CM गहलोत ने तेजस्वी सूर्या पर साधा निशाना, बोले- ये लोग जहां जाते है वहां आग लगाते हैं | Bjp Nyay Yatra: Ashok Gehlot Attacks Tejasvi Surya | Patrika News h3>
Bjp Nyay Yatra: सीएम गहलोत ने भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम तेजस्वी सूर्या है और काम क्या करने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग जहां जाते हैं वहां आग लगाते हैं, इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
जयपुर
Updated: April 14, 2022 01:38:52 pm
Bjp Nyay Yatra: करौली हिंसा मामले को बीजेपी की न्याय यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम तेजस्वी सूर्या है और काम क्या करने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग जहां जाते है वहां आग लगाते हैं, इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
सीएम गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा के लोग केवल एक ही मुद्दे को पकड़ कर बैठे हुए हैं, जबकि करौली हिंसा के बाद हमने लगातार दो दिन पुलिस अधीक्षकों की लंबी बैठकर लेकर सभी को निर्देश दिए थे। हम चिंतित थे कि आगे रामनवमी और अन्य त्यौहार आएंगे। लेकिन प्रशासनिक कुशलता के चलते प्रदेश में रामनवमी पर कुछ नहीं हुआ और सभी धर्मों के लोगों ने रामनवमी की शोभायात्रा का स्वागत किया। जबकि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां पर रामनवमी के दिन खूब दंगे हुए।
लोगों के मकानों पर बुलडोजर चलाना गलत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मध्यप्रदेश में लोगों के घरों पर इसीलिए बुलडोजर चलवा दे गए कि उनका नाम एफआईआर में आ गया है पीएम ने कहा कि ऐसे तो हमने भी जिन लोगों को अरेस्ट किया है उन लोगों के घर पर बुलडोजर चलवा देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के अधिकार ना मुख्यमंत्री को है ना और किसी अधिकारी को। यह काम कानून का है और कानून के दायरे में रहकर ही काम होते हैं।
किसी के घर पर बुलडोजर चलाने का अधिकार किसी को नहीं है और जो भी लोग ऐसा करके खुश हो रहे हैं कल को इसके लिए उन्हें भी अंजाम भुगतना पड़ेगा। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश और प्रदेश कानून के राज से चलता है, लेकिन आज कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया गया है। देश में बुरे हालात हैं। नौजवानों को समझना पड़ेगा कि यह देश की दिशा में जा रहा है। अगर अभी भी नहीं समझे तो आने वाले वक्त में सबको इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
चुनाव जीतने के लिए लेते हैं गांधी और अंबेडकर का नाम
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग चुनाव जीतने के लिए अंबेडकर गांधी और सरदार पटेल के नाम लेते हैं जबकि वास्तव में इन लोगों का इनमे कोई विश्वास नहीं है। इसलिए इनके हथकंडों को पहचानना पड़ेगा। नहीं तो सभी को परिणाम भुगतने पड़ेगे।
ईआरसीपी राजस्थान की जरूरत
ईस्टर्न कैनाल परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान के होने के बावजूद अगर मंत्री अपने राज्य के लिए एक परियोजना नहीं ला पाए तो फिर वो किस काम के मंत्री हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि यह योजना कांग्रेस के समय के नहीं बल्कि पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के समय की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसुंधरा राजे का नाम लेकर इस योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की बात कही थी लेकिन जिस तरह से मंत्री इस बात से इनकार कर रहे हैं उस पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
हमने कभी बीजेपी की योजनाओं को बंद नहीं किया
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमने कभी भी बीजेपी की सरकारों के समय की योजना को बंद नहीं किया। जबकि वसुंधरा सरकार ने हमारे समय के योजनाओं को बंद किया है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय और अंबेडकर विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया था। ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी विश्वविद्यालय को खुलने के बाद बंद कर दिया गया। सीएम गहलोत ने कहा कि अगर ईआरसीपी को समय रहते राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया गया तो इसका असर भी रिफाइनरी की तरह होगा। हमारे समय में रिफाइनरी की डीपीआर 40 हजार करोड़ की थी जो अब जाकर 74000 करोड़ की हो गई है।
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Bjp Nyay Yatra: सीएम गहलोत ने भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम तेजस्वी सूर्या है और काम क्या करने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग जहां जाते हैं वहां आग लगाते हैं, इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
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Updated: April 14, 2022 01:38:52 pm
Bjp Nyay Yatra: करौली हिंसा मामले को बीजेपी की न्याय यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि नाम तेजस्वी सूर्या है और काम क्या करने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग जहां जाते है वहां आग लगाते हैं, इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
सीएम गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा के लोग केवल एक ही मुद्दे को पकड़ कर बैठे हुए हैं, जबकि करौली हिंसा के बाद हमने लगातार दो दिन पुलिस अधीक्षकों की लंबी बैठकर लेकर सभी को निर्देश दिए थे। हम चिंतित थे कि आगे रामनवमी और अन्य त्यौहार आएंगे। लेकिन प्रशासनिक कुशलता के चलते प्रदेश में रामनवमी पर कुछ नहीं हुआ और सभी धर्मों के लोगों ने रामनवमी की शोभायात्रा का स्वागत किया। जबकि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां पर रामनवमी के दिन खूब दंगे हुए।
लोगों के मकानों पर बुलडोजर चलाना गलत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मध्यप्रदेश में लोगों के घरों पर इसीलिए बुलडोजर चलवा दे गए कि उनका नाम एफआईआर में आ गया है पीएम ने कहा कि ऐसे तो हमने भी जिन लोगों को अरेस्ट किया है उन लोगों के घर पर बुलडोजर चलवा देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के अधिकार ना मुख्यमंत्री को है ना और किसी अधिकारी को। यह काम कानून का है और कानून के दायरे में रहकर ही काम होते हैं।
किसी के घर पर बुलडोजर चलाने का अधिकार किसी को नहीं है और जो भी लोग ऐसा करके खुश हो रहे हैं कल को इसके लिए उन्हें भी अंजाम भुगतना पड़ेगा। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश और प्रदेश कानून के राज से चलता है, लेकिन आज कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लोकतंत्र को खतरे में डाल दिया गया है। देश में बुरे हालात हैं। नौजवानों को समझना पड़ेगा कि यह देश की दिशा में जा रहा है। अगर अभी भी नहीं समझे तो आने वाले वक्त में सबको इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
चुनाव जीतने के लिए लेते हैं गांधी और अंबेडकर का नाम
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग चुनाव जीतने के लिए अंबेडकर गांधी और सरदार पटेल के नाम लेते हैं जबकि वास्तव में इन लोगों का इनमे कोई विश्वास नहीं है। इसलिए इनके हथकंडों को पहचानना पड़ेगा। नहीं तो सभी को परिणाम भुगतने पड़ेगे।
ईआरसीपी राजस्थान की जरूरत
ईस्टर्न कैनाल परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान के होने के बावजूद अगर मंत्री अपने राज्य के लिए एक परियोजना नहीं ला पाए तो फिर वो किस काम के मंत्री हैं। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि यह योजना कांग्रेस के समय के नहीं बल्कि पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के समय की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसुंधरा राजे का नाम लेकर इस योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की बात कही थी लेकिन जिस तरह से मंत्री इस बात से इनकार कर रहे हैं उस पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
हमने कभी बीजेपी की योजनाओं को बंद नहीं किया
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमने कभी भी बीजेपी की सरकारों के समय की योजना को बंद नहीं किया। जबकि वसुंधरा सरकार ने हमारे समय के योजनाओं को बंद किया है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय और अंबेडकर विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया था। ऐसा पहली बार हुआ था कि किसी विश्वविद्यालय को खुलने के बाद बंद कर दिया गया। सीएम गहलोत ने कहा कि अगर ईआरसीपी को समय रहते राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किया गया तो इसका असर भी रिफाइनरी की तरह होगा। हमारे समय में रिफाइनरी की डीपीआर 40 हजार करोड़ की थी जो अब जाकर 74000 करोड़ की हो गई है।
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