हाईटेक सिक्योर वेबसाइट बनाकर बाकायदा दे रहे लॉगिन आइडी-पासवर्ड | bhopal police | Patrika News

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हाईटेक सिक्योर वेबसाइट बनाकर बाकायदा दे रहे लॉगिन आइडी-पासवर्ड | bhopal police | Patrika News

हाईटेक सिक्योर वेबसाइट बनाकर बाकायदा दे रहे लॉगिन आइडी-पासवर्ड | bhopal police | Patrika News

पुख्ता सूचना मिली तभी हो सकती है आरोपियों की धरपकड़

जीत हार का हर दांव डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिए फोटो रुटीन गुप में

 

खेलकूद से जुड़ी गतिविधियों में रुचि रखने वालों के लिए जानकारियां उपलब्ध कराने का दावा करने वाली वेबसाइट अब आईपीएल सट्टेबाजी में उतर आई हैं। क्लासिक एक्सचेंज 99. कॉम ऐसी एक वेबसाइट है जिसके बुकी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। कमीशन लेकर ये बुकी शहरों में करोड़ों रुपए का डिजीटल जुआ चलाने लगे हैं।

भोपाल

Published: April 21, 2022 09:01:17 pm

पुलिस की चुनौती ये है कि ऑन लाइन वेबसाइट पर घर बैठे या चलती कार में आईपीएल की बॉल पर जुआ लगाने वाले की पकड़ तभी संभव है जब पुलिस के पास पुख्ता सूचना मौजूद हो। जालसाजों के इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बढ़ते शिकंजे ने पुलिस के सामने ये नई चुनौती खड़ी कर दी है। किसी फ्लैट या सुनसान इलाके में भीड़ लगाने की बजाए सट्टा खिलाने वाले सटोरियों ने ये सुरक्षित तरीका अपना लिया है। हर बॉल पर पैसा लगाने वाले इच्छुक उम्मीदवारों को वेबसाइट बनाकर लिंक सोशल मीडिया के जरिए बांटे जा रहे हैं। पैसा ऑफर करने वाले कस्टमर को रुपए लेकर सिक्योर लॉगिन आईडी-पासवर्ड दिया जाता है। ऑनलाइन हर गेंद पर रकम लगाई जाती है और पैसे का लेन देन डिजिटल तरीके से हो जाता है। क्लासिक एक्सचेंज वेबसाइट डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित कुमार सिंह ने बताया कि भोपाल में पकड़े गए आरोपी क्लासिक एक्सचेंज 99.कॉम नाम की वेबसाइट से जुड़े थे। इस वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आईपीएल सट्टा बुकिंग राशि का कलेक्शन एवं भुगतान किया जाता था। ऑनलाइन होने वाले इस ट्रांजैक्शन के लिए ग्राहकों को आईडी एवं पासवर्ड उपलब्ध कराए जाते थे। हाईटेक तरीके से होने वाले सट्टे की बुकिंग का पूरा हिसाब किताब चलती कार के अंदर बैठा आरोपी अपने लैपटॉप में रखता था। इन वेब गेम के जरिए भी सट्टेबाजी रोरेट -कंप्यूटर या स्मार्ट फोन में यह गेम खेला जा सकता है। इसमें 1 से 38 (अंक) तक घर बने होते हैं। जिस अंक पर रुपए लगाए जाते हैं, वह अंक आने पर जीतने वाले को एक के बदले 36 रुपए दिए जाते हैं। फन अंदरबाहर- इसमें अंक निर्धारित करना पड़ता है। प्रति मिनट अंक खुलते हैं। जिस अंक पर रुपए लगाए हैं, वह अंक खुलता है तो जीतने वाले को लगाई गई राशि से दस गुना ज्यादा राशि दी जाती है। फन टारगेट- इसमें एक से दस तक अक्षर होते हैं। जीतने वाले को लगाई गई राशि की नौ गुना अधिक राशि दी जाती है। पोकर- ताश के दो पत्तों के जरिये यह गेम खेला जाता है। जिसके पत्ते भारी होते हैं, वह जीत जाता है।

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