यूपी की तरह बिहार में भी मस्जिद-मंदिर से हटाए जाएं लाउडस्पीकर, बीजेपी की डिमांड पर जेडीयू की सहमति

144
यूपी की तरह बिहार में भी मस्जिद-मंदिर से हटाए जाएं लाउडस्पीकर, बीजेपी की डिमांड पर जेडीयू की सहमति

यूपी की तरह बिहार में भी मस्जिद-मंदिर से हटाए जाएं लाउडस्पीकर, बीजेपी की डिमांड पर जेडीयू की सहमति

पटना: उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकर बैन के फैसले को मिल रही सफलता को देखते हुए बिहार में भी इसे लागू करने की मांग उठने लगी है। बिहार में बीजेपी नेता लाउडस्पीकर बैन करने की मांग कर रहे हैं। उन्हें सहयोगी जेडीयू का भी समर्थन मिल रहा है। वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी इसका विरोध कर रही है। बीजेपी की ओर से तर्क दिया गया है कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर के जरिए अजान की तेज आवाज आने से लोगों को दिक्कतें होती हैं। ये भी कहा जा रहा है कि लाउडस्पीकर से ध्वनी प्रदूषण भी होता है। यह कोर्ट के आदेशों के विरुद्ध है। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार धार्मिक स्वतंत्रता के नाम पर इस मांग को खारिज कर चुके हैं। ध्वनि प्रदूषण के नजरिए से जेडीयू लाउडस्पीकर बैन को जायज मान रहा है।

अजान की आवाज से बाधित होती है छात्रों को पढ़ाई : मंत्री राम जनक राम
बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने कहा कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर से ध्वनी प्रदूषण होता है। लाउडस्पीकर से अजान की आवाज होने से छात्रों को पढ़ाई करने में दिक्कत होती है। इसलिए इसे बैन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ध्वनि प्रदूषण अधिनियम 2000 के मुताबिक दिन में 55 और रात में 45 डेसिबल से अधिक आवाज नहीं होनी चाहिए। यहां बता दें कि आपसी बातचीत में 30 डेसिबल ध्वनि होती है। वहीं लाउडस्पीकर से कमसे कम 80-90 डेसिबल ध्वनि उत्पन्न होती है। इंसान अधिकतम 100 से 120 डेसिबल ध्वनि सुन सकता है।
Loudspeaker Controversy : योगी, उद्धव, राज उलझ रहे; 17 साल पहले बच्ची की चीख दबाने वाले लाउडस्पीकर पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया था बड़ा फैसला
लाउडस्पीकर से होता है ध्वनि प्रदूषण: बीजेपी
बीजेपी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश की सरकार ने लगभग ढाई हजार से अधिक लाउडस्पीकरों को मस्जिदों, मंदिरों समेत अन्य धार्मिक स्थलों से उतरवाने का काम किया है। लगभग 30 हजार लाउडस्पीकर की आवाज को धीमा किया गया है। यह आवश्यक है। ध्वनि प्रदूषण होना, लोगों के जीवन में खलल डालना, लोगों को इससे परेशानी होती है। उस परेशानी को दूर करने के लिए और लोगों को शांतिपूर्ण जीवन देने के लिए लाउडस्पीकर बैन होना चाहिए। निश्चित रूप से इसे हर राज्य में लागू करना चाहिए।’

यूपी में लाउडस्पीकर बैन का फैसला सराहनीय : जेडीयू
जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, ‘लाउडस्पीकर के इस्तेमाल के लिए प्रशासन की तरफ से फिक्स गाइडलाइन है। आप कितने समय तक लाउडस्पीकर बजा सकते हैं, किस साउंड फ्रीक्ववेंसी में बजा सकते हैं। यूपी सरकार ने लाउडस्पीकर के प्रयोग पर रोक लगाई है। कोई भी अगर नियमों का उल्लंघन करता है तो उसपर कार्रवाई होनी ही चाहिए। एक तरह से यह फैसला ठीक ही है।’
Ayodhya News: अयोध्या रेंज के 5 जिलों में 177 मंदिरों और 549 मस्जिदों से उतारे गए अवैध लाउडस्पीकर
धर्म के नाम पर राजनीतिक खिलवाड़ करने की कोशिश: आरजेडी
आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा, ‘जब देश में जनता आवाज बुलंद करना चाहती है, और जनता की आवाज बेरोजगारी के नाम पर, गरीबी के नाम पर महंगाई के नाम पर उठती है, तब-तब सत्ता में बैठे लोग धर्म की आढ़ लेकर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने लगते हैं। इसका ताजा उदाहरण रमजान के महीने में यूपी से लेकर बिहार तक धर्म के नाम पर खिलवाड़ करने का काम हो रहा है।’

Omar Abdullah:’हमारा गुनाह क्या है?’, लाउडस्पीकर और हलाल मीट पर उमर अब्दुल्ला का बयान सुनिए

लाउडस्पीकर बैन जैसे फैसले का कोई फायदा नहीं : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता है कि बिहार में भी इस तरह के मुद्दों पर राजनीति की नौबत आएगी। हमारे सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भले ही बीजेपी के साथ गठबंधन है। लेकिन उन्हें पता है कि लाउडस्पीकर बैन जैसे फैसले का कोई फायदा नहीं है। उन्हें मालूम है कि राज्य में शांति सौहार्द्र, भाई चारा फैलाने के लिए क्या करना है। यह तथ्य उन्हें बिलकुल क्लियर है।’

लाउडस्पीकर बैन पर सीएम नीतीश की ‘ना’
सीएम नीतीश ने पिछले दिनों कहा था, ‘पूजा के नाम पर विवाद करने वालों का धर्म से कोई मतलब नहीं। पूजा के नाम पर विवाद करने वाला सही आदमी नहीं हो सकता। हर धर्म और मजहब को मानने वालों का अपना-अपना तरीका है। धर्म और मजहब के तरीकों को लेकर कोई विवाद नहीं होना चाहिए।’

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News