अब डायल करें सिर्फ 112, मिलेंगी सभी प्रकार की आपातकालीन सेवाएं | 100 number helpline service also released with 112 helpline number | Patrika News h3>
100 पर भी जारी रहेगी सहायता….
भोपाल
Updated: April 25, 2022 01:52:40 pm
भोपाल। केंद्र के निर्देशानुसार देशभर में एक ही हेल्पलाइन नंबर पर सभी तरह की मदद मुहैया कराने शुरू किए गए 112 हेल्पलाइन नंबर के साथ ही प्रदेश में 100 नंबर हेल्पलाइन सेवा भी जारी रहेगी। स्टेट कमांड सेंटर में 100 पर आने वाले कॉल्स को 112 पर ट्रांसफर किया जा रहा है। वजह डायल 100 की लोगों को ज्यादा जानकारी होना है। सरकार ने फायर, महिला अपराध, बच्चों से संबंधित अपराध समेत चिकित्सीय सेवा के लिए एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 112 की शुरुआत की है। इससे लोगों को आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग-अलग नंबर डायल नहीं करना पड़ेगा। महिला हेल्पलाइन 1090 को भी 112 नंबर से जोड़ा गया है ।
112 helpline
112 नंबर में पुलिस का 100, एंबुलेंस का 108, आपदा का 107, वुमन हेल्पलाइन का 1090 और फायर ब्रिगेड का 101 इमरजेंसी सब शामिल हैं. इनसे संबंधित मदद की ज़रूरत पड़ने पर अब सिर्फ 112 नंबर डायल करना होगा.
कैसे काम करता है ये इमरजेंसी नंबर ?
112 इमरजेंसी नंबर अमेरिका के 911 की ही तरह शुरू किया गया। ये एक नेशनल इमरजेंसी नंबर है। इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम (ERSS) के तहत इस नंबर को शुरू किया गया।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देश में पुलिस से मदद के लिए 100 नंबर, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 108, फायर ब्रिगेड से जुड़ी सेवाओं के लिए 101, महिला हेल्पलाइन के लिए 1091 और 181 और चाइल्ड हेल्पलाइन के लिए 1098 नंबर मौजूद हैं। इन सभी को ही 112 नंबर के तहत लाया गया। यानी आप 112 डायल नंबर कर किसी भी तरह की इमरजेंसी में मदद ले सकते हैं। ‘112 India’ ऐप भी लॉन्च किया जा चुका है, जिसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर आप रजिस्टर कर सकते हैं।
स्टेट कमांड सेंटर में शिफ्ट होगा कॉलसेंटर
भदभदा रोड स्थित दूरसंचार मुख्यालय परिसर में बने स्टेट कमांड सेंटर में डायल-100 के कॉल सेंटर समेत सीसीटीवी कमांड सेंटर की शिफ्टिंग की जा रही है। लीज लाइन समेत अन्य काम जारी हैं। सेंटर में एडीजी समेत अन्य अधिकारियों के कार्यालयों की शिफ्टिंग हो चुकी है।
अनुबंध जल्द
डायल-100 सेवा के लिए नई कंपनी तय होने के बाद इस हफ्ते अनुबंध हो सकता है। आगामी दो महीने में सभी जिलों में 1200 नए फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल नजर आएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में बोलेरो तो शहरी क्षेत्र में इनोवा वाहन दौड़ेंगे। हर जिले में नए वाहन भेजे जाएंगे।
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100 पर भी जारी रहेगी सहायता….
भोपाल
Updated: April 25, 2022 01:52:40 pm
भोपाल। केंद्र के निर्देशानुसार देशभर में एक ही हेल्पलाइन नंबर पर सभी तरह की मदद मुहैया कराने शुरू किए गए 112 हेल्पलाइन नंबर के साथ ही प्रदेश में 100 नंबर हेल्पलाइन सेवा भी जारी रहेगी। स्टेट कमांड सेंटर में 100 पर आने वाले कॉल्स को 112 पर ट्रांसफर किया जा रहा है। वजह डायल 100 की लोगों को ज्यादा जानकारी होना है। सरकार ने फायर, महिला अपराध, बच्चों से संबंधित अपराध समेत चिकित्सीय सेवा के लिए एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 112 की शुरुआत की है। इससे लोगों को आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग-अलग नंबर डायल नहीं करना पड़ेगा। महिला हेल्पलाइन 1090 को भी 112 नंबर से जोड़ा गया है ।
112 helpline
112 नंबर में पुलिस का 100, एंबुलेंस का 108, आपदा का 107, वुमन हेल्पलाइन का 1090 और फायर ब्रिगेड का 101 इमरजेंसी सब शामिल हैं. इनसे संबंधित मदद की ज़रूरत पड़ने पर अब सिर्फ 112 नंबर डायल करना होगा.
कैसे काम करता है ये इमरजेंसी नंबर ?
112 इमरजेंसी नंबर अमेरिका के 911 की ही तरह शुरू किया गया। ये एक नेशनल इमरजेंसी नंबर है। इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपोर्ट सिस्टम (ERSS) के तहत इस नंबर को शुरू किया गया।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि देश में पुलिस से मदद के लिए 100 नंबर, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 108, फायर ब्रिगेड से जुड़ी सेवाओं के लिए 101, महिला हेल्पलाइन के लिए 1091 और 181 और चाइल्ड हेल्पलाइन के लिए 1098 नंबर मौजूद हैं। इन सभी को ही 112 नंबर के तहत लाया गया। यानी आप 112 डायल नंबर कर किसी भी तरह की इमरजेंसी में मदद ले सकते हैं। ‘112 India’ ऐप भी लॉन्च किया जा चुका है, जिसे अपने मोबाइल में डाउनलोड कर आप रजिस्टर कर सकते हैं।
स्टेट कमांड सेंटर में शिफ्ट होगा कॉलसेंटर
भदभदा रोड स्थित दूरसंचार मुख्यालय परिसर में बने स्टेट कमांड सेंटर में डायल-100 के कॉल सेंटर समेत सीसीटीवी कमांड सेंटर की शिफ्टिंग की जा रही है। लीज लाइन समेत अन्य काम जारी हैं। सेंटर में एडीजी समेत अन्य अधिकारियों के कार्यालयों की शिफ्टिंग हो चुकी है।
अनुबंध जल्द
डायल-100 सेवा के लिए नई कंपनी तय होने के बाद इस हफ्ते अनुबंध हो सकता है। आगामी दो महीने में सभी जिलों में 1200 नए फर्स्ट रिस्पॉन्स व्हीकल नजर आएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में बोलेरो तो शहरी क्षेत्र में इनोवा वाहन दौड़ेंगे। हर जिले में नए वाहन भेजे जाएंगे।
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