Raj Thackeray : अजान का जवाब लाउडस्पीकर में हनुमान चालीसा बजाकर दें, अभी नहीं तो कभी नहीं… राज ठाकरे ने जारी की अपील h3>
मुंबई : महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एफआईआर और गिरफ्तारी की लटकती तलवार के बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने कहा है कि अजान का जवाब हनुमान चालीसा से दें। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि सभी नागरिकों से एक हिंदू की ताकत दिखाने को कहा। इसके अलावा यह भी कहा कि अभी नहीं तो कभी नहीं।
राज ठाकरे ने कहा, ‘मैं सभी हिंदुओं से अपील करता हूं कि कल, 4 मई, यदि आप लाउडस्पीकरों से अजान बजती हुई पाते हैं तो इसका जवाब उन जगहों पर लाउडस्पीकरों पर हनुमान चालीसा बजाकर दें। तभी उन्हें इन लाउडस्पीकरों की बाधा का एहसास होगा।’
‘हस्ताक्षर अभियान करें शुरू’
जारी किए गए बयान में उन्होंने कहा कि हिंदू त्योहार स्कूलों या अस्पतालों के सामने साइलेंट इलाकों में बैन के बावजूद मस्जिदों को इस तरह के प्रतिबंधों से छूट दी गई है। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी हिंदुओं से अपील करता हूं कि, उन्हें हनुमान चालीसा सुनाएं, सभी स्थानीय मंडल और सतर्क नागरिक इसके खिलाफ एक हस्ताक्षर अभियान शुरू करें और अगर कोई मस्जिदों को लाउडस्पीकर बजाते हुए सुनता है, तो स्थानीय पुलिस स्टेशन में प्रतिदिन हस्ताक्षर के साथ अपील पत्र जमा करें। नागरिकों को रोज 100 डायल करना चाहिए और शिकायत दर्ज करानी चाहिए।’
‘हिंदुओं को मंदिर में लाउडस्पीकर बजाने के लिए परमीशन’
अपने बयान में राज ठाकरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लाउडस्पीकरों के लिए निर्धारित समय से परे डेसिबल का स्तर भी तय किया था। ‘लाउडस्पीकर के उपयोग की डेसिबल स्तर की सीमा 10 डेसिबल के बीच और 45 से 55 डेसिबल के बीच होनी चाहिए। कृपया ध्यान दें कि 10 डेसिबल का स्तर उन फुसफुसाहटों से संबंधित है जो हमारे बीच हैं। 55 डेसिबल का स्तर हमारे किचन मिक्सर की आवाज के बराबर है।’ उन्होंने कहा कि मस्जिदों को लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दी है और अगर हिंदू मंदिरों में लाउडस्पीकर बजाना हो तो हमें रोज अनुमति की जरूरत पड़ती है।
‘धर्म का प्रचार कौन करता है?’
मनसे प्रमुख ने मुसलमानों द्वारा सड़कों पर नमाज अदा करने पर भी आपत्ति जताई है। ‘कौन सा धर्म प्रचार करता है, इकट्ठा होकर सड़कों के बीच में बैठकर प्रार्थना करता है और अत्यधिक ट्रैफिक जाम का कारण बनता है? मुस्लिम समुदाय के लिए मेरे बयानों का यह मुख्य कारण है कि यह जनता को प्रभावित करने वाला एक सामाजिक मुद्दा है।’
‘सभी हिंदुओं को गिरफ्तार करें, इतनी जेलें नहीं’
राज ने कहा, ‘सभी हिंदुओं को लाउडस्पीकर बंद करने से पहले यह आह्वान करना चाहिए … मैं इस तथ्य को दोहराता हूं कि प्रत्येक नागरिक को एक हिंदू होने की ताकत का पता होना चाहिए … हमारे देश में (सभी) हिंदुओं को गिरफ्तार करने के लिए इतनी जेलें नहीं हैं।’ मनसे प्रमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को यह भी याद दिलाया कि उनके दिवंगत पिता बाल ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर नीचे लाने की बात कही थी।
याद दिलाया बालासाहेब ठाकरे का कथन
राज ठाकरे ने कहा, ‘मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि सालों पहले शिवसेना प्रमुख हिंदू हृदय सम्राट श्री बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि सभी लाउडस्पीकरों को बंद करने की जरूरत है। क्या आप इसका पालन करने जा रहे हैं, या आप गैर-धार्मिक शरद पवार का अनुसरण करने जा रहे हैं जो आपको सत्ता में रखने के लिए जिम्मेदार हैं? महाराष्ट्र के लोगों को बताएं कि क्या होने वाला है?’
राज ने अपनी अपील को नए नारे के साथ समाप्त किया, ‘अभी नहीं तो कभी नहीं।’
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‘हस्ताक्षर अभियान करें शुरू’
जारी किए गए बयान में उन्होंने कहा कि हिंदू त्योहार स्कूलों या अस्पतालों के सामने साइलेंट इलाकों में बैन के बावजूद मस्जिदों को इस तरह के प्रतिबंधों से छूट दी गई है। उन्होंने कहा, ‘मैं सभी हिंदुओं से अपील करता हूं कि, उन्हें हनुमान चालीसा सुनाएं, सभी स्थानीय मंडल और सतर्क नागरिक इसके खिलाफ एक हस्ताक्षर अभियान शुरू करें और अगर कोई मस्जिदों को लाउडस्पीकर बजाते हुए सुनता है, तो स्थानीय पुलिस स्टेशन में प्रतिदिन हस्ताक्षर के साथ अपील पत्र जमा करें। नागरिकों को रोज 100 डायल करना चाहिए और शिकायत दर्ज करानी चाहिए।’
‘हिंदुओं को मंदिर में लाउडस्पीकर बजाने के लिए परमीशन’
अपने बयान में राज ठाकरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लाउडस्पीकरों के लिए निर्धारित समय से परे डेसिबल का स्तर भी तय किया था। ‘लाउडस्पीकर के उपयोग की डेसिबल स्तर की सीमा 10 डेसिबल के बीच और 45 से 55 डेसिबल के बीच होनी चाहिए। कृपया ध्यान दें कि 10 डेसिबल का स्तर उन फुसफुसाहटों से संबंधित है जो हमारे बीच हैं। 55 डेसिबल का स्तर हमारे किचन मिक्सर की आवाज के बराबर है।’ उन्होंने कहा कि मस्जिदों को लाउडस्पीकर बजाने की अनुमति दी है और अगर हिंदू मंदिरों में लाउडस्पीकर बजाना हो तो हमें रोज अनुमति की जरूरत पड़ती है।
‘धर्म का प्रचार कौन करता है?’
मनसे प्रमुख ने मुसलमानों द्वारा सड़कों पर नमाज अदा करने पर भी आपत्ति जताई है। ‘कौन सा धर्म प्रचार करता है, इकट्ठा होकर सड़कों के बीच में बैठकर प्रार्थना करता है और अत्यधिक ट्रैफिक जाम का कारण बनता है? मुस्लिम समुदाय के लिए मेरे बयानों का यह मुख्य कारण है कि यह जनता को प्रभावित करने वाला एक सामाजिक मुद्दा है।’
‘सभी हिंदुओं को गिरफ्तार करें, इतनी जेलें नहीं’
राज ने कहा, ‘सभी हिंदुओं को लाउडस्पीकर बंद करने से पहले यह आह्वान करना चाहिए … मैं इस तथ्य को दोहराता हूं कि प्रत्येक नागरिक को एक हिंदू होने की ताकत का पता होना चाहिए … हमारे देश में (सभी) हिंदुओं को गिरफ्तार करने के लिए इतनी जेलें नहीं हैं।’ मनसे प्रमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को यह भी याद दिलाया कि उनके दिवंगत पिता बाल ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर नीचे लाने की बात कही थी।
याद दिलाया बालासाहेब ठाकरे का कथन
राज ठाकरे ने कहा, ‘मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि सालों पहले शिवसेना प्रमुख हिंदू हृदय सम्राट श्री बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि सभी लाउडस्पीकरों को बंद करने की जरूरत है। क्या आप इसका पालन करने जा रहे हैं, या आप गैर-धार्मिक शरद पवार का अनुसरण करने जा रहे हैं जो आपको सत्ता में रखने के लिए जिम्मेदार हैं? महाराष्ट्र के लोगों को बताएं कि क्या होने वाला है?’
राज ने अपनी अपील को नए नारे के साथ समाप्त किया, ‘अभी नहीं तो कभी नहीं।’
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