माध्यमिक शिक्षा के निदेशक विनय कुमार पांडेय हटाए गए, अपर परियोजना निदेशक सरिता तिवारी को मिली अस्थायी जिम्मेदारी | Director of Secondary Education Vinay Kumar Pandey removed | Patrika News h3>
बलिया में यूपी बोर्ड का पेपर लीक होने के बाद से ही विनय कुमार पाण्डेय शासन के निशाने पर थे। उसी समय संकेत मिलने लगे थे कि उनको हटा दिया जाएगा। उन्हें 2018 में निदेशक के पद का कार्यभार सौंपा गया था। 2021 में उन्हें प्रोन्नत कर निदेशक बनाया गया।
लखनऊ
Published: April 21, 2022 11:27:54 pm
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा के निदेशक विनय कुमार पांडेय को उनके पद से हटा दिया गया है। विनय कुमार की जगह अपर परियोजना निदेशक सरिता तिवारी को अग्रिम आदेशों तक माध्यमिक शिक्षा निदेशक का अस्थायी रूप से चार्ज दिया गया है। जबकि माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय को निदेशक साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं प्राच्य भाषा बनाए गए हैं। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि सरिता तिवारी अपर परियोजना निदेशक, राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ को उक्त कार्य के लिए कोई अतिरिक्त वेतन, भत्ता आदि देय नहीं होगा।
अग्रिम आदेश तक सरिता तिवारी बनीं निदेशक योगी सरकार 2.0 में लगातार कई अधिकारियों के तबादलों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में एक और बड़ा बदलाव देखने को मिला है। जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि विनय कुमार पाण्डेय शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश को तत्काल प्रभाव से स्थानान्तरित किया गया है। इस आदेश में ही सरिता तिवारी अपर परियोजना निदेशक को अग्रिम आदेश तक इस पद की भी जिम्मेदारी दी गई है।
विनय कुमार को 2021 में मिली थी जिम्मेदारी बता दें कि विनय कुमार पांडेय को 2021 में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले करीब तीन साल तक उन्हें इस पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। विनय कुमार पांडेय को 1990 विभाग में पहली बार एसोसिएट जिला विद्यालय निरीक्षक के पद पर तैनाती मिली थी।
अधिकारियों में थी नाराजगी उनको निदेशक पद पर तैनाती के बाद से ही लगातार अधिकारियों में काफी नाराजगी थी। विनय पांडेय को पद से हटाए जाने के अचानक लिए गए इस फैसले को लेकर काफी चर्चाएं हैं। बीते दिनों बोर्ड परीक्षाओं में लापरवाही भी इसमें एक कारण मानी जा रही है।
कई अफसरों पर गिर चुकी है गाज गौरतलब है कि योगी सरकार 2.0 के शपथग्रहण के बाद से ही कई अधिकारियों को अभी तक हटाया जा चुका है। इसी के साथ नए अधिकारियों को तैनाती भी मिली है। माना जा रहा है इसी कड़ी में यह फेरबदल भी किया गया है। हाल ही में सीएम योगी ने गाजियाबाद तत्कालीन एसएसपी, डीएम सोनभद्र, डीएम औरैया सहित कई अफसरों पर कार्रवाई कर चुकी है।
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बलिया में यूपी बोर्ड का पेपर लीक होने के बाद से ही विनय कुमार पाण्डेय शासन के निशाने पर थे। उसी समय संकेत मिलने लगे थे कि उनको हटा दिया जाएगा। उन्हें 2018 में निदेशक के पद का कार्यभार सौंपा गया था। 2021 में उन्हें प्रोन्नत कर निदेशक बनाया गया।
लखनऊ
Published: April 21, 2022 11:27:54 pm
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा के निदेशक विनय कुमार पांडेय को उनके पद से हटा दिया गया है। विनय कुमार की जगह अपर परियोजना निदेशक सरिता तिवारी को अग्रिम आदेशों तक माध्यमिक शिक्षा निदेशक का अस्थायी रूप से चार्ज दिया गया है। जबकि माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय को निदेशक साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं प्राच्य भाषा बनाए गए हैं। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि सरिता तिवारी अपर परियोजना निदेशक, राज्य परियोजना कार्यालय, लखनऊ को उक्त कार्य के लिए कोई अतिरिक्त वेतन, भत्ता आदि देय नहीं होगा।
अग्रिम आदेश तक सरिता तिवारी बनीं निदेशक योगी सरकार 2.0 में लगातार कई अधिकारियों के तबादलों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में एक और बड़ा बदलाव देखने को मिला है। जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि विनय कुमार पाण्डेय शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश को तत्काल प्रभाव से स्थानान्तरित किया गया है। इस आदेश में ही सरिता तिवारी अपर परियोजना निदेशक को अग्रिम आदेश तक इस पद की भी जिम्मेदारी दी गई है।
विनय कुमार को 2021 में मिली थी जिम्मेदारी बता दें कि विनय कुमार पांडेय को 2021 में इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले करीब तीन साल तक उन्हें इस पद का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। विनय कुमार पांडेय को 1990 विभाग में पहली बार एसोसिएट जिला विद्यालय निरीक्षक के पद पर तैनाती मिली थी।
अधिकारियों में थी नाराजगी उनको निदेशक पद पर तैनाती के बाद से ही लगातार अधिकारियों में काफी नाराजगी थी। विनय पांडेय को पद से हटाए जाने के अचानक लिए गए इस फैसले को लेकर काफी चर्चाएं हैं। बीते दिनों बोर्ड परीक्षाओं में लापरवाही भी इसमें एक कारण मानी जा रही है।
कई अफसरों पर गिर चुकी है गाज गौरतलब है कि योगी सरकार 2.0 के शपथग्रहण के बाद से ही कई अधिकारियों को अभी तक हटाया जा चुका है। इसी के साथ नए अधिकारियों को तैनाती भी मिली है। माना जा रहा है इसी कड़ी में यह फेरबदल भी किया गया है। हाल ही में सीएम योगी ने गाजियाबाद तत्कालीन एसएसपी, डीएम सोनभद्र, डीएम औरैया सहित कई अफसरों पर कार्रवाई कर चुकी है।
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