Wine rates in India: आधी रह जाएगी महंगी विदेशी शराब की कीमत, आज होगा इस देश के साथ अहम समझौता, यहां जानिए क्या है वजह h3>
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया से आने वाली महंगी शराब (High-end Australian wines) के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। आने वाले दिनों में इसकी कीमत आधी हो सकती है। भारत और ऑस्ट्रेलिया शनिवार को एनहांस्ड अंतरिम व्यापार समझौता (enhanced interim trade agreement) करने जा रहे हैं। इससे ऑस्ट्रेलिया से आने वाली महंगी शराब पर लगने वाली ड्यूटी को अगले 10 साल में 150 फीसदी से घटाकर 25 फीसदी करने का प्रस्ताव है।
बिजनस अखबार मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज इस समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इस समझौते के लागू होने के बाद भारत से निर्यात होने वाली अधिकांश वस्तुओं पर ऑस्ट्रेलिया में कोई ड्यूटी नहीं लगेगी। इसी तरह भारत भी ऑस्ट्रेलिया को यह सुविधा देगा। इससे ऑस्ट्रेलिया से भारत आने वाली महंगी शराब सस्ती होगी। यह पहला मौका है जब भारत विदेशी शराब पर लगने वाली भारी ड्यूटी में कटौती के लिए सहमत हुआ है।
कितनी रह जाएगी कीमत
माना जा रहा है कि इसके बाद दूसरे देशों के साथ भी इस तरह के फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हो सकते हैं। ब्रिटेन भी अपनी स्कॉच व्हिस्की के लिए इसी तरह की छूट चाहता है। ऑस्ट्रेलिया से आने वाली शराब पर अभी 150 फीसदी ड्यूटी लगती है जिसे 10 साल में घटाकर 25 फीसदी किया जा सकता है। इससे देश में ऑस्ट्रेलियाई शराब की कीमत आधी हो सकती है। अधिकारियों के मुताबिक भारत ने ऑस्ट्रेलियाई शराब पर लगने वाले टैरिफ में चरणबद्ध तरीके से कमी करने का प्रस्ताव रखा है। ऑस्ट्रेलिया दुनिया में शराब का छठा सबसे बड़ा उत्पादक और चौथा सबसे बड़ी निर्यातक है।
ऑस्ट्रेलिया सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि शनिवार को दोनों देशों के बीच ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होंगे और शराब पर ड्यूटी में कटौती इसका हिस्सा होगी। डेयरी, सनफ्लावर ऑयल, गेहूं, चावल, अखरोट और मेडिकल डेवाइसेज जैसे संवेदनशील सेक्टर्स को इस समझौते से अलग रखा गया है। अधिकारी ने कहा कि डेयरी इस डील का हिस्सा नहीं है क्योंकि दोनों देशों ने इस मामले में एकदूसरे की स्थिति को समझा है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में अप्रैल-दिसंबर के दौरान 120 फीसदी की तेजी आई। इस दौरान भारत से ऑस्ट्रेलिया को निर्यात 101 फीसदी बढ़ा जबकि वहां से आयात में 130 फीसदी बढ़ गया। इस दौरान भारत से ऑस्ट्रेलिया को टैक्सटाइल का निर्यात 50 करोड़ डॉलर पहुंच गया जो पिछले साल समान अवधि में 20 से 25 करोड़ डॉलर था।
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बिजनस अखबार मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज इस समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इस समझौते के लागू होने के बाद भारत से निर्यात होने वाली अधिकांश वस्तुओं पर ऑस्ट्रेलिया में कोई ड्यूटी नहीं लगेगी। इसी तरह भारत भी ऑस्ट्रेलिया को यह सुविधा देगा। इससे ऑस्ट्रेलिया से भारत आने वाली महंगी शराब सस्ती होगी। यह पहला मौका है जब भारत विदेशी शराब पर लगने वाली भारी ड्यूटी में कटौती के लिए सहमत हुआ है।
कितनी रह जाएगी कीमत
माना जा रहा है कि इसके बाद दूसरे देशों के साथ भी इस तरह के फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हो सकते हैं। ब्रिटेन भी अपनी स्कॉच व्हिस्की के लिए इसी तरह की छूट चाहता है। ऑस्ट्रेलिया से आने वाली शराब पर अभी 150 फीसदी ड्यूटी लगती है जिसे 10 साल में घटाकर 25 फीसदी किया जा सकता है। इससे देश में ऑस्ट्रेलियाई शराब की कीमत आधी हो सकती है। अधिकारियों के मुताबिक भारत ने ऑस्ट्रेलियाई शराब पर लगने वाले टैरिफ में चरणबद्ध तरीके से कमी करने का प्रस्ताव रखा है। ऑस्ट्रेलिया दुनिया में शराब का छठा सबसे बड़ा उत्पादक और चौथा सबसे बड़ी निर्यातक है।
ऑस्ट्रेलिया सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि शनिवार को दोनों देशों के बीच ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होंगे और शराब पर ड्यूटी में कटौती इसका हिस्सा होगी। डेयरी, सनफ्लावर ऑयल, गेहूं, चावल, अखरोट और मेडिकल डेवाइसेज जैसे संवेदनशील सेक्टर्स को इस समझौते से अलग रखा गया है। अधिकारी ने कहा कि डेयरी इस डील का हिस्सा नहीं है क्योंकि दोनों देशों ने इस मामले में एकदूसरे की स्थिति को समझा है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापार
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में अप्रैल-दिसंबर के दौरान 120 फीसदी की तेजी आई। इस दौरान भारत से ऑस्ट्रेलिया को निर्यात 101 फीसदी बढ़ा जबकि वहां से आयात में 130 फीसदी बढ़ गया। इस दौरान भारत से ऑस्ट्रेलिया को टैक्सटाइल का निर्यात 50 करोड़ डॉलर पहुंच गया जो पिछले साल समान अवधि में 20 से 25 करोड़ डॉलर था।
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