उनके चौके से ज्यादा चर्चे, इनकी रफ्तार के हैं…CSK के खिलाफ उमरान मलिक ने फेंकी सीजन की सबसे तेज गेंद h3>
नई दिल्ली: जब से आईपीएल की शुरूआत हुई है तब से नए-नए टैलेंटेड खिलाड़ी सामने आ रहे हैं। कई खिलाड़ी तो ऐसे हैं जो टीम इंडिया की बैक बोन बन चुके हैं। इसी तरह IPL 2022 में भी कुछ ऐसे खिलाड़ियों ने अपना टैलेंट दिखाया है जिसके बाद अब निगाहें उनपर टिकी हुई हैं। सनराइजर्स हैदराबाद टीम के उमरान मलिक ऐसी ही एक खोज हैं। अपनी रफ्तार से दिग्गज खिलाड़ियों को अपना मुरीद बना चुके उमरान मलिक हर रोज नए आयाम गढ़ रहे हैं।
उमरान मलिक के हर तरफ चर्चे
उमरान मलिक लगातार 150KMPH की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं। उसके बाद उन्होंने खुद का रेकॉर्ड तोड़ते हुए 151 और फिर 153kmph से ज्यादा रफ्तार से गेंदबाजी की। तकरीबन एक सप्ताह पहले रविवार के ही दिन हुए पंजाब के खिलाफ उमरान मलिक ने एक ओवर में चार विकेट ले डाले हालांकि इसमें एक रन आउट भी था। अब इस रविवार को सीएसके के साथ हुए मुकाबले में उमरान ने 154kmph रफ्तार से गेंद फेंकी जोकि इस सीजन की सबसे तेज डिलीवरी थी।
रुतुराज गायकवाड़ ने मारा चौका
भले उनकी सबसे तेज गेंद पर रुतुराज गायकवाड़ ने चौका जड़ दिया हो मगर उस चौके से ज्यादा चर्चा उमरान की रफ्तार की है। पारी के 10वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर रुतुराज ने 33 गेंदों पर सीजन की अपनी दूसरी हाफ सेंचुरी पूरी की। रुतुराज ने उमरान की 154 किलोमीटर की रफ्तार वाली गेंद पर भी चौका लगाया। हालांकि सीएसके वाले मुकाबले में उनको कोई विकेट नहीं मिला और रन भी काफी खर्च हुए।
धोनी की कप्तानी में पहले मैच में जीत
आठ में से छह मैच हारने के बाद रविंद्र जाडेजा ने चेन्नै सुपरकिंग्स की कप्तानी छोड़ दी थी। उन्होंने दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी से टीम की कमान फिर से संभालने का आग्रह किया जिसे पूर्व कप्तान ने तुरंत मान भी लिया। सीजन से पहले कप्तानी छोड़ चुके धोनी के कप्तान बनते ही मानो चेन्नै की टीम में नई जान आ गई। पिछले सीजन में रनों का अंबार लगाकर टॉप स्कोरर रहे चेन्नै के ओपनर रुतुराज गायकवाड इस सीजन संघर्ष कर रहे थे। पिछली आठ इनिंग्स में केवल एक हाफ सेंचुरी लगाने वाले रुतुराज (99 रन, 57 बॉल, 6 फोर, 6 सिक्स) ने अपनी पुरानी लय में लौटते हुए फोर, सिक्स की बारिश कर दी। हालांकि, वह शतक से एक रन से चूक गए लेकिन पहले विकेट के लिए उन्होंने डेवोन कॉन्वे (85* रन, 55 बॉल, 8 फोर, 6 सिक्स ) के साथ 182 रन जोड़े। इस शानदार साझेदारी के बूते चेन्नै ने दो विकेट पर 202 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
धीमी रही शुरुआत
पुणे के एमसीए स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला लिया था। चेन्नै की टीम के लिए क्रीज पर लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन था। हालांकि, हैदराबाद के बोलर्स ने शुरुआती छह ओवर्स काफी टाइट रखे। भुवनेश्वर कुमार के पहले ओवर से 3, मार्को यानसेन के पहले ओवर से 6, भुवनेश्वर के दूसरे ओवर से 9, मार्को के दूसरे ओवर से 12, टी नटराजन के पहले ओवर से 8, मार्को के तीसरे ओवर से 9 रन आए। इस तरह पावरप्ले में चेन्नै के खाते में बगैर किसी नुकसान के 40 रन थे। तब तक कॉन्वे ने 15 गेंदों में 10 जबकि रुतुराज ने 21 गेंदों में 26 रन बनाए थे।
उमरान का स्वागत
चेन्नै ने रफ्तार पकड़ी आठवें ओवर से जब रुतुराज ने ‘सुपर पेसर’ उमरान मलिक के पहले ओवर में ही एक फोर और फिर सिक्स लगाकर उनका स्वागत किया। इस ओवर से 13 रन आए और यहां से दोनों ओपनर्स ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उमरान पर दोनों का अटैक जारी रहा। रुतुराज ने इनके अगले ओवर में भी दो गेंदों का खूबसूरती से बाउंड्री के बाहर पहुंचाया। पारी के 10वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर रुतुराज ने 33 गेंदों पर सीजन की अपनी दूसरी हाफ सेंचुरी पूरी की। रुतुराज ने उमरान की 154 किलोमीटर की रफ्तार वाली गेंद पर भी चौका लगाया। उमरान का बुरा हाल हुआ जब उनके तीसरे ओवर से दोनों ओपनर्स ने 17 रन लूट लिए। पिछले मैच में 25 रन देकर पांच विकेट लेने वाले उमरान ने इस बार कोटे के चार ओवर्स में 48 रन लुटा दिए। उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। उधर, शुरुआती तीन ओवर्स में कसी हुई बोलिंग करने वाले पेसर यानसेन का बुरा हाल उनके स्पेल के आखिरी ओवर में हुआ। इस बार उनके सामने कॉन्वे थे। उन्होंने इस ओवर में दो सिक्स और एक फोर मार दिया। इस ओवर से कुल 20 रन आए। पारी के 15 ओवर के बाद चेन्नै के खाते में 153 रन थे।
चेन्नै को दो झटके
इस मैच के लिए सनराइजर्स ने अपनी इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया था। हालांकि, चेन्नै की टीम को दो बड़े झटके लगे। चोटिल होने की वजह से ड्वेन ब्रावो और शिवम दुबे मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। इनकी जगह डेवोन कॉन्वे और सिमरजीत सिंह को मौका मिला। इस मैच से पहले शिवम ने सीजन के आठ मैचों में 159.35 के स्ट्राइक रेट से 247 रन बनाए थे और वह टीम के टॉप स्कोरर थे। उधर, ब्रावो आठ मैचों में 14 विकेट लेकर टीम की ओर से सीजन में सर्वाधिक विकेट ले चुके हैं।
उमरान मलिक लगातार 150KMPH की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे हैं। उसके बाद उन्होंने खुद का रेकॉर्ड तोड़ते हुए 151 और फिर 153kmph से ज्यादा रफ्तार से गेंदबाजी की। तकरीबन एक सप्ताह पहले रविवार के ही दिन हुए पंजाब के खिलाफ उमरान मलिक ने एक ओवर में चार विकेट ले डाले हालांकि इसमें एक रन आउट भी था। अब इस रविवार को सीएसके के साथ हुए मुकाबले में उमरान ने 154kmph रफ्तार से गेंद फेंकी जोकि इस सीजन की सबसे तेज डिलीवरी थी।
रुतुराज गायकवाड़ ने मारा चौका
भले उनकी सबसे तेज गेंद पर रुतुराज गायकवाड़ ने चौका जड़ दिया हो मगर उस चौके से ज्यादा चर्चा उमरान की रफ्तार की है। पारी के 10वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर रुतुराज ने 33 गेंदों पर सीजन की अपनी दूसरी हाफ सेंचुरी पूरी की। रुतुराज ने उमरान की 154 किलोमीटर की रफ्तार वाली गेंद पर भी चौका लगाया। हालांकि सीएसके वाले मुकाबले में उनको कोई विकेट नहीं मिला और रन भी काफी खर्च हुए।
धोनी की कप्तानी में पहले मैच में जीत
आठ में से छह मैच हारने के बाद रविंद्र जाडेजा ने चेन्नै सुपरकिंग्स की कप्तानी छोड़ दी थी। उन्होंने दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी से टीम की कमान फिर से संभालने का आग्रह किया जिसे पूर्व कप्तान ने तुरंत मान भी लिया। सीजन से पहले कप्तानी छोड़ चुके धोनी के कप्तान बनते ही मानो चेन्नै की टीम में नई जान आ गई। पिछले सीजन में रनों का अंबार लगाकर टॉप स्कोरर रहे चेन्नै के ओपनर रुतुराज गायकवाड इस सीजन संघर्ष कर रहे थे। पिछली आठ इनिंग्स में केवल एक हाफ सेंचुरी लगाने वाले रुतुराज (99 रन, 57 बॉल, 6 फोर, 6 सिक्स) ने अपनी पुरानी लय में लौटते हुए फोर, सिक्स की बारिश कर दी। हालांकि, वह शतक से एक रन से चूक गए लेकिन पहले विकेट के लिए उन्होंने डेवोन कॉन्वे (85* रन, 55 बॉल, 8 फोर, 6 सिक्स ) के साथ 182 रन जोड़े। इस शानदार साझेदारी के बूते चेन्नै ने दो विकेट पर 202 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
धीमी रही शुरुआत
पुणे के एमसीए स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले बोलिंग का फैसला लिया था। चेन्नै की टीम के लिए क्रीज पर लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन था। हालांकि, हैदराबाद के बोलर्स ने शुरुआती छह ओवर्स काफी टाइट रखे। भुवनेश्वर कुमार के पहले ओवर से 3, मार्को यानसेन के पहले ओवर से 6, भुवनेश्वर के दूसरे ओवर से 9, मार्को के दूसरे ओवर से 12, टी नटराजन के पहले ओवर से 8, मार्को के तीसरे ओवर से 9 रन आए। इस तरह पावरप्ले में चेन्नै के खाते में बगैर किसी नुकसान के 40 रन थे। तब तक कॉन्वे ने 15 गेंदों में 10 जबकि रुतुराज ने 21 गेंदों में 26 रन बनाए थे।
उमरान का स्वागत
चेन्नै ने रफ्तार पकड़ी आठवें ओवर से जब रुतुराज ने ‘सुपर पेसर’ उमरान मलिक के पहले ओवर में ही एक फोर और फिर सिक्स लगाकर उनका स्वागत किया। इस ओवर से 13 रन आए और यहां से दोनों ओपनर्स ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उमरान पर दोनों का अटैक जारी रहा। रुतुराज ने इनके अगले ओवर में भी दो गेंदों का खूबसूरती से बाउंड्री के बाहर पहुंचाया। पारी के 10वें ओवर की दूसरी गेंद पर चौका लगाकर रुतुराज ने 33 गेंदों पर सीजन की अपनी दूसरी हाफ सेंचुरी पूरी की। रुतुराज ने उमरान की 154 किलोमीटर की रफ्तार वाली गेंद पर भी चौका लगाया। उमरान का बुरा हाल हुआ जब उनके तीसरे ओवर से दोनों ओपनर्स ने 17 रन लूट लिए। पिछले मैच में 25 रन देकर पांच विकेट लेने वाले उमरान ने इस बार कोटे के चार ओवर्स में 48 रन लुटा दिए। उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। उधर, शुरुआती तीन ओवर्स में कसी हुई बोलिंग करने वाले पेसर यानसेन का बुरा हाल उनके स्पेल के आखिरी ओवर में हुआ। इस बार उनके सामने कॉन्वे थे। उन्होंने इस ओवर में दो सिक्स और एक फोर मार दिया। इस ओवर से कुल 20 रन आए। पारी के 15 ओवर के बाद चेन्नै के खाते में 153 रन थे।
चेन्नै को दो झटके
इस मैच के लिए सनराइजर्स ने अपनी इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया था। हालांकि, चेन्नै की टीम को दो बड़े झटके लगे। चोटिल होने की वजह से ड्वेन ब्रावो और शिवम दुबे मैच के लिए उपलब्ध नहीं थे। इनकी जगह डेवोन कॉन्वे और सिमरजीत सिंह को मौका मिला। इस मैच से पहले शिवम ने सीजन के आठ मैचों में 159.35 के स्ट्राइक रेट से 247 रन बनाए थे और वह टीम के टॉप स्कोरर थे। उधर, ब्रावो आठ मैचों में 14 विकेट लेकर टीम की ओर से सीजन में सर्वाधिक विकेट ले चुके हैं।