करोड़ों का कारोबार, नाममात्र का चुकाया जीएसटी | State GST raid at iron seller in jabalpur | Patrika News h3>
सरिया और पान मसाला कारोबारी पर एंटी इवेजन ब्यूरों का छापा
जबलपुर
Updated: April 09, 2022 12:39:32 pm
जबलपुर. बड़ा कारोबार होने पर भी नाममात्र का कर (जीएसटी) जमा करने वाले आयरन कारोबारी के दफ्तर में स्टेट जीएसटी के एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को छापा की कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच में इनपुट टैक्स क्रेडिट से जुड़ी गड़बडि़यां सामने आई हैं। इसी प्रकार कटनी में झंडा बाजार में संचालित मुरली ट्रेडर्स पान मसाला कारोबारी के घर, दुकान और गोदाम में भी जबलपुर की एंटी इवेजन ब्यूरों की टीम ने छापे की कार्रवाई की है। दोनों जगहों पर लाखों रुपए के जीएसटी चोरी का मामला सामने आ सकता है। फिलहाल इन जगहों पर जांच जारी है।
कसौधन नगर माढ़ोताल जबलपुर में आयरन कारोबारी रितेश फुंडे का दफ्तर है। वह श्री श्याम आयरन एंड स्टील नाम से कंपनी चलाते हैं। उनका पंजीयन वर्ष 2018 से है। उनके द्वारा छत्तीसगढ़ से सरिया और दूसरे प्रकार का लोहा लाकर जबलपुर सहित प्रदेश के दूसरे जिलों में सप्लाई किया जाता है। स्टेट जीएसटी को यह जानकारी मिली थी कि जितना कारोबार आयरन कारोबारी के द्वारा किया जाता है, उसकी तुलना में टैक्स नहीं दिया जाता है। वह इनपुट टैक्स क्रेडिट में ही सारे करों का समावेशन कर रहा था। इसी प्रकार टीम को दफ्तर तो मिला है लेकिन जहां पर सरिया को डम्प किया जाता है, वह गोदाम नहीं मिला।
ट्रांजेक्शन में गड़बड़ी
कारोबारी रिटर्न तो जमा करता था लेकिन जो टैक्स बनता है, उसका जिक्र उसमें नहीं रहता है। इसी प्रकार खरीदी एवं बिक्री संबंधी कागजातों में गड़बड़ी सामने आई है। उसकी जांच की जा रही है। इसके लिए जरूरी दस्तावेजों को टीम ने जब्त कर उसकी जांच चालू कर दी है। जीएसटी के नियमों के अनुसार जितना टर्न ओवर है उसका कम से कम एक प्रतिशत करना चाहिए, लेकिन कारोबारी के द्वारा इतना टैक्स भी जमा नहीं किया जा रहा था। वह छत्तीसगढ़ से माल बुलाता था और प्रदेश के कई जिलों में कारोबार करता था। एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने बडे़ कारोबार के बाद भी पर्याप्त टैक्स जमा नहीं किया।
शाम को आया कारोबारी
एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम राज्य कर अधिकारी रविन्द्र सनोडिया के साथ कार्रवाई के लिए पहुंची। टीम में अनूप भदौरिया, बिन्नी धुर्वे, डॉ आलोक मिश्रा, संदीप घनघोरिया, विनोद सिंह, विकास भारद्धाज, सत्यम चौबे भी शामिल हैं। बताया जाता है कि जब टीम पहुंची तब कारोबारी दफ्तर में नहीं थे। वे शाम करीब चार बजे वहां पहुंचे।
लाखों रुपए का टैक्स बकाया कटनी में कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत झंडा बाजार में संचालित मुरली ट्रेडर्स पान मसाला फर्म के कारोबारी उमेश सचदेव के यहां शुक्रवार को स्टेट जीएसटी ने छापे की कार्रवाई की है। प्रभारी ज्वाइंट कमिश्नर, राज्य कर एंटी इवेजन ब्यूरो आरके ठाकुर, ने बताया कि जुलाई 2017 से कारोबारी टैक्स जमा नहीं कर रहा था। अबतक लगभग 3 करोड़ रुपये का कारोबार होना दिखाया जा रहा है और टैक्स के नाम पर सिर्फ एक लाख 80 हजार रुपए का भुगतान किया गया, जबकि दो करोड़ सात लाख रुपए से अधिक टैक्स अधिभार लगकर हुआ है जो नहीं जमा किया गया।
आयरन डीलर रितेश फुंडे की फर्म की जांच की जा रही है। अभी कारोबार की तुलना में कर जमा नहीं करने का मामला सामने आया है। टीम मामले की जांच कर रही है। इसी प्रकार कटनी में पान मसाला कारोबारी के यहां भी एक टीम जांच कर रही है।
आरके ठाकुर, प्रभारी ज्वाइंट कमिश्नर, राज्य कर एंटी इवेजन ब्यूरो
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सरिया और पान मसाला कारोबारी पर एंटी इवेजन ब्यूरों का छापा
जबलपुर
Updated: April 09, 2022 12:39:32 pm
जबलपुर. बड़ा कारोबार होने पर भी नाममात्र का कर (जीएसटी) जमा करने वाले आयरन कारोबारी के दफ्तर में स्टेट जीएसटी के एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को छापा की कार्रवाई की। प्रारंभिक जांच में इनपुट टैक्स क्रेडिट से जुड़ी गड़बडि़यां सामने आई हैं। इसी प्रकार कटनी में झंडा बाजार में संचालित मुरली ट्रेडर्स पान मसाला कारोबारी के घर, दुकान और गोदाम में भी जबलपुर की एंटी इवेजन ब्यूरों की टीम ने छापे की कार्रवाई की है। दोनों जगहों पर लाखों रुपए के जीएसटी चोरी का मामला सामने आ सकता है। फिलहाल इन जगहों पर जांच जारी है।
कसौधन नगर माढ़ोताल जबलपुर में आयरन कारोबारी रितेश फुंडे का दफ्तर है। वह श्री श्याम आयरन एंड स्टील नाम से कंपनी चलाते हैं। उनका पंजीयन वर्ष 2018 से है। उनके द्वारा छत्तीसगढ़ से सरिया और दूसरे प्रकार का लोहा लाकर जबलपुर सहित प्रदेश के दूसरे जिलों में सप्लाई किया जाता है। स्टेट जीएसटी को यह जानकारी मिली थी कि जितना कारोबार आयरन कारोबारी के द्वारा किया जाता है, उसकी तुलना में टैक्स नहीं दिया जाता है। वह इनपुट टैक्स क्रेडिट में ही सारे करों का समावेशन कर रहा था। इसी प्रकार टीम को दफ्तर तो मिला है लेकिन जहां पर सरिया को डम्प किया जाता है, वह गोदाम नहीं मिला।
ट्रांजेक्शन में गड़बड़ी
कारोबारी रिटर्न तो जमा करता था लेकिन जो टैक्स बनता है, उसका जिक्र उसमें नहीं रहता है। इसी प्रकार खरीदी एवं बिक्री संबंधी कागजातों में गड़बड़ी सामने आई है। उसकी जांच की जा रही है। इसके लिए जरूरी दस्तावेजों को टीम ने जब्त कर उसकी जांच चालू कर दी है। जीएसटी के नियमों के अनुसार जितना टर्न ओवर है उसका कम से कम एक प्रतिशत करना चाहिए, लेकिन कारोबारी के द्वारा इतना टैक्स भी जमा नहीं किया जा रहा था। वह छत्तीसगढ़ से माल बुलाता था और प्रदेश के कई जिलों में कारोबार करता था। एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने बडे़ कारोबार के बाद भी पर्याप्त टैक्स जमा नहीं किया।
शाम को आया कारोबारी
एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम राज्य कर अधिकारी रविन्द्र सनोडिया के साथ कार्रवाई के लिए पहुंची। टीम में अनूप भदौरिया, बिन्नी धुर्वे, डॉ आलोक मिश्रा, संदीप घनघोरिया, विनोद सिंह, विकास भारद्धाज, सत्यम चौबे भी शामिल हैं। बताया जाता है कि जब टीम पहुंची तब कारोबारी दफ्तर में नहीं थे। वे शाम करीब चार बजे वहां पहुंचे।
आयरन डीलर रितेश फुंडे की फर्म की जांच की जा रही है। अभी कारोबार की तुलना में कर जमा नहीं करने का मामला सामने आया है। टीम मामले की जांच कर रही है। इसी प्रकार कटनी में पान मसाला कारोबारी के यहां भी एक टीम जांच कर रही है।
आरके ठाकुर, प्रभारी ज्वाइंट कमिश्नर, राज्य कर एंटी इवेजन ब्यूरो
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