तबेले में चल रहे नर्सिंग कॉलेज में पढ़ा रही हैं एमवाय की स्टाफ नर्सें! छात्रवृत्ति में घोटाले की आशंका के बीच मांगा गया स्पष्टीकरण | Issued notice to all the three nurses and sought clarification | Patrika News h3>
– अक्षर नर्सिंग कॉलेज में छात्रवृत्ति सीधे कॉलेज के खाते में जमा होने का आरोप
– कॉलेज संचालक फीस व दस्तावेज वापस लेने का बना रहे दबाव
– दो साल से परीक्षा नहीं होने की बात भी आई सामने
इंदौर
Published: April 22, 2022 05:01:50 pm
इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में बायपास पर किराये के तबेले में चल रहे अक्षर नर्सिंग कॉलेज में की गई गड़बड़ी की जांच प्रशासन द्वारा की जा रही है। विद्यार्थियों के बयानों के आधार पर अब नया मामला सामने आया है। कॉलेज में छात्रवृत्ति घोटाले की भी आशंका है।
nursing college
बताया जाता है, छात्राओं की छात्रवृत्ति कॉलेज ने अपने खाते में ट्रांसफर करवा ली। एडीएम ने आदिम जाति कल्याण विभाग को इसकी जांच के लिए कहा है। तीनों नर्सेस को नोटिस जारी कर फैकल्टी में उनका नाम होने पर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, पहले साल की छात्राओं ने बताया, प्रबंधन हम पर फीस और दस्तावेज वापस लेने का दबाव बना रहा है।
कॉलेज की छात्राओं द्वारा कलेक्टर मनीष सिंह से की गई शिकायत के बाद कॉलेज की जांच में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। छात्राओं द्वारा एमवाय की स्टाफ नर्सों द्वारा पढ़ाने व वहां पर प्रेक्टिकल के लिए भेजने की जानकारी देने के बाद जांच की जा रही है।
छात्रवृत्ति भी सीधे कॉलेज के खाते में जमा होने की बात गुरुवार को सामने आई है। कुछ छात्राओं ने बताया, हमारी फीस को लेकर असमंजस की स्थिति है। विभाग का कहना है, खाते में जमा की गई है। जबकि उसे कॉलेज के खाते में जमा होना बताया जा रहा है। अक्षर कॉलेज की जांच के साथ ही अन्य नर्सिंग कॉलेजों के निरीक्षण के लिए भी काउंसिल को पत्र लिखा जा रहा है।
एडीएम पवन जैन के अनुसार विभाग को इसकी जांच करने के लिए कहा है। छात्राओं ने बताया, कॉलेज संचालक हम पर फीस व दस्तावेज वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। डरा-धमकाकर राशि लेकर मामला रफा-दफा होने की बात कह रहे हैं। एडीएम का कहना है, हमारा लक्ष्य भी छात्राओं को उनकी राशि वापस दिलाना है, लेकिन कोशिश कर रहे हैं, इन्हें अच्छे नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश भी दिलवा सकें।
तीनों स्टाफ नर्सेस को नोटिस
एडीएम ने बताया, तीनों स्टाफ नर्सेस को नोटिस जारी किए हैं। तीनों के नाम प्रबंधन समिति के साथ फैकल्टी के तौर पर सामने आए हैं। तीनों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जबकि तीनों नर्सेस ने कॉलेज संचालकों द्वारा अपना नाम डालने को लेकर शिकायत भी की है।
परीक्षा भी नहीं हुई
जानकारी के अनुसार, प्रथम वर्ष के साथ ही दूसरे व तीसरे वर्ष के विद्यार्थी भी परेशान हैं। दो साल से परीक्षा नहीं होने की बात कही जा रही हैं। एक छात्र से 70-80 हजार रुपए सालाना वसूले जा रहे हैं।
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– अक्षर नर्सिंग कॉलेज में छात्रवृत्ति सीधे कॉलेज के खाते में जमा होने का आरोप
– कॉलेज संचालक फीस व दस्तावेज वापस लेने का बना रहे दबाव
– दो साल से परीक्षा नहीं होने की बात भी आई सामने
इंदौर
Published: April 22, 2022 05:01:50 pm
इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर में बायपास पर किराये के तबेले में चल रहे अक्षर नर्सिंग कॉलेज में की गई गड़बड़ी की जांच प्रशासन द्वारा की जा रही है। विद्यार्थियों के बयानों के आधार पर अब नया मामला सामने आया है। कॉलेज में छात्रवृत्ति घोटाले की भी आशंका है।
nursing college
बताया जाता है, छात्राओं की छात्रवृत्ति कॉलेज ने अपने खाते में ट्रांसफर करवा ली। एडीएम ने आदिम जाति कल्याण विभाग को इसकी जांच के लिए कहा है। तीनों नर्सेस को नोटिस जारी कर फैकल्टी में उनका नाम होने पर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, पहले साल की छात्राओं ने बताया, प्रबंधन हम पर फीस और दस्तावेज वापस लेने का दबाव बना रहा है।
कॉलेज की छात्राओं द्वारा कलेक्टर मनीष सिंह से की गई शिकायत के बाद कॉलेज की जांच में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। छात्राओं द्वारा एमवाय की स्टाफ नर्सों द्वारा पढ़ाने व वहां पर प्रेक्टिकल के लिए भेजने की जानकारी देने के बाद जांच की जा रही है।
छात्रवृत्ति भी सीधे कॉलेज के खाते में जमा होने की बात गुरुवार को सामने आई है। कुछ छात्राओं ने बताया, हमारी फीस को लेकर असमंजस की स्थिति है। विभाग का कहना है, खाते में जमा की गई है। जबकि उसे कॉलेज के खाते में जमा होना बताया जा रहा है। अक्षर कॉलेज की जांच के साथ ही अन्य नर्सिंग कॉलेजों के निरीक्षण के लिए भी काउंसिल को पत्र लिखा जा रहा है।
एडीएम पवन जैन के अनुसार विभाग को इसकी जांच करने के लिए कहा है। छात्राओं ने बताया, कॉलेज संचालक हम पर फीस व दस्तावेज वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। डरा-धमकाकर राशि लेकर मामला रफा-दफा होने की बात कह रहे हैं। एडीएम का कहना है, हमारा लक्ष्य भी छात्राओं को उनकी राशि वापस दिलाना है, लेकिन कोशिश कर रहे हैं, इन्हें अच्छे नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश भी दिलवा सकें।
तीनों स्टाफ नर्सेस को नोटिस
एडीएम ने बताया, तीनों स्टाफ नर्सेस को नोटिस जारी किए हैं। तीनों के नाम प्रबंधन समिति के साथ फैकल्टी के तौर पर सामने आए हैं। तीनों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जबकि तीनों नर्सेस ने कॉलेज संचालकों द्वारा अपना नाम डालने को लेकर शिकायत भी की है।
परीक्षा भी नहीं हुई
जानकारी के अनुसार, प्रथम वर्ष के साथ ही दूसरे व तीसरे वर्ष के विद्यार्थी भी परेशान हैं। दो साल से परीक्षा नहीं होने की बात कही जा रही हैं। एक छात्र से 70-80 हजार रुपए सालाना वसूले जा रहे हैं।
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