सिर्फ एक माह की ट्रेनिंग के बाद मिलेगी सरकारी नौकरी, सरकार का ये है प्लान… | Government job will be available after just one month training shortag | Patrika News h3>
अब युवाओं के लिए शुरू होगा कोर्स, 8वी पास को भी मिलेगी नौकरी
भोपाल
Published: April 08, 2022 08:27:18 pm
श्याम सिंह तोमर
भोपाल. मध्यप्रदेश के शहरों में मालियों की कमी के चलते आम लोगों से लेकर नगरीय निकाय और स्मार्ट सिटी जैसी सरकारी एजेंसियों के जिम्मेदार मालियों की खोजबीन में लगे हैं। लोग अपने घरों व कॉलोनी के पार्कों तो सरकारी एजेंसियां सड़क-चौराहों के सौंदर्यीकरण की देखभाल को लेकर खासे परेशान हैं। उद्यानिकी विभाग के पास माली उपलब्ध करवाने के लिए लगातार फोन पहुंच रहे हैं।
इस संकट को युवाओं के लिए रोजगार का अवसर मानते हुए विभाग ने शासन की मंजूरी से एक सर्टिफिकेट कोर्स डिजाइन किया है। एक माह के आवासीय पाठयक्रम को राज्य के पांच केंद्रों पर 18 से 35 वर्ष के उन युवाओं को करवाया जाएगा जिन्होंने 8वीं पास कर रखी है। जून से हर माह औसतन 150 युवा माली का प्रशिक्षण लेकर निकलेंगे। मध्यप्रदेश में अभी जितने माली हैं वे पीढ़ियों से चले आ रहे परंपरागत ज्ञान के आधार पर काम कर रहे हैं। उन्होंने उद्यानिकी को लेकर किसी तरह का विधिवत डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम नहीं किया है। दूसरी समस्या यह है कि शहरों में जितने भी माली हैं, वे वर्कलोड का शिकार हैं | ऐसे में वे कहीं दिन तो कहीं सप्ताह में एकबार ही सेवा दे पाते हैं।
5 संस्थानों में होगी ट्रेनिंग
विभाग के पांच जिलों में प्रशिक्षण संस्थान हैं। भोपाल (कान्हासैया), पचमढ़ी, शिवपुरी, इंदौर और अनूपपुर के इन केंद्रों पर मई से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हर बैच में 30 युवा
हर बैच में 30 युवाओं को एडमिशन मिलेगा। विभाग जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालयों जबलपुर और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालयों ग्वालियर के साथ माली प्रशिक्षण के लिए 3 माह के पाठ्यक्रम का प्लान तैयार कराएगा। दोनों विश्वविद्यालयों के अंतर्गत प्रदेश में 52 कृषि विज्ञान केंद्र हैं, जिन पर तीन माह का प्रशिक्षण शुरू किया जा सकेगा।
युवाओं को मिलेगा रोजगार
उद्यानिकी, पशुपालन और डेयरी विभाग एसीएस, जेएन कांसोटिया ने कहा कि प्रदेश में घरों और सरकारी एजेंसियों के पास उद्यानिकी के लिए मालियों की कमी है। पिछले दिनों कुछ मंत्रियों ने इस मुद्दे को उठाया और युवाओं को प्रशिक्षण देकर उपलब्धता बढ़ाने के लिए कहा था। विभाग ने माली का एक माह का आवासीय पाठ्यक्रम डिजाइन करवाया है। इससे युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। अपर संचालक, उद्यानिकी विभाग कमल एस. किराड ने कहा कि आम लोग हों या फिर एजेंसियां उन्हें लग रहा है कि विभाग के पास मालियों की कमी को लेकर विकल्प होगा। दूसरा मुद्दा था युवाओं की बेरोजगारी का। ऐसे में विभाग ने दोनों की समस्याओं का एक समाधान देखा और मालियों के प्रशिक्षण की योजना बनाई।
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अब युवाओं के लिए शुरू होगा कोर्स, 8वी पास को भी मिलेगी नौकरी
भोपाल
Published: April 08, 2022 08:27:18 pm
श्याम सिंह तोमर
भोपाल. मध्यप्रदेश के शहरों में मालियों की कमी के चलते आम लोगों से लेकर नगरीय निकाय और स्मार्ट सिटी जैसी सरकारी एजेंसियों के जिम्मेदार मालियों की खोजबीन में लगे हैं। लोग अपने घरों व कॉलोनी के पार्कों तो सरकारी एजेंसियां सड़क-चौराहों के सौंदर्यीकरण की देखभाल को लेकर खासे परेशान हैं। उद्यानिकी विभाग के पास माली उपलब्ध करवाने के लिए लगातार फोन पहुंच रहे हैं।
इस संकट को युवाओं के लिए रोजगार का अवसर मानते हुए विभाग ने शासन की मंजूरी से एक सर्टिफिकेट कोर्स डिजाइन किया है। एक माह के आवासीय पाठयक्रम को राज्य के पांच केंद्रों पर 18 से 35 वर्ष के उन युवाओं को करवाया जाएगा जिन्होंने 8वीं पास कर रखी है। जून से हर माह औसतन 150 युवा माली का प्रशिक्षण लेकर निकलेंगे। मध्यप्रदेश में अभी जितने माली हैं वे पीढ़ियों से चले आ रहे परंपरागत ज्ञान के आधार पर काम कर रहे हैं। उन्होंने उद्यानिकी को लेकर किसी तरह का विधिवत डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम नहीं किया है। दूसरी समस्या यह है कि शहरों में जितने भी माली हैं, वे वर्कलोड का शिकार हैं | ऐसे में वे कहीं दिन तो कहीं सप्ताह में एकबार ही सेवा दे पाते हैं।
5 संस्थानों में होगी ट्रेनिंग
विभाग के पांच जिलों में प्रशिक्षण संस्थान हैं। भोपाल (कान्हासैया), पचमढ़ी, शिवपुरी, इंदौर और अनूपपुर के इन केंद्रों पर मई से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
हर बैच में 30 युवा
हर बैच में 30 युवाओं को एडमिशन मिलेगा। विभाग जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालयों जबलपुर और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालयों ग्वालियर के साथ माली प्रशिक्षण के लिए 3 माह के पाठ्यक्रम का प्लान तैयार कराएगा। दोनों विश्वविद्यालयों के अंतर्गत प्रदेश में 52 कृषि विज्ञान केंद्र हैं, जिन पर तीन माह का प्रशिक्षण शुरू किया जा सकेगा।
युवाओं को मिलेगा रोजगार
उद्यानिकी, पशुपालन और डेयरी विभाग एसीएस, जेएन कांसोटिया ने कहा कि प्रदेश में घरों और सरकारी एजेंसियों के पास उद्यानिकी के लिए मालियों की कमी है। पिछले दिनों कुछ मंत्रियों ने इस मुद्दे को उठाया और युवाओं को प्रशिक्षण देकर उपलब्धता बढ़ाने के लिए कहा था। विभाग ने माली का एक माह का आवासीय पाठ्यक्रम डिजाइन करवाया है। इससे युवाओं को भी रोजगार के अवसर मिलेंगे। अपर संचालक, उद्यानिकी विभाग कमल एस. किराड ने कहा कि आम लोग हों या फिर एजेंसियां उन्हें लग रहा है कि विभाग के पास मालियों की कमी को लेकर विकल्प होगा। दूसरा मुद्दा था युवाओं की बेरोजगारी का। ऐसे में विभाग ने दोनों की समस्याओं का एक समाधान देखा और मालियों के प्रशिक्षण की योजना बनाई।
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