Kashmir Files: शिवसेना नहीं ‘जनाब’ सेना…क्या कुर्सी के लिए बदल गई है भगवा पहचान वाले दल की रंगत?

128
Kashmir Files: शिवसेना नहीं ‘जनाब’ सेना…क्या कुर्सी के लिए बदल गई है भगवा पहचान वाले दल की रंगत?

Kashmir Files: शिवसेना नहीं ‘जनाब’ सेना…क्या कुर्सी के लिए बदल गई है भगवा पहचान वाले दल की रंगत?

मुंबई: महाराष्ट्र(Maharashtra) में जहां एक तरफ राज्य सरकार का बजट सत्र शुरू है वहीं दूसरी तरफ महाविकास अघाड़ी(Mahavikas Aghadi) बनाम बीजेपी की लड़ाई भी शुरू है। हर दिन दोनों तरफ से एक दूसरे के ऊपर जमकर कीचड़ फेंका जा रहा है। बीजेपी(BJP) ने शिवसेना को अब ‘जनाब सेना’ पुकारना शुरू कर दिया है। कभी कट्टर हिंदुत्व का समर्थन करने वाली शिवसेना को महाविकास अघाड़ी से जुड़ने के बाद सेक्युलर कहा जाने लगा है। शिवसेना(Shivsena) पर यह आरोप लगने लगे हैं कि उसे हिंदू और हिंदुत्व से कोई मतलब नहीं है, मतलब है तो सिर्फ सत्ता और कुर्सी से। महाराष्ट्र में शिवसेना की स्थापना करने के बाद दिवंगत बालासाहेब ठाकरे(Bal Thackeray) ने कभी भी खुद मंत्री या मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं जताई। बाल ठाकरे ने कभी कहा था की इस कुर्सी का मुझे कोई मोह नहीं है। लोग मुझे किंग मेकर के रूप में पसंद करते हैं। आइये कुछ उदाहरणों से समझते हैं कि आखिर शिवसेना पर यह आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं।

मुस्लिमों को आरक्षण देने के पक्ष में शिवसेना
शिवसेना के लिए दशहरे की रैली बेहद महत्वपूर्ण होती है। इस रैली को सुनने के लिए महाराष्ट्र के कोने-कोने से लोग आते हैं। दशहरा रैली के जरिए ही बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना की दशा और दिशा दोनों तय की थी। विधानसभा चुनाव के बाद साल 2019 के अक्टूबर महीने में भी हुई दशहरा रैली में शिवसेना के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे गरजे थे। हालांकि इस रैली में उन्होंने हिंदुत्व की कम और सेकुलरिज्म की ज्यादा बात की थी। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा था कि शिवाजी महाराज की सेना में महाराष्ट्र के मुसलमान और दूसरे धर्मों के लोग शामिल थे। जिन्होंने दिल्ली के शासकों का तख्त हिला दिया था। शिवसेना मुसलमानों का भी स्वागत करती है और अन्य मजहब के लोगों का भी। शिवसेना मुस्लिमों और धनगर समाज के लोगों भी आरक्षण देने के पक्ष में है।

औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर क्यों नहीं?
शिवसेना और बीजेपी के बीच में तू-तू, मैं-मैं की एक वजह महाराष्ट्र का औरंगाबाद शहर भी है। दो दशक पहले शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे ने औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया था। साल 1995 में औरंगाबाद नगर निगम शहर का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी थी। लेकिन तब एक कांग्रेस के पार्षद ने इसे बॉम्बे हाई कोर्ट और फिर बाद में सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया। तब से लेकर अब तक यह मामला फंसा हुआ है। शहर के अलावा औरंगाबाद एयरपोर्ट का भी नाम बदलने के लिए भी मांग उठ रही है। इस बाबत भी सरकार की तरफ से केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखा गया है। शिवसेना अगर एक बार औरंगाबाद शहर का नाम बदलने की मांग पर अमल करने का विचार भी करे तो महाविकास अघाड़ी के दूसरे दल ही इसका विरोध करने लगते हैं। कांग्रेस के नेता बालासाहेब थोरात ने कहा था कि कांग्रेस नाम बदलने में नहीं काम करने में यकीन करती है। ऐसे में शिवसेना के लिए यह कदम उठाना काफी मुश्किल होगा। अगर शिवसेना ऐसा करती भी है तो महा विकास अघाड़ी में फूट पड़ सकती है।

नाशिक में उतरवाई भगवा शॉल
महाराष्ट्र के नासिक शहर में बुधवार को जब कुछ महिलाएं ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म देखने के लिए भगवा शॉल ओढ़कर पहुंची तो उन्हें सिनेमा घर में प्रवेश नहीं दिया गया। हॉल प्रबंधन ने उनसे यह शॉल हटाने के लिए कहा जिस पर महिलाओं ने कड़ी आपत्ति जताई। इस दौरान सिनेमाघर में हाथापाई भी हुई। महाराष्ट्र बीजेपी ने इस मुद्दे पर भी शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। बीजेपी ने सवाल किया है कि क्या यही शिवसेना का हिंदुत्व है? नासिक में हुए बवाल के बाद शिवसेना को ‘जनाब सेना’ भी पुकारा जाने लगा है।

दाऊद इब्राहिम के समर्थन का आरोप
महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक फिलहाल दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल की सलाखों के पीछे हैं। उनके खिलाफ ‘टेरर फंडिंग’ का आरोप लगाया गया है। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें 300 करोड़ रुपए के जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। बीजेपी, महाराष्ट्र की सरकार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमलावर है। बीजेपी लगातार नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग कर रही है, जिसे ठाकरे सरकार ने नामंजूर कर दिया है। सरकार का कहना है कि किसी भी कीमत पर नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं दिया जाएगा। ऐसे में बीजेपी ने इस मुद्दे को भी आतंकी दाऊद इब्राहिम और शिवसेना की मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति से जोड़कर हमला करना शुरू कर दिया है।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News