Sachin Tendulkar vs Shoaib Akhtar IPL: तुझे लोग मार डालेंगे, सचिन को आउट करने के लिए किसने बोला, जब गांगुली ने शोएब अख्तर को जमकर सुनाया h3>
नई दिल्ली: महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और रावलपिंडी नाम से मशहूर शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) के बीच क्रिकेट फील्ड पर कॉम्पिटिशन किसी से छुपा नहीं है। शोएब ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 9 बार सचिन को आउट किया है, लेकिन एक बार उन्हें ऐसा करना भारी पड़ा गया। उन्हें ऐसा करने के लिए अपने कप्तान से डांट भी पड़ी। जी हां, बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं आप। दरअसल, ऐसा हुआ था आईपीएल के पहले सीजन यानी 2008 में।
तेंदुलकर को टेस्ट में 3 और वनडे में 5 बार आउट करने वाले अख्तर ने 2008 में कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) की ओर से खेलते हुए मुंबई इंडियंस (MI) के कप्तान सचिन तेंदुलकर को आउट किया था। अख्तर ने उस मोमेंट का याद करते हुए एक इंटरव्यू में कहा, ‘वानखेड़े स्टेडियम में तेंदुलकर की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस ने कोलकाता को 67 रनों पर ढेर कर दिया। मुंबई ने यह मैच 8 विकेट से मैच आराम से जीता था।’ इस मैच में तेंदुलकर को अख्तर ने डक पर आउट किया था।
पूर्व तेज गेंदबाज ने खुलासा किया कि क्राउड की आक्रामक प्रतिक्रिया और गुस्से से बचाने के लिए केकेआर के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने उनकी फील्डिंग पोजिशन बदली थी। उन्होंने कहा- हमने वास्तव में कम स्कोर किया था। जब मैच शुरू हुआ तो माहौल जबर्दस्त था। वह सचिन का शहर मुंबई था। यह सचिन तेंदुलकर बनाम शोएब अख्तर था। केकेआर के ओनर शाहरुख खान भी स्टेडियम में थे। स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। मैच से पहले हम दोस्ताना बातचीत कर रहे थे और मैंने और सचिन दोनों ने एक-दूसरे को बधाई दी।
उन्होंने बताया, ‘मैंने सचिन को पहले ही ओवर में आउट कर दिया और वह बहुत बड़ी गलती थी। फिर जब मैं फाइन लेग पर था तो मुझे बहुत गालियां पड़ रही थीं। सौरव गांगुली ने मुझसे कहा मिड-विकेट पर आओ। ये लोग तुम्हें मार देंगे। आपको सचिन को आउट करने के लिए किसने कहा? वो भी मुंबई में?’ हालांकि मैच खत्म होने के बाद अख्तर ने कहा कि उन्हें मुंबई के लोगों की एक भी बुरी बात नहीं सुनाई दी। 2008 एकमात्र वर्ष था जिसमें अख्तर आईपीएल खेले थे।
उन्होंने मुंबई और भारत के लोगों से मिले प्यार के बारे में बताया, ‘मैंने मुंबई में बहुत काम किया और मुझे ढेर सारा प्यार मिला। मैं खुश था, क्योंकि वानखेड़े में किसी ने मेरे देश को गाली नहीं दी, किसी ने जातिवादी टिप्पणी नहीं की। वानखेड़े में भीड़ बहुत ही जोशीली थी। काश मैं वहां और खेल खेलता।’
पूर्व तेज गेंदबाज ने खुलासा किया कि क्राउड की आक्रामक प्रतिक्रिया और गुस्से से बचाने के लिए केकेआर के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने उनकी फील्डिंग पोजिशन बदली थी। उन्होंने कहा- हमने वास्तव में कम स्कोर किया था। जब मैच शुरू हुआ तो माहौल जबर्दस्त था। वह सचिन का शहर मुंबई था। यह सचिन तेंदुलकर बनाम शोएब अख्तर था। केकेआर के ओनर शाहरुख खान भी स्टेडियम में थे। स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। मैच से पहले हम दोस्ताना बातचीत कर रहे थे और मैंने और सचिन दोनों ने एक-दूसरे को बधाई दी।
उन्होंने बताया, ‘मैंने सचिन को पहले ही ओवर में आउट कर दिया और वह बहुत बड़ी गलती थी। फिर जब मैं फाइन लेग पर था तो मुझे बहुत गालियां पड़ रही थीं। सौरव गांगुली ने मुझसे कहा मिड-विकेट पर आओ। ये लोग तुम्हें मार देंगे। आपको सचिन को आउट करने के लिए किसने कहा? वो भी मुंबई में?’ हालांकि मैच खत्म होने के बाद अख्तर ने कहा कि उन्हें मुंबई के लोगों की एक भी बुरी बात नहीं सुनाई दी। 2008 एकमात्र वर्ष था जिसमें अख्तर आईपीएल खेले थे।
उन्होंने मुंबई और भारत के लोगों से मिले प्यार के बारे में बताया, ‘मैंने मुंबई में बहुत काम किया और मुझे ढेर सारा प्यार मिला। मैं खुश था, क्योंकि वानखेड़े में किसी ने मेरे देश को गाली नहीं दी, किसी ने जातिवादी टिप्पणी नहीं की। वानखेड़े में भीड़ बहुत ही जोशीली थी। काश मैं वहां और खेल खेलता।’