चीन विमान दुर्घटना के बाद भारत अलर्ट, बोइंग 737 के बेड़े को लेकर अतिरिक्त चौकसी h3>
Plane Crash in China: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने भारतीय विमान कंपनियों के बोइंग 737 बेड़े को ‘बढ़ी हुई निगरानी’ (Enhanced Surveillance) पर रखा है। कारण है कि चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस (China Eastern Airlines) का ऐसा ही एक विमान सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 132 लोगों की जान चली गई। डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार (DGCA Chief Arun Kumar) ने यह जानकारी दी। तीन भारतीय विमानन कंपनियों- स्पाइसजेट, विस्तारा और एयर इंडिया एक्सप्रेस- के बेड़े में बोइंग 737 विमान हैं।
यह पूछे जाने पर कि सोमवार को हुए हादसे के बाद डीजीसीए क्या कदम उठा रहा है, कुमार ने बताया, ‘उड़ान सुरक्षा गंभीर मामला है और हम स्थिति का बारीकी से अध्ययन कर रहे हैं। इस बीच हम अपने 737 बेड़े की निगरानी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’
चाइना ईस्टर्न एयरलाइन का ‘बोइंग 737-800’ विमान तेंगशियान काउंटी के वुझो शहर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे आसपास के पहाड़ी इलाके में आग लग गई। यह विमान कुनमिंग से गुआनझो जा रहा था। हादसे में 123 यात्रियों और चालक दल के नौ सदस्यों की मौत हो गई।
चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस – चीन के तीन प्रमुख विमान कंपनियों में से एक – ने सोमवार को दुर्घटना के बाद अपने सभी बोइंग 737-800 विमानों की उड़ान को रोक दिया है। आधिकारिक मीडिया की खबर के मुताबिक विमान में सवार 132 लोगों में कोई भी विदेशी नहीं था।
बोइंग 737 मैक्स विमान बोइंग 737-800 का उन्नत संस्करण है। दोनों 737 श्रृंखला के हैं। अमेरिका स्थित विमान निर्माता बोइंग ने इस मामले पर बयान के लिए अनुरोध का जवाब नहीं दिया।
अक्टूबर 2018 और मार्च 2019 के बीच छह महीने की अवधि में दो बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटनाओं में शामिल थे। इसमें कुल 346 लोग मारे गए थे। इन दो दुर्घटनाओं के बाद डीजीसीए ने मार्च 2019 में भारत में बोइंग 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। बोइंग की ओर से डीजीसीए की संतुष्टि के लिए सॉफ्टवेयर में किए गए आवश्यक सुधारों के बाद विमान के वाणिज्यिक संचालन पर प्रतिबंध पिछले साल अगस्त में 27 महीने बाद हटा लिया गया था।
स्पाइसजेट, विस्तार और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अपने 737 विमानों को निगरानी में रखने के डीजीसीए के फैसले पर बयान के लिए अनुरोध का जवाब नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विमान हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
अमेरिकी विमानन नियामक ‘एफएए’ ने कहा, ‘वह इस खबर से अवगत है कि चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का बोइंग 737-800 विमान आज सुबह चीन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एजेंसी जांच के प्रयासों में सहायता के लिए तैयार है।’
चाइना ईस्टर्न एयरलाइन का ‘बोइंग 737-800’ विमान तेंगशियान काउंटी के वुझो शहर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इससे आसपास के पहाड़ी इलाके में आग लग गई। यह विमान कुनमिंग से गुआनझो जा रहा था। हादसे में 123 यात्रियों और चालक दल के नौ सदस्यों की मौत हो गई।
चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस – चीन के तीन प्रमुख विमान कंपनियों में से एक – ने सोमवार को दुर्घटना के बाद अपने सभी बोइंग 737-800 विमानों की उड़ान को रोक दिया है। आधिकारिक मीडिया की खबर के मुताबिक विमान में सवार 132 लोगों में कोई भी विदेशी नहीं था।
बोइंग 737 मैक्स विमान बोइंग 737-800 का उन्नत संस्करण है। दोनों 737 श्रृंखला के हैं। अमेरिका स्थित विमान निर्माता बोइंग ने इस मामले पर बयान के लिए अनुरोध का जवाब नहीं दिया।
अक्टूबर 2018 और मार्च 2019 के बीच छह महीने की अवधि में दो बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटनाओं में शामिल थे। इसमें कुल 346 लोग मारे गए थे। इन दो दुर्घटनाओं के बाद डीजीसीए ने मार्च 2019 में भारत में बोइंग 737 मैक्स विमानों पर प्रतिबंध लगा दिया था। बोइंग की ओर से डीजीसीए की संतुष्टि के लिए सॉफ्टवेयर में किए गए आवश्यक सुधारों के बाद विमान के वाणिज्यिक संचालन पर प्रतिबंध पिछले साल अगस्त में 27 महीने बाद हटा लिया गया था।
स्पाइसजेट, विस्तार और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अपने 737 विमानों को निगरानी में रखने के डीजीसीए के फैसले पर बयान के लिए अनुरोध का जवाब नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विमान हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
अमेरिकी विमानन नियामक ‘एफएए’ ने कहा, ‘वह इस खबर से अवगत है कि चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस का बोइंग 737-800 विमान आज सुबह चीन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एजेंसी जांच के प्रयासों में सहायता के लिए तैयार है।’