दीपक चाहर आईपीएल 2022 से बाहर, क्या होगा उन 14 करोड़ रुपये का जिसमें CSK ने उन्हें खरीदा था h3>
नई दिल्ली: दीपक चाहर (Deepak Chahar) को बीते साल की चैंपियन टीम चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) ने आईपीएल 2022 (IPL 2022) की महानीलामी में 14 करोड़ रुपये की भारी-भरकम रकम देकर खरीदा था। बदकिस्मती से वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू धरती पर खेली गई टी20 इंटरनैशनल सीरीज (India vs West Indies T20I Series) के दौरान वह चोटिल हो गए। इसके बाद नैशनल क्रिकेट अकादमी (National Cricket Academy), बेंगलुरु में ट्रेनिंग के लिए गए। शुरुआत में ऐसी खबरें आईं कि वह आईपीएल (IPL) के इस सीजन के कुछ मैच नहीं खेल पाएंगे। चेन्नई को उम्मीद थी कि अप्रैल के आखिर तक यह गेंदबाजी ऑलराउंडर उनकी टीम के साथ जुड़ जाएगा। हालांकि अब यह साफ हो गया है कि वह पूरे सीजन के लिए टीम के साथ नहीं होंगे।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर दीपक चाहर के लिए फरवरी में जो 14 करोड़ रुपये की बोली लगी थी, उस रकम का क्या होगा? इसके साथ ही ऐसी परिस्थिति होने पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बैकअप का ऑप्शन भी देता है।
तो दीपक चाहर को मिल सकती है पूरी रकम?
दीपक चहार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी हैं। साल 2022 के अनुबंधित खिलाड़ियों की लिस्ट में वह ग्रेड सी में हैं। इसका अर्थ है कि उन्हें आईपीएल की पूरी सैलरी मिलेगी भले ही वह चोट के चलते पूरे सीजन में एक भी मैच न खेल पाएंगे। बीसीसीआई की एक प्लेयर्स इंशोरेंस पॉलिसी है जिसमें अगर खिलाड़ी चोट के चलते सीजन में नहीं खेल पाता है तो बीसीसीआई उसका भुगतान करताहै। यह नियम आईपीएल 2011 से लागू हुआ था।
क्या है नियम
खिलाड़ी (सिवाय उनके जो बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध में हो) अगर पूरे सीजन के लिए बिना कोई मैच खेले बाहर हो जाता है तो उसे अपनी अनुबंधित रकम में से कुछ नहीं मिलता है, उसके स्थान पर बिलकुल नया खिलाड़ी आ जाता है।
अगर कोई गैर-अनुबंधित खिलाड़ी चोटिल हो जाता है और कोई मैच नहीं खेल पाता है, तो उसे उस सीजन की रकम भी नहीं मिलेगी। इस पॉलिसी के मुताबिक सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टड खिलाड़ियों को सुरक्षा दी जाती है। अगर वह पूरा सीजन चोट के चलते नहीं खेल पाता तो बीसीसीआई पूरी रकम का भुगतान करता है और अगर खिलाड़ी आईपीएल के दौरान चोटिल होता है तो आधी रकम बोर्ड देता है और बाकी फ्रैंचाइजी।
हालांकि भारतीय अनुबंधित खिलाड़ियों के मामले में यह मामला जरा दूसरा है। बीसीसीआई की प्लेयर्स इंशोरेंस पॉलिसी के मुताबिक अनुबंधित खिलाड़ी को आईपीएल के कॉन्ट्रैक्ट का पूरा पैसा देती है। इस सूरत में फ्रैंचाइजी से कोई पैसा नहीं काटा जाता।
तो दीपक चाहर को मिल सकती है पूरी रकम?
दीपक चहार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी हैं। साल 2022 के अनुबंधित खिलाड़ियों की लिस्ट में वह ग्रेड सी में हैं। इसका अर्थ है कि उन्हें आईपीएल की पूरी सैलरी मिलेगी भले ही वह चोट के चलते पूरे सीजन में एक भी मैच न खेल पाएंगे। बीसीसीआई की एक प्लेयर्स इंशोरेंस पॉलिसी है जिसमें अगर खिलाड़ी चोट के चलते सीजन में नहीं खेल पाता है तो बीसीसीआई उसका भुगतान करताहै। यह नियम आईपीएल 2011 से लागू हुआ था।
क्या है नियम
खिलाड़ी (सिवाय उनके जो बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध में हो) अगर पूरे सीजन के लिए बिना कोई मैच खेले बाहर हो जाता है तो उसे अपनी अनुबंधित रकम में से कुछ नहीं मिलता है, उसके स्थान पर बिलकुल नया खिलाड़ी आ जाता है।
अगर कोई गैर-अनुबंधित खिलाड़ी चोटिल हो जाता है और कोई मैच नहीं खेल पाता है, तो उसे उस सीजन की रकम भी नहीं मिलेगी। इस पॉलिसी के मुताबिक सेंट्रल कॉन्ट्रैक्टड खिलाड़ियों को सुरक्षा दी जाती है। अगर वह पूरा सीजन चोट के चलते नहीं खेल पाता तो बीसीसीआई पूरी रकम का भुगतान करता है और अगर खिलाड़ी आईपीएल के दौरान चोटिल होता है तो आधी रकम बोर्ड देता है और बाकी फ्रैंचाइजी।
हालांकि भारतीय अनुबंधित खिलाड़ियों के मामले में यह मामला जरा दूसरा है। बीसीसीआई की प्लेयर्स इंशोरेंस पॉलिसी के मुताबिक अनुबंधित खिलाड़ी को आईपीएल के कॉन्ट्रैक्ट का पूरा पैसा देती है। इस सूरत में फ्रैंचाइजी से कोई पैसा नहीं काटा जाता।