खेल मैदानों पर निगम खर्च करेगा 20 करोड़ | Municipal Corporation will spend 20 crores on sports grounds | Patrika News h3>
-हर विधानसभा में तैयार होगा एक-एक मैदान
-पीपीपी मोड में भी होगा विकास
इंदौर
Published: April 14, 2022 11:07:09 am
उत्तम राठौर
इंदौर. नगर निगम ने अब शहर में खेल मैदानों की हालत सुधारने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। हर विधानसभा में एक-एक मैदान तैयार किया जाएगा, ताकि खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा पीपीपी मोड यानी प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप में भी कुछ चिह्नित खेल मैदानों का विकास किया जाएगा।
खेल मैदानों पर निगम खर्च करेगा 20 करोड़
खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शहर में सार्वजनिक रूप से कोई अच्छा मैदान नहीं है। जो मैदान हैं, उनमें पैसा लगता है। इसके अभाव में खिलाड़ी तैयारी नहीं कर पाते और पीछे रह जाते हैं। ऐसे में शहर क्षेत्र की पांचों विधानसभा और ग्रामीण क्षेत्र की सांवेर, देपालपुर व राऊ के निगम सीमा में आने वार्डों में एक-एक खेल मैदान को संवारने व विकास करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए इस बार के बजट में 20 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। साथ ही पिछले दिनों विधानसभावार खेल गतिविधियों को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए खेल प्रकोष्ठ गठित किया है। इसमें अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, उपायुक्त लोकेन्द्र सिंह सोलंकी, कार्यपालन यंत्री दिलीप सिंह चौहान, सहायक यंत्री सौरभ माहेश्वरी और प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी जितेन्द्र पाण्डे शामिल हैं। इन अफसरों ने खेल मैदान चिह्नित कर विकास कार्य करने की प्लानिंग कागजों पर शुरू कर दी है, जो संभवत: अगले माह से धरातल पर नजर आएगी। गौरतलब है कि शहर में ऐसे कई मैदान हैं, जो अनदेखी के चलते उजाड़ पड़े हैं। इनमें घास उगने के साथ गंदगी और कचरा अलग फैला रहता है। रात के समय असामाजिक तत्वों का डेरा अलग लगता है। ऐसे में न तो क्षेत्र के बच्चे खेल पाते हैं और न खिलाड़ी तैयारी कर पाते हैं। अभी जो सार्वजनिक खेल मैदान चिमनबाग, दशहरा मैदान, मल्हार आश्रम और छावनी स्कूल आदि हैं, उनमें खिलाडिय़ों के लिए खास सुविधाएं नहीं हैं।
नए स्थानों का होगा चयन
खेल प्रकोष्ठ विधानसभावार खेल गतिविधियों को विकसित करने, बढ़ावा देने, खेल से संबंधित स्थानों और मैदानों का सुनियोजित विकास करने के साथ नए खेल स्थानों का चयन भी करेगा। इनमें खेल संबंधी गतिविधियों का क्रियान्वयन व संचालन होगा। उक्त प्रकोष्ठ विधानसभा क्षेत्रवार भौतिक निरीक्षण व परीक्षण का काम स्वच्छता सर्वेक्षण निपटते ही शुरू करेगा।
जनता-जनप्रतिनिधि की लेंगे राय
चिह्नित खेल मैदान को विकसित करने से पहले खेल प्रकोष्ठ क्षेत्रीय जनता और जनप्रतिनिधियों से राय लेगा, ताकि मैदानों को आज के हिसाब से बेहतर और सुविधाजनक बनाया जा सके। राय के बाद ही खेल गतिविधियों के हिसाब से मैदान की ड्राइंग-डिजाइन तैयार होगी। पहले चरण में विधानसभावार एक-एक मैदान लिया जा रहा है। इसके बाद एक-एक मैदान और लेने की प्लानिंग है।
प्लानिंग हो गई
विधानसभावार खेल स्थानों का चयन किया है। निगम 20 करोड़ रुपए खर्च कर मैदानों की हालत सुधारेगा। काम में अगले माह से तेजी देखने में आएगी। अभी स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है, इसलिए मैदानी स्तर की बजाय पेपर वर्क किया जा रहा है।
– अभय राजनगांवकर, अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ
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-हर विधानसभा में तैयार होगा एक-एक मैदान
-पीपीपी मोड में भी होगा विकास
इंदौर
Published: April 14, 2022 11:07:09 am
उत्तम राठौर
इंदौर. नगर निगम ने अब शहर में खेल मैदानों की हालत सुधारने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। हर विधानसभा में एक-एक मैदान तैयार किया जाएगा, ताकि खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। इसके अलावा पीपीपी मोड यानी प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप में भी कुछ चिह्नित खेल मैदानों का विकास किया जाएगा।
खेल मैदानों पर निगम खर्च करेगा 20 करोड़
खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शहर में सार्वजनिक रूप से कोई अच्छा मैदान नहीं है। जो मैदान हैं, उनमें पैसा लगता है। इसके अभाव में खिलाड़ी तैयारी नहीं कर पाते और पीछे रह जाते हैं। ऐसे में शहर क्षेत्र की पांचों विधानसभा और ग्रामीण क्षेत्र की सांवेर, देपालपुर व राऊ के निगम सीमा में आने वार्डों में एक-एक खेल मैदान को संवारने व विकास करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए इस बार के बजट में 20 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है। साथ ही पिछले दिनों विधानसभावार खेल गतिविधियों को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए खेल प्रकोष्ठ गठित किया है। इसमें अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, उपायुक्त लोकेन्द्र सिंह सोलंकी, कार्यपालन यंत्री दिलीप सिंह चौहान, सहायक यंत्री सौरभ माहेश्वरी और प्रभारी सहायक राजस्व अधिकारी जितेन्द्र पाण्डे शामिल हैं। इन अफसरों ने खेल मैदान चिह्नित कर विकास कार्य करने की प्लानिंग कागजों पर शुरू कर दी है, जो संभवत: अगले माह से धरातल पर नजर आएगी। गौरतलब है कि शहर में ऐसे कई मैदान हैं, जो अनदेखी के चलते उजाड़ पड़े हैं। इनमें घास उगने के साथ गंदगी और कचरा अलग फैला रहता है। रात के समय असामाजिक तत्वों का डेरा अलग लगता है। ऐसे में न तो क्षेत्र के बच्चे खेल पाते हैं और न खिलाड़ी तैयारी कर पाते हैं। अभी जो सार्वजनिक खेल मैदान चिमनबाग, दशहरा मैदान, मल्हार आश्रम और छावनी स्कूल आदि हैं, उनमें खिलाडिय़ों के लिए खास सुविधाएं नहीं हैं।
खेल प्रकोष्ठ विधानसभावार खेल गतिविधियों को विकसित करने, बढ़ावा देने, खेल से संबंधित स्थानों और मैदानों का सुनियोजित विकास करने के साथ नए खेल स्थानों का चयन भी करेगा। इनमें खेल संबंधी गतिविधियों का क्रियान्वयन व संचालन होगा। उक्त प्रकोष्ठ विधानसभा क्षेत्रवार भौतिक निरीक्षण व परीक्षण का काम स्वच्छता सर्वेक्षण निपटते ही शुरू करेगा।
जनता-जनप्रतिनिधि की लेंगे राय
चिह्नित खेल मैदान को विकसित करने से पहले खेल प्रकोष्ठ क्षेत्रीय जनता और जनप्रतिनिधियों से राय लेगा, ताकि मैदानों को आज के हिसाब से बेहतर और सुविधाजनक बनाया जा सके। राय के बाद ही खेल गतिविधियों के हिसाब से मैदान की ड्राइंग-डिजाइन तैयार होगी। पहले चरण में विधानसभावार एक-एक मैदान लिया जा रहा है। इसके बाद एक-एक मैदान और लेने की प्लानिंग है।
प्लानिंग हो गई
विधानसभावार खेल स्थानों का चयन किया है। निगम 20 करोड़ रुपए खर्च कर मैदानों की हालत सुधारेगा। काम में अगले माह से तेजी देखने में आएगी। अभी स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है, इसलिए मैदानी स्तर की बजाय पेपर वर्क किया जा रहा है।
– अभय राजनगांवकर, अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ
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