2023 में कमलनाथ होंगे एमपी में कांग्रेस का चेहरा, बीजेपी ने मारा ताना, कहा- संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा h3>
भोपाल : 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस जुट गई है। सोमवार को भोपाल में कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में आम सहमति से कमलनाथ (Kamalnath face of congress in mp) के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। बैठक में सभी नेताओं ने आम सहमति से कमलनाथ से कहा कि उन्हीं को 2023 के विधानसभा चुनाव (2023 mp assembly election news) में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करना है। एक-एक नेता उनके नेतृत्व में पूरी ताकत से कांग्रेस की सरकार बनवाने के लिए कटिबद्ध हैं। वहीं, कमलनाथ की उम्र को लेकर बीजेपी ने ताना मारा है। चुनाव के वक्त तक कमलनाथ 77 साल के हो जाएंगे।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में आर्थिक अराजकता और समाज में समरसता का अभाव है, जिसमें किसान और नौजवान परेशान हैं। पटवारी ने कहा कि 2023 का विधानसभा चुनाव पार्टी शिवराज सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार, किसानों के संकट और दूसरे आर्थिक सामाजिक मुद्दों पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की जनता के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए आंदोलन की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही प्रदेश की जनता देखेगी कि कांग्रेस पार्टी कैसे सड़क से लेकर विधानसभा तक पूरे प्रदेश में जनता के मुद्दों पर जन आंदोलन खड़ा करेगी।
वहीं, पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है। प्रदेश के ऊपर चार लाख करोड़ का कर्ज हो गया है। ऐसे हालात में प्रदेश की जनता के ऊपर डीजल, पेट्रोल, गैस, बिजली और हर किस्म की महंगाई लादी जा रही है। शिवराज सरकार का चेहरा पूरी तरह जनविरोधी हो गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में फैसला किया गया है कि कांग्रेस पार्टी महंगाई किसान और बेरोजगारी के मुद्दे पर बड़े पैमाने पर जनता को जागरूक करेगी।
बैठक में दिग्विजय सिंह भी शामिल रहे
वहीं, इस बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी शामिल रहे हैं। उन्होंने भी इस प्रस्ताव पर सहमति जताई है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार घोषित करके चुनाव नहीं लड़ी थी। इस बार चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। साथ ही कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी।
संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा
वहीं, कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के फैसले पर बीजेपी ने तंज कसा है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 2023 का मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ने का फैसला कर कांग्रेस ने संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा है। चुनाव के वक्त कमलनाथ की उम्र 77 वर्ष होगी, इससे समझ में आ रहा है कि भविष्य में किसके नेतृत्व में सड़क पर लड़ने का संकल्प लिया जा रहा है।
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कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में आर्थिक अराजकता और समाज में समरसता का अभाव है, जिसमें किसान और नौजवान परेशान हैं। पटवारी ने कहा कि 2023 का विधानसभा चुनाव पार्टी शिवराज सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार, किसानों के संकट और दूसरे आर्थिक सामाजिक मुद्दों पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की जनता के महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने के लिए आंदोलन की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही प्रदेश की जनता देखेगी कि कांग्रेस पार्टी कैसे सड़क से लेकर विधानसभा तक पूरे प्रदेश में जनता के मुद्दों पर जन आंदोलन खड़ा करेगी।
वहीं, पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है। प्रदेश के ऊपर चार लाख करोड़ का कर्ज हो गया है। ऐसे हालात में प्रदेश की जनता के ऊपर डीजल, पेट्रोल, गैस, बिजली और हर किस्म की महंगाई लादी जा रही है। शिवराज सरकार का चेहरा पूरी तरह जनविरोधी हो गया है। उन्होंने कहा कि बैठक में फैसला किया गया है कि कांग्रेस पार्टी महंगाई किसान और बेरोजगारी के मुद्दे पर बड़े पैमाने पर जनता को जागरूक करेगी।
बैठक में दिग्विजय सिंह भी शामिल रहे
वहीं, इस बैठक में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह भी शामिल रहे हैं। उन्होंने भी इस प्रस्ताव पर सहमति जताई है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार घोषित करके चुनाव नहीं लड़ी थी। इस बार चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। साथ ही कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी।
संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा
वहीं, कमलनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ने के फैसले पर बीजेपी ने तंज कसा है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 2023 का मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ने का फैसला कर कांग्रेस ने संन्यास की उम्र में सेहरा बांधा है। चुनाव के वक्त कमलनाथ की उम्र 77 वर्ष होगी, इससे समझ में आ रहा है कि भविष्य में किसके नेतृत्व में सड़क पर लड़ने का संकल्प लिया जा रहा है।