Xiaomi India In Trouble: ईडी की तरफ से 5551 करोड़ रुपये जब्त किए जाने के बाद शाओमी ने दिया बड़ा बयान, बताया किस वजह से भेजे थे पैसे h3>
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी (Enforcement Directorate) की तरफ से शाओमी टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Xiaomi India) के करीब 5551.27 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। यह जब्ती कंपनी की तरफ से किए गए अवैध आउटवार्ड रेमिटेंस के संबंध में की गई है। आरोप है कि कंपनी ने तीन विदेशी एंटिटीज को रॉयल्टी की आड़ में करीब 5551.27 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा भेजी है। इस पर अब शाओमी इंडिया ने बयान जारी किया है और सफाई देते हुए कहा है कि आखिर क्यों उसने ये पैसे दिए।
पहले जानिए क्या सफाई दी है शाओमी ने
शाओमी ने कहा है- ‘भारत के लिए प्रतिबद्ध ब्रांड होने के नाते हमारे सभी काम भारतीय नियम और कानूनों के दृढ़ पालन के तहत होते हैं। हमने सरकारी अधिकारियों के आदेश का ध्यान से अध्ययन किया है। हमें भरोसा है कि हमारी रॉयल्टी पेमेंट और स्टेटमेंट पूरी तरह से सच्ची और वैध हैं। शाओमी की तरह से किया गया रॉयल्टी का भुगतान इन-लाइसेंस्ड टेक्नोलॉजी और आईपी के लिए किया गया, जिनका इस्तेमाल हमारी भारतीय वर्जन के प्रोडक्ट्स में हुआ। रॉयल्टी का भुगतान करना शाओमी इंडिया की वैध कमर्शियल व्यवस्था है। हालांकि, हम सरकारी अथॉरिटीज के साथ प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं, ताकि किसी भी तरह के कनफ्यूजन को दूर किया जा सके।
फरवरी से चल रही थी जांच
ईडी ने शाओमी इंडिया के खिलाफ यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के प्रावधानों के तहत की है। Xiaomi India चीन स्थित Xiaomi समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। जब्त की गई धनराशि कंपनी के बैंक खातों में पड़ी थी। ईडी ने इस साल फरवरी माह में कंपनी की तरफ से किए गए अवैध रेमिटेंसेज के संबंध में जांच शुरू की थी।
शाओमी इंडिया ने वर्ष 2014 में भारत में अपना परिचालन शुरू किया और वर्ष 2015 से पैसा भेजना शुरू कर दिया। कंपनी ने तीन फॉरेन बेस्ड एंटिटीज को रॉयल्टी की आड़ में 5551.27 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा रेमिट की है। इन तीन कंपनियों में Xiaomi समूह की एक एंटिटी भी शामिल है। रॉयल्टी के नाम पर इतनी बड़ी रकम शाओमी ग्रुप की एंटिटीज के निर्देश पर भेजी गई थी। अन्य दो यूएस बेस्ड असंबंधित एंटिटीज को रेमिट की गई राशि भी Xiaomi समूह की एंटिटीज के अंतिम लाभ के लिए थी।
और क्या पाया गया जांच में
Xiaomi India, MI के ब्रांड नाम के तहत भारत में मोबाइल फोन की ट्रेडर और डिस्ट्रीब्यूटर है। Xiaomi India पूरी तरह से निर्मित मोबाइल सेट और अन्य उत्पाद भारत में निर्माताओं से खरीदती है। Xiaomi India ने उन तीन विदेशी एंटिटीज से कोई सेवा नहीं ली है, जिन्हें यह धनराशि ट्रान्सफर की गई है। समूह एंटिटीज के बीच बनाए गए विभिन्न असंबंधित दस्तावेजी मुखौटों की आड़ में, कंपनी ने रॉयल्टी के नाम पर विदेश में इस राशि को भेजा, जो फेमा की धारा 4 का उल्लंघन है। कंपनी ने विदेशों में पैसा भेजते समय बैंकों को भ्रामक जानकारी भी दी।
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पहले जानिए क्या सफाई दी है शाओमी ने
शाओमी ने कहा है- ‘भारत के लिए प्रतिबद्ध ब्रांड होने के नाते हमारे सभी काम भारतीय नियम और कानूनों के दृढ़ पालन के तहत होते हैं। हमने सरकारी अधिकारियों के आदेश का ध्यान से अध्ययन किया है। हमें भरोसा है कि हमारी रॉयल्टी पेमेंट और स्टेटमेंट पूरी तरह से सच्ची और वैध हैं। शाओमी की तरह से किया गया रॉयल्टी का भुगतान इन-लाइसेंस्ड टेक्नोलॉजी और आईपी के लिए किया गया, जिनका इस्तेमाल हमारी भारतीय वर्जन के प्रोडक्ट्स में हुआ। रॉयल्टी का भुगतान करना शाओमी इंडिया की वैध कमर्शियल व्यवस्था है। हालांकि, हम सरकारी अथॉरिटीज के साथ प्रतिबद्धता से काम कर रहे हैं, ताकि किसी भी तरह के कनफ्यूजन को दूर किया जा सके।
फरवरी से चल रही थी जांच
ईडी ने शाओमी इंडिया के खिलाफ यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के प्रावधानों के तहत की है। Xiaomi India चीन स्थित Xiaomi समूह की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। जब्त की गई धनराशि कंपनी के बैंक खातों में पड़ी थी। ईडी ने इस साल फरवरी माह में कंपनी की तरफ से किए गए अवैध रेमिटेंसेज के संबंध में जांच शुरू की थी।
शाओमी इंडिया ने वर्ष 2014 में भारत में अपना परिचालन शुरू किया और वर्ष 2015 से पैसा भेजना शुरू कर दिया। कंपनी ने तीन फॉरेन बेस्ड एंटिटीज को रॉयल्टी की आड़ में 5551.27 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा रेमिट की है। इन तीन कंपनियों में Xiaomi समूह की एक एंटिटी भी शामिल है। रॉयल्टी के नाम पर इतनी बड़ी रकम शाओमी ग्रुप की एंटिटीज के निर्देश पर भेजी गई थी। अन्य दो यूएस बेस्ड असंबंधित एंटिटीज को रेमिट की गई राशि भी Xiaomi समूह की एंटिटीज के अंतिम लाभ के लिए थी।
और क्या पाया गया जांच में
Xiaomi India, MI के ब्रांड नाम के तहत भारत में मोबाइल फोन की ट्रेडर और डिस्ट्रीब्यूटर है। Xiaomi India पूरी तरह से निर्मित मोबाइल सेट और अन्य उत्पाद भारत में निर्माताओं से खरीदती है। Xiaomi India ने उन तीन विदेशी एंटिटीज से कोई सेवा नहीं ली है, जिन्हें यह धनराशि ट्रान्सफर की गई है। समूह एंटिटीज के बीच बनाए गए विभिन्न असंबंधित दस्तावेजी मुखौटों की आड़ में, कंपनी ने रॉयल्टी के नाम पर विदेश में इस राशि को भेजा, जो फेमा की धारा 4 का उल्लंघन है। कंपनी ने विदेशों में पैसा भेजते समय बैंकों को भ्रामक जानकारी भी दी।
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