Rewa News : बैंक की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के पैसे निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश, झारखंड से तीन आरोपी गिरफ्तार

142
Rewa News : बैंक की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के पैसे निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश, झारखंड से तीन आरोपी गिरफ्तार

Rewa News : बैंक की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों के पैसे निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश, झारखंड से तीन आरोपी गिरफ्तार

रीवा : अमहिया पुलिस ने एक बड़े ठग गिरोह का पर्दाफाश किया (thug gang busted) है। इस गिरोह के द्वारा बैंक कस्टमर केयर के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगी का शिकार (Fraud gang busted by creating fake bank website) बनाते थे, पुलिस ने झारखंड से तीन आरोपियों को गिरफ्तार (3 accused arrested from Jharkhand) करने में सफलता पाई है। साथ ही आरोपियों से 9 लाख 89 रूपए बरामद किए हैं।

दरअसल, रीवा मेडिकल कॉलेज सेवानिवृत्त डीन पीसी द्विवेदी ने रीवा जिले के अमहिया थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, कि उनकी क्रेडिट कार्ड संबंधी असुविधा होने पर उन्होंने गूगल पर बैंक की वेबसाइट को सर्च की, उसमें दिए गए कस्टमर केयर नंबर से बात की जिनके द्वारा फरियादी को ऑनलाइन फार्म भर कर आवेदक के खाते की ओटीपी लेकर 10 लाख रुपए निकाल लिया थे।

Bank Fraud: अकाउंट और कार्ड डिटेल ही नहीं, अब बैंक से आपके साइन में भी लग रही सेंध, समझिए कहां हो रही चूक
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध करते हुए विवेचना शुरू की। जांच के दौरान साइबर सेल की मदद से घटना को अंजाम देने वाले आरोपी जामताड़ा झारखंड की लोकेशन मिली, पुलिस ने साइबर सेल की मदद से तीनों आरोपियों को जामताड़ा झारखंड के अलग-अलग स्थानों से दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में मुशर्रफ अंसारी पिता गफ्फार मियां, मुनव्वर अंसारी पिता मुस्तफा अंसारी, फैज आलम पिता मोहम्मद मसूद आलम जामताड़ा झारखंड है।
Meerut News: India Army का भगौड़ा फौजी चला रहा फर्जी सेना भर्ती गिरोह, मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ी एक महिला, जानिए पूरी कहानी

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हमें गिरोह के रूप में वेबसाइड संचालित करते थे हमारी टीम का एक साथ ही जो कंप्यूटर के संबंध में जानकारी रखता है, वह कई बैंकों की फर्जी वेबसाइट फर्जी डोमिन का सहारा लेकर बनाता था और उसको गूगल पर अपलोड कर देता है, जब कोई बैंक कस्टमर खाते संबंधित समस्या आने पर संबंधित बैंक के कस्टमर केयर का नंबर गूगल पर सर्च करता है तो वह हमारी फेक वेबसाइट भी खुल जाती है, जिस पर हमारे द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर उपलब्ध होता है जैसे ही कस्टमर उस दिए गए नंबर में फोन लगाता है तो हम लोग उससे बैंक कर्मचारी बन कर बात करते हैं और उसके खाते की सारी जानकारी प्राप्त कर एक गूगल फार्म उसी वेबसाइट में भरने के लिए कहते हैं।

Indore Crime News : क्राइम ब्रांच ने 4 जालसाजों को किया गिरफ्तार, सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर करते थे वसूलीआरोपियों ने बताया कि गूगल फॉर्म पर कस्टमर के बैंक खाते संबंधित सभी जानकारी अंकित होती है। जानकारी मिलते ही हम लोग बैंक ट्रांसफर किए जाने के विभिन्न प्रकार के डिजिटल माध्यमों का उपयोग करते हुए उन पैसों को अपनी सुविधानुसार अपने व अपने गिरोह के अन्य सदस्यों की बैंक खातों में ट्रांसफर कर लेते हैं। फिर उन पैसों एटीएम बूत के माध्यम से निकाल लेते थे या तो विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन खरीदारी का उपयोग करते थे।

उमध्यप्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News