Jahangirpuri Violence: ये हैं दंगे के दो अहम किरदार, जानिए जहांगीरपुरी का 2020 के दंगे का कनेक्शन h3>
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार रात हुई हिंसा मामले की जांच में जुटी पुलिस ने दंगे के दो अहम किरदार का खुलासा किया है। इन दोनों ही को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। इसमें से एक पर शोभायात्रा के दौरान बहसबाजी करते हुए पथराव की शुरुआत करने का आरोप है तो दूसरे पर दंगे के दौरान गोली चलाने का आरोप है। खास बात यह है कि इन दोनों ही का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। यह खुलासा भी मामले की जांच के दौरान हुआ। वहीं तफ्तीश के दौरान जो एक महत्वपूर्ण बात सामने आई, वह यह कि जहांगीरपुरी इलाके का वर्ष-2020 में राजधानी में हुए दंगे से भी कनेक्शन रहा है। लेकिन हम आपको पहले दंगे दो अहम किरदारों के बारे में पहले जानकारी देंगे।
किरदार नंबर एक
जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 14 संदिग्धों में से एक अंसार को इस सांप्रदायिक झड़प का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि स्थानीय अंसार ने कथित तौर पर अपराध की साजिश रची थी। हम अंसार से पूछताछ कर रहे हैं। हम उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच भी कर रहे हैं, क्योंकि यह अभीतक की तफ्तीश क मुख्य संदिग्ध है। मामले की जांच में जुटी पुलिस के मुताबिक दो जुलूस गुजर चुके थे और यह तीसरा जुलूस था, जिसे अंसार और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर रोका था और लोगों को जुलूस रोकने के लिए उकसाया और पथराव करने का सूत्रधार भी था। अंसार इस घटना की अगुवाई कर रहा था। उसस पूछताछ कर अब यह पता लगाया जा रहा है कि उसके पीछे कोई और तो नहीं है।
किरदार नंबर दो
वहीं जहांगीरपुरी हिंसा मामले के मास्टरमाइंड के रूप में दूसरे किरदार के रूप में शोभायात्रा पर फायरिंग के आरोपी को बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने तो उसका नाम भी जारी कर दिया है। लेकिन कुछ लोगों ने उसे नाबालिग बताया है। इस कारण इसके नाम का खुलासा नहीं किया जा रहा है। पुलिस की मानें तो यह आरोपी सीडी पार्क के पास का रहने वाला है और इसने ही गोली चलाई थी। उसके पास से वारदात के दौरान इस्तेमाल की गई एक पिस्टल बरामद हुई है। मामले की जांच में जुटी पुलिस यह पता करने का प्रयास कर रही है कि इसने आखिरकार क्यों गोली चलाई? क्या इसके पीछे भी कोई कहानी तो नहीं है? असकी जांच के लिए इससे लगातार सघन पूछताछ की जा रही है। खासबात यह है कि उसके खिलाफ जहांगीरपुरी थाना में 2020 के एक मामले में आईपीसी की धारा 324/188/506/34 के तहत भी केस दर्ज किया गया था।
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जहांगीरपुरी का रहा है 2020 दंगे से भी कनेक्शन
जहांगीरपुरी में जिस कुशल चौक, सी ब्लॉक में हनुमान जयंती की शोभा यात्रा के दौरान हिंसा हुई, उसका कनेक्शन साल-2020 में दिल्ली में हुए दंगों से भी रहा है। ये खुलासा साल 2020 के दंगों की जांच के दौरान हुआ था। जिसकी रिपोर्ट पुलिस ने तैयार की थी। दिल्ली पुलिस ने 2020 दंगों को लेकर तैयार रिपोर्ट में यह खुलासा किया था कि सीएए/एनआरसी हिंसा के दौरान कुशल चौक से कुछ संदिग्ध लोगों को, महिलाओं, बच्चों और पुरुषों के साथ शाहीन बाग प्रोटेस्ट में शामिल करने के लिए बसों में भरकर लाया गया, जिसकी संख्या सैकड़ों में बताई गई थी।
दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार रात हुई हिंसा मामले की जांच में जुटी पुलिस ने दंगे के दो अहम किरदार का खुलासा किया है। इन दोनों ही को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। इसमें से एक पर शोभायात्रा के दौरान बहसबाजी करते हुए पथराव की शुरुआत करने का आरोप है तो दूसरे पर दंगे के दौरान गोली चलाने का आरोप है। खास बात यह है कि इन दोनों ही का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। यह खुलासा भी मामले की जांच के दौरान हुआ। वहीं तफ्तीश के दौरान जो एक महत्वपूर्ण बात सामने आई, वह यह कि जहांगीरपुरी इलाके का वर्ष-2020 में राजधानी में हुए दंगे से भी कनेक्शन रहा है। लेकिन हम आपको पहले दंगे दो अहम किरदारों के बारे में पहले जानकारी देंगे।
किरदार नंबर एक
जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए 14 संदिग्धों में से एक अंसार को इस सांप्रदायिक झड़प का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि स्थानीय अंसार ने कथित तौर पर अपराध की साजिश रची थी। हम अंसार से पूछताछ कर रहे हैं। हम उसके कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच भी कर रहे हैं, क्योंकि यह अभीतक की तफ्तीश क मुख्य संदिग्ध है। मामले की जांच में जुटी पुलिस के मुताबिक दो जुलूस गुजर चुके थे और यह तीसरा जुलूस था, जिसे अंसार और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर रोका था और लोगों को जुलूस रोकने के लिए उकसाया और पथराव करने का सूत्रधार भी था। अंसार इस घटना की अगुवाई कर रहा था। उसस पूछताछ कर अब यह पता लगाया जा रहा है कि उसके पीछे कोई और तो नहीं है।
किरदार नंबर दो
वहीं जहांगीरपुरी हिंसा मामले के मास्टरमाइंड के रूप में दूसरे किरदार के रूप में शोभायात्रा पर फायरिंग के आरोपी को बताया जा रहा है। हालांकि पुलिस ने तो उसका नाम भी जारी कर दिया है। लेकिन कुछ लोगों ने उसे नाबालिग बताया है। इस कारण इसके नाम का खुलासा नहीं किया जा रहा है। पुलिस की मानें तो यह आरोपी सीडी पार्क के पास का रहने वाला है और इसने ही गोली चलाई थी। उसके पास से वारदात के दौरान इस्तेमाल की गई एक पिस्टल बरामद हुई है। मामले की जांच में जुटी पुलिस यह पता करने का प्रयास कर रही है कि इसने आखिरकार क्यों गोली चलाई? क्या इसके पीछे भी कोई कहानी तो नहीं है? असकी जांच के लिए इससे लगातार सघन पूछताछ की जा रही है। खासबात यह है कि उसके खिलाफ जहांगीरपुरी थाना में 2020 के एक मामले में आईपीसी की धारा 324/188/506/34 के तहत भी केस दर्ज किया गया था।
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