पटना के इन 25 हजार घरों में पहुंचेगी पाइप से किचन वाली गैस, क्या आपने किया है अप्लाई? h3>
पटना: शहर में अब तक 25,000 से अधिक घरों ने एलपीजी सिलेंडरों को छोड़ कर खाना पकाने के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) कनेक्शन का विकल्प चुना है । गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ( गेल ), जो घरों में पीएनजी की आपूर्ति के लिए भूमिगत पाइपलाइन बिछा रही है , ने शहर में कम से कम 50,000 घरों और अपार्टमेंटों को कवर करने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया है। गेल ने फरवरी 2019 में शुरू की गई प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत 2,500 करोड़ रुपये के खर्च से 14 लाख घरों में पीएनजी की आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाने का लक्ष्य रखा है।
पटना के घरों में तेजी से पहुंच रहा PNG
गेल के एक अधिकारी ने कहा कि पटना में 7,500 घरों में पर्यावरण के अनुकूल ईंधन का उपयोग कर रहे हैं। इन अधिकारी के मुताबिक ‘पिछले 6-7 महीनों में पाइप से रसोई गैस कनेक्शन की संख्या में 87% की वृद्धि हुई है, क्योंकि पिछले साल सितंबर में 4,000 घर पीएनजी का उपयोग कर रहे थे। पीएनजी कनेक्शन में उछाल के लिए एलपीजी की कीमतों में वृद्धि को भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।’
पटना के 25 हजार घरों से PNG कनेक्शन के लिए आवेदन
गेल-पटना के मुख्य प्रबंधक गयूर आलम जाहिरी ने कहा कि उन्हें पीएनजी कनेक्शन के लिए 25,000 घरों से आवेदन मिला है। जाहिरी के मुताबिक ‘इन घरों में पाइप से रसोई गैस की आपूर्ति शुरू करने में 15 दिन से 3 महीने का समय लगेगा। हम अपने पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं और आस-पास के क्षेत्रों को कवर करने के लिए गांधी मैदान के पास सुभाष पार्क में एक जिला विनियमन स्टेशन (डीआरएस) स्थापित किया गया है। पटना मेट्रो रेल के काम के चलते कई जगहों पर हम पाइपलाइन नहीं बिछा सके।’
पटना में इन जगहों पर PNG हब
शहर में अब तक कम से कम छह जिला विनियमन स्टेशन एम्स-पटना, बीआईटी-मेसरा, आईजीआईएमएस, दानापुर रेलवे कॉलोनी, अनीसाबाद और गांधी मैदान के पास स्थापित किए गए हैं। शहर में अब तक कम से कम छह जिला विनियमन स्टेशन एम्स-पटना, बीआईटी-मेसरा, आईजीआईएमएस, दानापुर रेलवे कॉलोनी, अनीसाबाद और गांधी मैदान के पास स्थापित किए गए हैं।
गेल-पटना के महाप्रबंधक एके सिन्हा ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 के अंत तक 400 किलोमीटर से अधिक लंबी पाइपलाइन बिछाई है और 50,000 घरों में पीएनजी आपूर्ति के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया है। इन इलाकों में जगदेवपथ, जलालपुर, डीआरएम कॉलोनी, आरपीएस कॉलोनी, रुकनपुरा, गोला रोड, एम्स कॉलोनी, विजय नगर , वेद नगर, राजा बाजार और आशियाना-दीघा रोड जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है। सिन्हा ने कहा कि ‘हमने 2022-23 वित्तीय वर्ष में 20,000 से अधिक घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।’
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गेल के एक अधिकारी ने कहा कि पटना में 7,500 घरों में पर्यावरण के अनुकूल ईंधन का उपयोग कर रहे हैं। इन अधिकारी के मुताबिक ‘पिछले 6-7 महीनों में पाइप से रसोई गैस कनेक्शन की संख्या में 87% की वृद्धि हुई है, क्योंकि पिछले साल सितंबर में 4,000 घर पीएनजी का उपयोग कर रहे थे। पीएनजी कनेक्शन में उछाल के लिए एलपीजी की कीमतों में वृद्धि को भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।’
पटना के 25 हजार घरों से PNG कनेक्शन के लिए आवेदन
गेल-पटना के मुख्य प्रबंधक गयूर आलम जाहिरी ने कहा कि उन्हें पीएनजी कनेक्शन के लिए 25,000 घरों से आवेदन मिला है। जाहिरी के मुताबिक ‘इन घरों में पाइप से रसोई गैस की आपूर्ति शुरू करने में 15 दिन से 3 महीने का समय लगेगा। हम अपने पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं और आस-पास के क्षेत्रों को कवर करने के लिए गांधी मैदान के पास सुभाष पार्क में एक जिला विनियमन स्टेशन (डीआरएस) स्थापित किया गया है। पटना मेट्रो रेल के काम के चलते कई जगहों पर हम पाइपलाइन नहीं बिछा सके।’
पटना में इन जगहों पर PNG हब
शहर में अब तक कम से कम छह जिला विनियमन स्टेशन एम्स-पटना, बीआईटी-मेसरा, आईजीआईएमएस, दानापुर रेलवे कॉलोनी, अनीसाबाद और गांधी मैदान के पास स्थापित किए गए हैं। शहर में अब तक कम से कम छह जिला विनियमन स्टेशन एम्स-पटना, बीआईटी-मेसरा, आईजीआईएमएस, दानापुर रेलवे कॉलोनी, अनीसाबाद और गांधी मैदान के पास स्थापित किए गए हैं।
गेल-पटना के महाप्रबंधक एके सिन्हा ने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2021-22 के अंत तक 400 किलोमीटर से अधिक लंबी पाइपलाइन बिछाई है और 50,000 घरों में पीएनजी आपूर्ति के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया है। इन इलाकों में जगदेवपथ, जलालपुर, डीआरएम कॉलोनी, आरपीएस कॉलोनी, रुकनपुरा, गोला रोड, एम्स कॉलोनी, विजय नगर , वेद नगर, राजा बाजार और आशियाना-दीघा रोड जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है। सिन्हा ने कहा कि ‘हमने 2022-23 वित्तीय वर्ष में 20,000 से अधिक घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।’