‘रूसी राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत को तैयार’ जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का बड़ा बयान

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‘रूसी राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत को तैयार’ जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का बड़ा बयान

‘रूसी राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत को तैयार’ जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का बड़ा बयान

नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस के बीच एक महीने से अधिक समय से जंग (Russia-Ukraine War) जारी है और हाल फिलहाल इसका कोई हल नजर नहीं आ रहा है। दोनों देशों के बीच कुछ दौर की वार्ता भी हुई लेकिन विफल रही। लड़ाई के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Ukraine President Volodymyr Zelenskyy) की ओर से एक बड़ा बयान सामने आया है। जेलेंस्की ने कहा है कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के साथ ‘सीधी बातचीत’ के लिए तैयार हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि जितनी जल्दी मिलेंगे, दोनों पक्षों के हताहतों की संख्या उतनी ही कम होगी। बातचीत से समाधान निकलेगा।

एक भारतीय न्यूज चैनल से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि हम यूक्रेन के क्षेत्र के बारे में बात करने के लिए तैयार हैं। मैं रूसी राष्ट्रपति के साथ किसी भी मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार हूं। मैं रूसी राष्ट्रपति से मिलने के लिए तैयार हूं यह उन पर और यूक्रेन पर आगे के हमले, इस पर निर्भर करता है।
‘भारत के संबंध सोवियत संघ के साथ थे, रूस से नहीं…’ जेलेंस्की ने पीएम मोदी से की गारंटर बनने की मांग
वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भारत के रूस के साथ संबंध को लेकर कहा कि भारत के संबंध सोवियत संघ के साथ थे, रूस से नहीं। जेलेंस्की ने साथ ही भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटर बनने की भी मांग की। जेलेंस्की ने कहा कि यदि रूस समझौते का उल्लंघन करता है तो गारंटर भी उनके खिलाफ खड़े होंगे। जेलेंस्की ने साथ ही यह भी कहा कि भारत को रूस और यूक्रेन के साथ संबंधों के बीच संतुलन बनाए रखना मुश्किल है।

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संयुक्त राष्ट्र महासभा में आज रूस के खिलाफ प्रस्ताव पर मतदान होना है। लिथुआनिया ने बिना उकसावे के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से बेदखल करने का प्रस्ताव पेश किया है। वोटिंग को लेकर भारत का क्या रूख रहता है इस पर भी नजर है। वहीं कूचा नरसंहार को लेकर रूस की ओर से कहा गया है कि मॉस्को के खिलाफ अब तक बड़े पैमाने पर खोखले आरोप लगे हैं, जबकि इस बात के सबूत हैं कि वास्तव में एक सनकी झूठा ऑपरेशन था जिसे कीव ने ही अंजाम दिया था। जब हम न्याय चाहते हैं तो इस सबूत को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है।



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