अब केजरीवाल और मान ‘बांटेंगे ज्ञान’, दिल्ली और पंजाब ने नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट पर किए साइन h3>
पंजाब में भी अब आम आदमी पार्टी (आप) का दिल्ली वाला फॉर्मूला काम करेगा। इसके लिए मंगलवार को दिल्ली और पंजाब की सरकारों के बीच नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए।
इस दौरान ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समझता हूं कि ये भारत के इतिहास में बहुत अनोखा मामला है, जब किसी राज्य की सरकारें एक दूसरे से कुछ सीखने के लिए एग्रीमेंट साइन कर रही हैं। हमारा लक्ष्य एक दूसरे से सीखना और आगे बढ़ना है। यह एक बड़ा विकास है। केजरीवाल ने कहा कि अगर हर राज्य दूसरों के अच्छे कामों से सीखना शुरू करे तो भारत प्रगति करेगा।
वहीं, भगवंत मान ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली उनकी सरकार की प्राथमिकता है और पंजाब इसके लिए दिल्ली से बहुत कुछ सीख सकता है जहां इन क्षेत्रों में काफी काम किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली भी पंजाब से कृषि के बारे में सीख सकती है।
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मान ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि सिर्फ हमने अच्छा काम किया है। देशभर में कई जगहों पर अच्छे काम हुए हैं, लेकिन पार्टियों और राज्यों के विभाजन के चलते किसी ने इनसे कुछ भी नहीं सीखा।
The Knowledge-Sharing Agreement is a unique incident in the history of India; governments are signing an agreement to share knowledge… our goal is to learn from each other & move forward; it’s a big development: AAP national convener & Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/9sypxieF54
— ANI (@ANI) April 26, 2022
बता दें कि दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर आए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को यह ऐलान किया था कि उनकी सरकार पंजाब में भी दिल्ली का शिक्षा मॉडल लागू करेगी, जहां सभी आर्थिक पृष्ठभूमि के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। मान अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ‘दिल्ली मॉडल’ को समझने और पंजाब में इसे लागू करने के लिए राजधानी के स्वास्थ्य संस्थानों और स्कूलों का दौरा किया।
मान ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में क्रांति की चर्चा पूरे देश में होती है। हम पंजाब में उसी मॉडल को लागू करेंगे, जहां अमीर या गरीब पृष्ठभूमि के छात्रों को एक साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। देश एक-दूसरे से सीखकर इस तरह प्रगति करेगा।
पंजाब में भी अब आम आदमी पार्टी (आप) का दिल्ली वाला फॉर्मूला काम करेगा। इसके लिए मंगलवार को दिल्ली और पंजाब की सरकारों के बीच नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस नॉलेज शेयरिंग एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए।
इस दौरान ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समझता हूं कि ये भारत के इतिहास में बहुत अनोखा मामला है, जब किसी राज्य की सरकारें एक दूसरे से कुछ सीखने के लिए एग्रीमेंट साइन कर रही हैं। हमारा लक्ष्य एक दूसरे से सीखना और आगे बढ़ना है। यह एक बड़ा विकास है। केजरीवाल ने कहा कि अगर हर राज्य दूसरों के अच्छे कामों से सीखना शुरू करे तो भारत प्रगति करेगा।
वहीं, भगवंत मान ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली उनकी सरकार की प्राथमिकता है और पंजाब इसके लिए दिल्ली से बहुत कुछ सीख सकता है जहां इन क्षेत्रों में काफी काम किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली भी पंजाब से कृषि के बारे में सीख सकती है।
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मान ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि सिर्फ हमने अच्छा काम किया है। देशभर में कई जगहों पर अच्छे काम हुए हैं, लेकिन पार्टियों और राज्यों के विभाजन के चलते किसी ने इनसे कुछ भी नहीं सीखा।
The Knowledge-Sharing Agreement is a unique incident in the history of India; governments are signing an agreement to share knowledge… our goal is to learn from each other & move forward; it’s a big development: AAP national convener & Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/9sypxieF54
— ANI (@ANI) April 26, 2022
बता दें कि दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर आए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को यह ऐलान किया था कि उनकी सरकार पंजाब में भी दिल्ली का शिक्षा मॉडल लागू करेगी, जहां सभी आर्थिक पृष्ठभूमि के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। मान अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ‘दिल्ली मॉडल’ को समझने और पंजाब में इसे लागू करने के लिए राजधानी के स्वास्थ्य संस्थानों और स्कूलों का दौरा किया।
मान ने कहा कि दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में क्रांति की चर्चा पूरे देश में होती है। हम पंजाब में उसी मॉडल को लागू करेंगे, जहां अमीर या गरीब पृष्ठभूमि के छात्रों को एक साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। देश एक-दूसरे से सीखकर इस तरह प्रगति करेगा।