पुलिस को प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत मिलते ही मामले की जांच की जाएगी। छात्र के साथ पूर्व में हुई मारपीट के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
– अर्जुन देव, एसएचओ, बीपीटीपी थाना
रात 8 बजे हनुमान मंदिर के लिए निकला था
बीपीटीपी थाना क्षेत्र निवासी मनीष कंठ ने बताया कि उनका 17 साल का बेटा दीपांशु डीएवी स्कूल में पढ़ता था। दीपांशु मंगलवार रात आठ बजे हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए घर से निकला था। रात 10 बजे तक वह घर नहीं लौटा तो परिवार में सभी लोग चिंतित होने लगे। दीपांशु का फोन मिलाया गया तो मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। मनीष कंठ ने बताया कि बेटे का फोन स्विच ऑफ आने पर उन्होंने खेड़ीपुल थाने में संपर्क किया तो पता चला कि एक लड़के को घायल अवस्था में बीके अस्पताल में भर्ती करवाया है। वह अस्पताल पहुंचते, तब तक उनके बेटे को डॉक्टरों ने एम्स दिल्ली रेफर कर दिया था। एम्स पहुंचने तक उनके बेटे की मौत हो चुकी थी।
मर्डर की आशंका की वजह
- मृतक छात्र का मोबाइल घटनास्थल से गायब
- सीसीटीवी में बाइक को धकेलते दिखे 4 लड़के
- सहपाठी से पुरानी रंजिश के बाद था जान का खतरा
- छात्र की एक पैर की चप्पल घटनास्थल से कुछ दूर मिली। दूसरी चप्पल झाड़ियों में मिली।
- छात्र को एक हफ्ते पहले भी किसी ने कॉल कर मिलने बुलाया था, लेकिन दोस्तों के कहने पर वह नहीं गया। कॉल किसने किया, यह जांच का विषय।
13 मई को था 12वीं का पेपर
छात्र की मां ने बताया कि उनके बेटे का 12वीं का पेपर 13 मई को था। पढ़ाई में उनका बेटा होशियार था। मंगलवार को उसका व्रत होता था। इस कारण वह मंदिर में दर्शन करने गया था। मां ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि बेटा कभी लौटकर नहीं आएगा, वरना वह उसे घर से बाहर नहीं जाने देतीं। उन्होंने बताया कि उनका एक ही बेटा था। उनकी 12 साल की बेटी भी है।
मारपीट के बाद की थी पुलिस से शिकायत
मनीष कंठ ने बताया कि उनके बेटे के साथ 10 फरवरी को मारपीट हुई थी। 10 फरवरी को उनके बेटे को उसके साथ ही पढ़ने वाले एक छात्र ने मिलने के लिए बुलाया था, जहां 10-12 लड़कों ने उसकी पिटाई कर दी थी। इस घटना के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत भी की थी। इसके बाद आरोपी छात्र को स्कूल से निकाल दिया गया था। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने उस वक्त मामले को गंभीरता से नहीं लिया था।
सीसीटीवी में नजर आए कुछ संदिग्ध
घटनास्थल से मृतक छात्र का फोन गायब है। इस मामले में मौके की सीसीटीवी फुटेज पास की ही एक कॉलोनी के गेट से कैद हुई है। इसमें छात्र की बाइक के पास कुछ संदिग्ध नजर आ रहे हैं। कैमरा दूर होने और अंधेरा होने से संदिग्ध व्यक्तियों की तस्वीर साफ नजर नहीं आ सकी है। छात्र अपने पिता की ही बाइक लेकर घर से निकला था। परिवार का कहना है कि बाइक को धकेलते हुए चार लोग दिख रहे हैं। उनका मानना है कि दूसरे स्थान पर मारपीट कर यहां हादसा दिखाने के लिए छात्र को फेंका गया था। छात्र की एक पैर की चप्पल घटनास्थल से कुछ दूर मिली। दूसरी चप्पल झाड़ियों में मिली है।
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आरोपी छात्र को स्कूल से निकाला गया था
मारपीट की शिकायत के बादआरोपी स्टूडेंट को स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन आरोप है कि तब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी। मौके से मृतक का मोबाइल गायब है। अम्मा हॉस्पिटल के पास गंभीर हालत में मिले छात्र को पुलिस ने बीके अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां से डॉक्टरों ने उसे एम्स रेफर कर दिया था। एम्स में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिसके बाद मामले की जांच आगे बढ़ाई जाएगी।
अम्मा हॉस्पिटल के पास हुई घटना में एक छात्र की मौत हुई है। पुलिस ने ही छात्र को हॉस्पिटल पहुंचाया था। मामला सड़क हादसे का लग रहा है। इस मामले में कोई भी शिकायत अभी तक पुलिस को प्राप्त नहीं हुई है। शिकायत मिलते ही मामले की जांच की जाएगी। छात्र के साथ पूर्व में हुई मारपीट के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
– अर्जुन देव, एसएचओ, बीपीटीपी थाना
रात 8 बजे हनुमान मंदिर के लिए निकला था
बीपीटीपी थाना क्षेत्र निवासी मनीष कंठ ने बताया कि उनका 17 साल का बेटा दीपांशु डीएवी स्कूल में पढ़ता था। दीपांशु मंगलवार रात आठ बजे हनुमान मंदिर में दर्शन करने के लिए घर से निकला था। रात 10 बजे तक वह घर नहीं लौटा तो परिवार में सभी लोग चिंतित होने लगे। दीपांशु का फोन मिलाया गया तो मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। मनीष कंठ ने बताया कि बेटे का फोन स्विच ऑफ आने पर उन्होंने खेड़ीपुल थाने में संपर्क किया तो पता चला कि एक लड़के को घायल अवस्था में बीके अस्पताल में भर्ती करवाया है। वह अस्पताल पहुंचते, तब तक उनके बेटे को डॉक्टरों ने एम्स दिल्ली रेफर कर दिया था। एम्स पहुंचने तक उनके बेटे की मौत हो चुकी थी।
मर्डर की आशंका की वजह
- मृतक छात्र का मोबाइल घटनास्थल से गायब
- सीसीटीवी में बाइक को धकेलते दिखे 4 लड़के
- सहपाठी से पुरानी रंजिश के बाद था जान का खतरा
- छात्र की एक पैर की चप्पल घटनास्थल से कुछ दूर मिली। दूसरी चप्पल झाड़ियों में मिली।
- छात्र को एक हफ्ते पहले भी किसी ने कॉल कर मिलने बुलाया था, लेकिन दोस्तों के कहने पर वह नहीं गया। कॉल किसने किया, यह जांच का विषय।
13 मई को था 12वीं का पेपर
छात्र की मां ने बताया कि उनके बेटे का 12वीं का पेपर 13 मई को था। पढ़ाई में उनका बेटा होशियार था। मंगलवार को उसका व्रत होता था। इस कारण वह मंदिर में दर्शन करने गया था। मां ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि बेटा कभी लौटकर नहीं आएगा, वरना वह उसे घर से बाहर नहीं जाने देतीं। उन्होंने बताया कि उनका एक ही बेटा था। उनकी 12 साल की बेटी भी है।
मारपीट के बाद की थी पुलिस से शिकायत
मनीष कंठ ने बताया कि उनके बेटे के साथ 10 फरवरी को मारपीट हुई थी। 10 फरवरी को उनके बेटे को उसके साथ ही पढ़ने वाले एक छात्र ने मिलने के लिए बुलाया था, जहां 10-12 लड़कों ने उसकी पिटाई कर दी थी। इस घटना के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत भी की थी। इसके बाद आरोपी छात्र को स्कूल से निकाल दिया गया था। पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने उस वक्त मामले को गंभीरता से नहीं लिया था।
सीसीटीवी में नजर आए कुछ संदिग्ध
घटनास्थल से मृतक छात्र का फोन गायब है। इस मामले में मौके की सीसीटीवी फुटेज पास की ही एक कॉलोनी के गेट से कैद हुई है। इसमें छात्र की बाइक के पास कुछ संदिग्ध नजर आ रहे हैं। कैमरा दूर होने और अंधेरा होने से संदिग्ध व्यक्तियों की तस्वीर साफ नजर नहीं आ सकी है। छात्र अपने पिता की ही बाइक लेकर घर से निकला था। परिवार का कहना है कि बाइक को धकेलते हुए चार लोग दिख रहे हैं। उनका मानना है कि दूसरे स्थान पर मारपीट कर यहां हादसा दिखाने के लिए छात्र को फेंका गया था। छात्र की एक पैर की चप्पल घटनास्थल से कुछ दूर मिली। दूसरी चप्पल झाड़ियों में मिली है।