100 यूनिट तक 1 रुपए प्रति यूनिट आएगा बिजली बिल | Up to 100 units, electricity bill will come to Rs 1 per unit | Patrika News h3>
बिजली बिल उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है, अगर वे हर माह 100 यूनिट के अंदर ही बिजली की खपत करते हैं, तो उनका बिजली बिल भी 100रुपए ही आएगा.
भोपाल
Updated: April 15, 2022 08:49:53 am
भोपाल. बिजली बिल उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है, अगर वे हर माह 100 यूनिट के अंदर ही बिजली की खपत करते हैं, तो उनका बिजली बिल भी 100 रुपए ही आएगा, हालांकि इस बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं होने के कारण वे इस योजना का लाभ नहीं ले पाते हैं। इसलिए आप भी कम बिल चाहते हैं, तो इस प्रकार लाभ लें।
100 यूनिट तक 1 रुपए प्रति यूनिट आएगा बिजली बिल
आपको अपने मीटर को कंट्रोल में रखना होगा, यानी रीडिंग होने के बाद प्रयास करें कि आप फिजूल बिजली नहीं चलाएं, ताकि अतिरिक्त यूनिट नहीं बनें, क्योंकि योजना के तहत अगर 100 यूनिट से अधिक यूनिट बनती है, तो आपको अलग दर से बिजली बिल चुकाना पड़ता है, इसलिए जितना जरूरी हो, उतनी ही बिजली चलाएं, इससे निश्चित ही आपके बिल में कटोती होगी।
ये टिप्स भी अपनाएं
-घर में बड़ी लाइटें लगी है, तो उनकी जगह एलईडी बल्ब का उपयोग करें।
-अनावश्यक रूप से लाइट नहीं जलाएं।
-पंखें भी आजकल कम वॉट के आते हैं, उनका उपयोग करें।
-इंडेक्शन का उपयोग कम करें, गैस पर ही अधिक काम करें।
-इसी के साथ बिजली से चलने वाले अन्य उपकरण भी जरूरी होने पर ही चलाएं व आवश्यकता अनुसार चलाएं।
नए टैरिफ में इस तरह बनेगा बिल
-100 यूनिट तक बिजली खपत पर प्रतियूनिट एक रुपए की दर से ही बिल बनेगा
-150 यूनिट तक बिजली खपत करने पर शुरुआती 100 यूनिट के 100 रुपए व बाकी 50 यूनिट के 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा।
-150 यूनिट से अधिक की खपत होने पर शुरुआती 50 यूनिट पर 4.21 रुपए प्रतियूनिट, जबकि 51 से 150 यूनिट तक 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा। 151 यूनिट से ३00 यूनिट तक की बिजली खपत का बिल 6.55 रुपए प्रतियूनिट के अनुसार बनेगा।
शहर के पांच लाख उपभोक्ताओं को इस बार दस से बारह दिन देरी से बिजली बिल दिए जा रहे हैं। जो उपभोक्ता 30 दिन की बिङ्क्षलग सायकिल के तहत बिजली की खपत 150 यूनिट में सीमित रखकर सरकारी छूट का लाभ प्राप्त करते थे, इस देरी से वे अब बिजली बिल के हाईस्लैब में पहुंच गए हैं।
ऐसे कर रहे बिजली बिल माफ की राशि का समायोजन
यानी शुरुआती 100 यूनिट अब उन्हें एक रुपए प्रतियूनिट की बजाय सात से आठ रुपए प्रतियूनिट की ही पड़ेगी। जाहिर है, अपना बिल 200 रुपए के अंदर बनाए रखने वालों को इस बार 800 रुपए से 1000 रुपए तक बिल जमा करना होगा। कोरोना काल के बिजली बिलों की राशि हाल में सरकार ने माफ की है। इस राशि का ही समायोजन किया जा रहा है।
बिजली कंपनी के इंजीनियर्स का कहना है कि इसके लिए सिस्टम अपडेट किया जा रहा है, जिसमें समय लगा और रीङ्क्षडग लेकर बिल बनाने में देरी हुई। गौरतलब है कि सरकार ने 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों के लिए प्रतियूनिट एक रुपए की दर से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था की है। 150 यूनिट बिजली खपत पर शुरुआती 100 यूनिट प्रति यूनिट एक रुपया व इसके बाद की तय टैरिफ के अनुसार वसूलने का नियम है। यदि खपत 150 यूनिट से एक यूनिट भी कम हुई तो फिर पहली यूनिट से उपभोक्ता को तय टैरिफ के अनुसार ही बिल जमा करना पड़ता है। यही गणित इस लेट मीटर रीङ्क्षडग बिङ्क्षलग से गड़बड़ा गया है।
बिल माफी योजना और नए टैरिफ को लागू करने की वजह से बिल बंटने में देरी हुई है। हमारी कोशिश है कि इस देरी से टैरिफ पर कोई असर नहीं हो इसके लिए जल्द से जल्द रीङ्क्षडग बिङ्क्षलग का काम पूरा किया जा रहा है।
– अभिषेक मार्तंड, महाप्रबंधक सूचना प्रौद्योगिकी
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बिजली बिल उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है, अगर वे हर माह 100 यूनिट के अंदर ही बिजली की खपत करते हैं, तो उनका बिजली बिल भी 100रुपए ही आएगा.
भोपाल
Updated: April 15, 2022 08:49:53 am
भोपाल. बिजली बिल उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है, अगर वे हर माह 100 यूनिट के अंदर ही बिजली की खपत करते हैं, तो उनका बिजली बिल भी 100 रुपए ही आएगा, हालांकि इस बारे में लोगों को पूरी जानकारी नहीं होने के कारण वे इस योजना का लाभ नहीं ले पाते हैं। इसलिए आप भी कम बिल चाहते हैं, तो इस प्रकार लाभ लें।
100 यूनिट तक 1 रुपए प्रति यूनिट आएगा बिजली बिल
आपको अपने मीटर को कंट्रोल में रखना होगा, यानी रीडिंग होने के बाद प्रयास करें कि आप फिजूल बिजली नहीं चलाएं, ताकि अतिरिक्त यूनिट नहीं बनें, क्योंकि योजना के तहत अगर 100 यूनिट से अधिक यूनिट बनती है, तो आपको अलग दर से बिजली बिल चुकाना पड़ता है, इसलिए जितना जरूरी हो, उतनी ही बिजली चलाएं, इससे निश्चित ही आपके बिल में कटोती होगी।
ये टिप्स भी अपनाएं
-घर में बड़ी लाइटें लगी है, तो उनकी जगह एलईडी बल्ब का उपयोग करें।
-अनावश्यक रूप से लाइट नहीं जलाएं।
-पंखें भी आजकल कम वॉट के आते हैं, उनका उपयोग करें।
-इंडेक्शन का उपयोग कम करें, गैस पर ही अधिक काम करें।
-इसी के साथ बिजली से चलने वाले अन्य उपकरण भी जरूरी होने पर ही चलाएं व आवश्यकता अनुसार चलाएं।
नए टैरिफ में इस तरह बनेगा बिल
-100 यूनिट तक बिजली खपत पर प्रतियूनिट एक रुपए की दर से ही बिल बनेगा
-150 यूनिट तक बिजली खपत करने पर शुरुआती 100 यूनिट के 100 रुपए व बाकी 50 यूनिट के 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा।
-150 यूनिट से अधिक की खपत होने पर शुरुआती 50 यूनिट पर 4.21 रुपए प्रतियूनिट, जबकि 51 से 150 यूनिट तक 5.17 रुपए प्रतियूनिट की दर से बिल बनेगा। 151 यूनिट से ३00 यूनिट तक की बिजली खपत का बिल 6.55 रुपए प्रतियूनिट के अनुसार बनेगा।
शहर के पांच लाख उपभोक्ताओं को इस बार दस से बारह दिन देरी से बिजली बिल दिए जा रहे हैं। जो उपभोक्ता 30 दिन की बिङ्क्षलग सायकिल के तहत बिजली की खपत 150 यूनिट में सीमित रखकर सरकारी छूट का लाभ प्राप्त करते थे, इस देरी से वे अब बिजली बिल के हाईस्लैब में पहुंच गए हैं।
ऐसे कर रहे बिजली बिल माफ की राशि का समायोजन
यानी शुरुआती 100 यूनिट अब उन्हें एक रुपए प्रतियूनिट की बजाय सात से आठ रुपए प्रतियूनिट की ही पड़ेगी। जाहिर है, अपना बिल 200 रुपए के अंदर बनाए रखने वालों को इस बार 800 रुपए से 1000 रुपए तक बिल जमा करना होगा। कोरोना काल के बिजली बिलों की राशि हाल में सरकार ने माफ की है। इस राशि का ही समायोजन किया जा रहा है।
बिजली कंपनी के इंजीनियर्स का कहना है कि इसके लिए सिस्टम अपडेट किया जा रहा है, जिसमें समय लगा और रीङ्क्षडग लेकर बिल बनाने में देरी हुई। गौरतलब है कि सरकार ने 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों के लिए प्रतियूनिट एक रुपए की दर से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था की है। 150 यूनिट बिजली खपत पर शुरुआती 100 यूनिट प्रति यूनिट एक रुपया व इसके बाद की तय टैरिफ के अनुसार वसूलने का नियम है। यदि खपत 150 यूनिट से एक यूनिट भी कम हुई तो फिर पहली यूनिट से उपभोक्ता को तय टैरिफ के अनुसार ही बिल जमा करना पड़ता है। यही गणित इस लेट मीटर रीङ्क्षडग बिङ्क्षलग से गड़बड़ा गया है।
बिल माफी योजना और नए टैरिफ को लागू करने की वजह से बिल बंटने में देरी हुई है। हमारी कोशिश है कि इस देरी से टैरिफ पर कोई असर नहीं हो इसके लिए जल्द से जल्द रीङ्क्षडग बिङ्क्षलग का काम पूरा किया जा रहा है।
– अभिषेक मार्तंड, महाप्रबंधक सूचना प्रौद्योगिकी
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