दक्षिणी पश्चिमी कमान ने मनाया 18वां स्थापना दिवस | INDIAN ARMY’S SOUTH WESTERN COMMAND CELEBRATES ITS 18th RAISING DAY | Patrika News h3>
भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने शुक्रवार को जयपुर में अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस के अवसर पर दक्षिणी पश्चिमी कमान के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दक्षिणी पश्चिमी कमान प्रेरणा स्थल (युद्ध स्मारक) पर एक पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
जयपुर
Published: April 15, 2022 04:31:06 pm
जयपुर भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने शुक्रवार को जयपुर में अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस के अवसर पर दक्षिणी पश्चिमी कमान के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दक्षिणी पश्चिमी कमान प्रेरणा स्थल (युद्ध स्मारक) पर एक पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
SOUTH WESTERN COMMAND CELEBRATES ITS 18th RAISING DAY
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी कमान ने सभी रैंकों, डिफेंस सिविल स्टाफ, वेटरन्स और उनके परिवारों को बधाई दी । उन्होंने सभी रैंकों से समर्पण भाव से राष्ट्र सेवा करने और पेशेवर तरीके से अपनी संवैधानिक भूमिका निभाने का आग्रह किया।
गौरतलब है कि 15 अप्रैल 2005 को स्थापित दक्षिणी पश्चिमी कमान भारतीय सेना की सातवीं और सबसे नई कमान है, जिसे सप्तशक्ति कमान के नाम से जाना जाता है । कमान अपने आदर्श वाक्य-फॉर एवर विक्टोरियस के अनुरूप हमेशा के लिए संकल्पित है ।
कमान ने अपनी प्राथमिक भूमिका ऑपरेशनल तत्परता के अलावा पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा, पूर्व सैनिकों और वीर नारी के कल्याण, सशक्तिकरण और खेलों में असाधारण उच्च मानकों को हासिल किया है।
विशेष कार्यक्रम के दौरान पर लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी कमान ने पुनः राष्ट्र सेवा में असाधारण नेतृत्व, साहस और बलिदान के लिए सभी रैंकों की सराहना की और राष्ट्र की अखंडता, संप्रभुता की रक्षा करने तथा नई चुनौतियों का सामना करने का आह्वान किया।
दक्षिण पश्चिमी पश्चिमी कमान में I कोर , X कोर और 42 वीं आर्टिलरी डिवीजन है। कमांड की बेल्ट के नीचे निम्नलिखित इकाइयाँ हैं। इसमें 3 इन्फैंट्री डिवीजन (पहाड़ी युद्ध के लिए 1), 1 बख्तरबंद डिवीजन , 1 आर्टिलरी डिवीजन, 2 पुनर्गठित आर्मी प्लेन इन्फैंट्री डिवीजन, 1 बख्तरबंद ब्रिगेड , 1 एयर-डिफेंस ब्रिगेड , और 1 इंजीनियरिंग ब्रिगेड है।
Anand Mani Tripathi
आनंद मणि त्रिपाठी राजस्थान पत्रिका में राजनीति, अपराध, विदेश, रक्षा एवं सामरिक मामलों के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के तीनों माध्यम प्रिंट, टीवी और आनलाइन में गहरा और अपनी तेज तर्रार रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर और बस्ती में हुई। माध्यमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय बस्ती, फैजाबाद और पूर्वोत्तर त्रिपुरा के धलाई जिले में हुई। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से स्नातक और 2009 में जेआईआईएमसी,दिल्ली से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया।
हरियाणा से पत्रकारिता आरंभ की। शिक्षा, विज्ञान, मौसम, रेलवे, प्रशासन, कृषि विभाग और मंत्रालय की रिपोर्टिंग की। इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग से शिक्षा और रेलवे विभाग के कई भ्रष्टाचार का खुलासा किया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा संवाददाता पाठयक्रम-2016 पूरा किया। इसके बाद रक्षा मामलों की पत्रकारिता शुरू कर दी। चीन, पाकिस्तान और कश्मीर मामलों पर तीक्ष्ण नजर रहती है।
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या 2017, राइफलमैन औरंगजेब की हत्या 2018, जम्मू—कश्मीर में बदले 2018 में बदले राजनीतिक समीकरण, पुलवामा हमला 2019, कश्मीर से 370 का हटना, गलवान घाटी मुठभेड़ 2020 को बेहद करीब से जम्मू और कश्मीर में रहकर ही कवर किया। कोरोना काल 2020 में भी लददाख से नेपाल तक की यात्रा चीन के बदलते समीकरण को लेकर की।
इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की रिपोर्टिंग की। 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या मामले में आए फैसले की अयोध्या से कवर किया। 2022 उत्तरप्रदेश् चुनाव को सहारनपुर से सोनभद्र तक मोटर साइकिल के माध्यम से कवर किया। पत्रकारिता से इतर आनंद मणि त्रिपाठी को संगीत और पर्यटन का जबरदस्त शौक है। इन्हें किसी भी कार्य में असंभव शब्द न प्रयोग करने के लिए जाना जाता है…
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भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने शुक्रवार को जयपुर में अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस के अवसर पर दक्षिणी पश्चिमी कमान के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दक्षिणी पश्चिमी कमान प्रेरणा स्थल (युद्ध स्मारक) पर एक पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
जयपुर
Published: April 15, 2022 04:31:06 pm
जयपुर भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने शुक्रवार को जयपुर में अपना 18वां स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस के अवसर पर दक्षिणी पश्चिमी कमान के वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दक्षिणी पश्चिमी कमान प्रेरणा स्थल (युद्ध स्मारक) पर एक पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
SOUTH WESTERN COMMAND CELEBRATES ITS 18th RAISING DAY
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी कमान ने सभी रैंकों, डिफेंस सिविल स्टाफ, वेटरन्स और उनके परिवारों को बधाई दी । उन्होंने सभी रैंकों से समर्पण भाव से राष्ट्र सेवा करने और पेशेवर तरीके से अपनी संवैधानिक भूमिका निभाने का आग्रह किया।
गौरतलब है कि 15 अप्रैल 2005 को स्थापित दक्षिणी पश्चिमी कमान भारतीय सेना की सातवीं और सबसे नई कमान है, जिसे सप्तशक्ति कमान के नाम से जाना जाता है । कमान अपने आदर्श वाक्य-फॉर एवर विक्टोरियस के अनुरूप हमेशा के लिए संकल्पित है ।
कमान ने अपनी प्राथमिक भूमिका ऑपरेशनल तत्परता के अलावा पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा, पूर्व सैनिकों और वीर नारी के कल्याण, सशक्तिकरण और खेलों में असाधारण उच्च मानकों को हासिल किया है।
विशेष कार्यक्रम के दौरान पर लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी कमान ने पुनः राष्ट्र सेवा में असाधारण नेतृत्व, साहस और बलिदान के लिए सभी रैंकों की सराहना की और राष्ट्र की अखंडता, संप्रभुता की रक्षा करने तथा नई चुनौतियों का सामना करने का आह्वान किया।
दक्षिण पश्चिमी पश्चिमी कमान में I कोर , X कोर और 42 वीं आर्टिलरी डिवीजन है। कमांड की बेल्ट के नीचे निम्नलिखित इकाइयाँ हैं। इसमें 3 इन्फैंट्री डिवीजन (पहाड़ी युद्ध के लिए 1), 1 बख्तरबंद डिवीजन , 1 आर्टिलरी डिवीजन, 2 पुनर्गठित आर्मी प्लेन इन्फैंट्री डिवीजन, 1 बख्तरबंद ब्रिगेड , 1 एयर-डिफेंस ब्रिगेड , और 1 इंजीनियरिंग ब्रिगेड है।
Anand Mani Tripathi
आनंद मणि त्रिपाठी राजस्थान पत्रिका में राजनीति, अपराध, विदेश, रक्षा एवं सामरिक मामलों के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के तीनों माध्यम प्रिंट, टीवी और आनलाइन में गहरा और अपनी तेज तर्रार रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर और बस्ती में हुई। माध्यमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय बस्ती, फैजाबाद और पूर्वोत्तर त्रिपुरा के धलाई जिले में हुई। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से स्नातक और 2009 में जेआईआईएमसी,दिल्ली से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया।
हरियाणा से पत्रकारिता आरंभ की। शिक्षा, विज्ञान, मौसम, रेलवे, प्रशासन, कृषि विभाग और मंत्रालय की रिपोर्टिंग की। इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग से शिक्षा और रेलवे विभाग के कई भ्रष्टाचार का खुलासा किया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा संवाददाता पाठयक्रम-2016 पूरा किया। इसके बाद रक्षा मामलों की पत्रकारिता शुरू कर दी। चीन, पाकिस्तान और कश्मीर मामलों पर तीक्ष्ण नजर रहती है।
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या 2017, राइफलमैन औरंगजेब की हत्या 2018, जम्मू—कश्मीर में बदले 2018 में बदले राजनीतिक समीकरण, पुलवामा हमला 2019, कश्मीर से 370 का हटना, गलवान घाटी मुठभेड़ 2020 को बेहद करीब से जम्मू और कश्मीर में रहकर ही कवर किया। कोरोना काल 2020 में भी लददाख से नेपाल तक की यात्रा चीन के बदलते समीकरण को लेकर की।
इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की रिपोर्टिंग की। 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या मामले में आए फैसले की अयोध्या से कवर किया। 2022 उत्तरप्रदेश् चुनाव को सहारनपुर से सोनभद्र तक मोटर साइकिल के माध्यम से कवर किया। पत्रकारिता से इतर आनंद मणि त्रिपाठी को संगीत और पर्यटन का जबरदस्त शौक है। इन्हें किसी भी कार्य में असंभव शब्द न प्रयोग करने के लिए जाना जाता है…
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