छात्रवृत्ति नहीं मिलने से छात्र परेशान | Scholarship | Patrika News h3>
सरकार की और से मिलने वाली छात्रवृत्ति छात्र को लेकर कलेक्टर कार्यालय में संबंधित विभाग में शिकायतों को लेकर पहुंच रहे हैं। हम कई बार यहां अपनी शिकायतें लेकर भी आ चुके हैं, लेकिन हमेशा आश्वासन देकर हमें यहां से रवाना कर दिया जाता है।
इंदौर. सरकार की और से मिलने वाली छात्रवृत्ति सुविधा से वंचित बड़ी संख्या में एससी-एसटी के छात्र कलेक्टर कार्यालय में संबंधित विभाग में अपनी शिकायतों को लेकर पहुंच रहे हैं।
एससी-एसटी वर्ग के छात्रों का कहना है कि हमारी पढ़ाई भी पूरी हो गई है, लेकिन अभी तक हमारी छात्रवृत्ति नहीं आई है। हम कई बार यहां अपनी शिकायतें लेकर भी आ चुके हैं, लेकिन हमेशा आश्वासन देकर हमें यहां से रवाना कर दिया जाता है। हम दूर-दूर से बार-बार अपनी शिकायत लेकर आते हैं। यहां सुबह से लेकर शाम-तक हमें बाहर बैठा दिया जाता है।
हम घंटों तक अपनी बारी का इंतजार ही करते रहते हैं। इसके बाद बमुश्किल हमारी समस्याएं सुनी जाती है, लेकिन उसका कोई खास निराकरण नहीं किया जाता है। हम अपने खर्च से बार-बार यहां आते हंै। अधिकारियों का कहना है कि बच्चें कई बार फॉर्म भरते समय गलती कर देते है, जिसके कारण छात्रवृत्ति नहीं मिल पाती है। हमने कॉलेज लेवल पर ही समाधान की व्यवस्था शुरु कर दी है।
खरगोन से छात्रवृति के लिए आया
छात्र राजू बालके ने बताया कि मैं खरगोन से अपनी छात्रवृति ना मिलने की समस्या को लेकर यहां आया हूं। मेरा फाइनल ईयर भी पूरा है, लेकिन अभी तक मेरा छात्रवृत्ति नहीं आई है। छात्रवृत्ति नहीं आने के कारण दूसरे कॉलेज में एडमिशन लिया तो वहां से भी कहां जा रहा है कि पहले पूरानी छात्रवृत्ति का रुपया जमा करों उसके बाद ही तुम्हें अभी की छात्रवृत्ति मिलेगी।
पोर्टल बंद होने का बनाते हैं बहाना
छात्र आयुष मकवाने ने बताया कि मैं कई बार अपनी छात्रवृत्ति की समस्या को लेकर यहां आया हूं, लेकिन हमेशा पोर्टल बंद होने का कहकर मुझे यहां से वापस भेज देते है। यहां आने पर पूरा दिन खराब हो जाता है, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है। शासन से मिलने वाली सुविधा का लाभ भी ठीक से नहीं मिल पा रहा है।
‘5 घंटे से कर रहा हूं इंतजार’
छात्र आयुष मकवाने ने बताया कि मैं सुबह 10 बजे से यहां समस्या सूनाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा हूं, लेकिन फिर भी अभी तक कोई समस्या सूनने नहीं आया है। इतनी गर्मी में बाहर बैठा हूं। जब भी यहां आता हू हमेशा इसी तरह इंतजार करना पड़ता है। इतने इंतजार के बाद भी यहां से आश्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है।
एससी-एसटी वर्ग के छात्रों का कहना है कि हमारी पढ़ाई भी पूरी हो गई है, लेकिन अभी तक हमारी छात्रवृत्ति नहीं आई है। हम कई बार यहां अपनी शिकायतें लेकर भी आ चुके हैं, लेकिन हमेशा आश्वासन देकर हमें यहां से रवाना कर दिया जाता है। हम दूर-दूर से बार-बार अपनी शिकायत लेकर आते हैं। यहां सुबह से लेकर शाम-तक हमें बाहर बैठा दिया जाता है।
हम घंटों तक अपनी बारी का इंतजार ही करते रहते हैं। इसके बाद बमुश्किल हमारी समस्याएं सुनी जाती है, लेकिन उसका कोई खास निराकरण नहीं किया जाता है। हम अपने खर्च से बार-बार यहां आते हंै। अधिकारियों का कहना है कि बच्चें कई बार फॉर्म भरते समय गलती कर देते है, जिसके कारण छात्रवृत्ति नहीं मिल पाती है। हमने कॉलेज लेवल पर ही समाधान की व्यवस्था शुरु कर दी है।
खरगोन से छात्रवृति के लिए आया
छात्र राजू बालके ने बताया कि मैं खरगोन से अपनी छात्रवृति ना मिलने की समस्या को लेकर यहां आया हूं। मेरा फाइनल ईयर भी पूरा है, लेकिन अभी तक मेरा छात्रवृत्ति नहीं आई है। छात्रवृत्ति नहीं आने के कारण दूसरे कॉलेज में एडमिशन लिया तो वहां से भी कहां जा रहा है कि पहले पूरानी छात्रवृत्ति का रुपया जमा करों उसके बाद ही तुम्हें अभी की छात्रवृत्ति मिलेगी।
पोर्टल बंद होने का बनाते हैं बहाना
छात्र आयुष मकवाने ने बताया कि मैं कई बार अपनी छात्रवृत्ति की समस्या को लेकर यहां आया हूं, लेकिन हमेशा पोर्टल बंद होने का कहकर मुझे यहां से वापस भेज देते है। यहां आने पर पूरा दिन खराब हो जाता है, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है। शासन से मिलने वाली सुविधा का लाभ भी ठीक से नहीं मिल पा रहा है।
‘5 घंटे से कर रहा हूं इंतजार’
छात्र आयुष मकवाने ने बताया कि मैं सुबह 10 बजे से यहां समस्या सूनाने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहा हूं, लेकिन फिर भी अभी तक कोई समस्या सूनने नहीं आया है। इतनी गर्मी में बाहर बैठा हूं। जब भी यहां आता हू हमेशा इसी तरह इंतजार करना पड़ता है। इतने इंतजार के बाद भी यहां से आश्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है।
कई बार छात्र पोर्टल पर छात्रवृत्ति का फार्म भरते समय गलती कर देते है, हमनें कॉलेज में भी अब यह सुविधा शुरु कर दी है कि छात्रों की छात्रवृत्ति समस्या को वहां सुने और फिर हमें बताएं। हमारे पास जो भी शिकायत लेकर आता है, उसका समाधान करते है।
-निशा मेहरा, असिस्टेंट कमिश्नर