Jaipur Lit Fest- ओटीटी ने ओटोमन्स का दिखाया गलत रूप | Jaipur Lit Fest#The Ottomans – Khan’s Caesars and Calypses# | Patrika News h3>
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ओटोमन्स यानी उस्मान साम्राज्य लेकर दो सीरीज आई हैं लेकिन उसमें उन्हें गलत तरीके से प्रचारित किया गया है। सीरीज के मुताबिक उस्मान खून खराब पसंद करते थे जबकि वास्तविकता इससे कहीं अलग है।
जयपुर
Updated: March 12, 2022 09:54:40 pm
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ओटोमन्स यानी उस्मान साम्राज्य लेकर दो सीरीज आई हैं लेकिन उसमें उन्हें गलत तरीके से प्रचारित किया गया है। सीरीज के मुताबिक उस्मान खून खराब पसंद करते थे जबकि वास्तविकता इससे कहीं अलग है। सीरीज में बताया गया है कि उन्होंने क्रिश्चियंस को मारा जो यह गलत है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी किताब ‘द ओटोमन्स- खान्स सीजर्स एंड कैलिप्स’ पर बात करते हुए मार्क डेविड ने विलियम डेरेम्पियल से कहना था कि उस्मान वंश में कभी भी इस्लाम को प्राथमिकता नहीं दी गई। उन्हें लंबे समय से ईसाईए यूरोपीय पश्चिम के इस्लामी एशियाई विरोधी के रूप में चित्रित किया गया हैए लेकिन वास्तविकता बिल्कुल अलग थी। ओटोमन्स ने धार्मिक सहिष्णुता का बीड़ा उठायाए हालांकि 19वीं शताब्दी में हुए नरसंहार और प्रथम विश्व युद्ध के बाद उनके साम्राज्य का अंत हो गया लेकिन इससे पूर्व उस्मानी साम्राज्य सोलहवींण्सत्रहवीं शताब्दी में अपने चरम शक्ति पर था और एशियाएयूरोप और उत्तरी अफ्रीका में फैला हुआ था। यह साम्राज्य पश्चिमी तथा पूर्वी सभ्यताओं के लिए विचारों के आदान प्रदान के लिए एक पुल की तरह था। इसने 1453 में क़ुस्तुन्तुनिया को जीतकर बीज़ान्टिन साम्राज्य का अन्त कर दिया। इस्ताम्बुल बाद में इनकी राजधानी बनी इस्ताम्बुल पर इसकी जीत ने यूरोप में पुनर्जागरण को प्रोत्साहित किया था। सल्तनत उस्मानी का पहला सुलतान ओसमान गाजी था। उस्मानी शासक भारत भी आए और यहां से उन्होंने चीन की ओर बढऩे का भी प्रयास किया लेकिन वह चीन तक नहीं पहुंच पाए। यह वह सामान्य था जिसमें केवल इस्लाम को प्राथमिकता नहीं दी गई थी। हर धर्म के लोग इसमें शामिल थे। ओटोमन साम्रान्य ने लगभग 700 साल तक राज्य किया। ओटोमन शासक सुलेमान ने सभी के लिए एक समान प्रणाली बनाई जिसके तहत उन्होंने कला और साहित्य के विभिन्न रूपों को अपनाया था। मार्क ने कहा कि यह वह साम्राज्य था जिसने कला के माध्यम से उस समय की स्थिति को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। ना केवल संगीतए पेंटिंग बल्कि खगोलीय विज्ञानए दर्शनए रसायन विज्ञान को सीखा और उसे आगे बढ़ाया। दवा बनाने में तरक्की की।1683 में युआना के साथ युद्ध में हार के बाद इस साम्राज्य का पतन होता चला गया। एक बड़ा साम्राज्य यूरोपियों के अधीन चला गया जिससे इस साम्राज्य का अंत हो गया।
Jaipur Lit Fest- ओटीटी ने ओटोमन्स का दिखाया गलत रूप
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ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ओटोमन्स यानी उस्मान साम्राज्य लेकर दो सीरीज आई हैं लेकिन उसमें उन्हें गलत तरीके से प्रचारित किया गया है। सीरीज के मुताबिक उस्मान खून खराब पसंद करते थे जबकि वास्तविकता इससे कहीं अलग है।
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Updated: March 12, 2022 09:54:40 pm
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर ओटोमन्स यानी उस्मान साम्राज्य लेकर दो सीरीज आई हैं लेकिन उसमें उन्हें गलत तरीके से प्रचारित किया गया है। सीरीज के मुताबिक उस्मान खून खराब पसंद करते थे जबकि वास्तविकता इससे कहीं अलग है। सीरीज में बताया गया है कि उन्होंने क्रिश्चियंस को मारा जो यह गलत है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी किताब ‘द ओटोमन्स- खान्स सीजर्स एंड कैलिप्स’ पर बात करते हुए मार्क डेविड ने विलियम डेरेम्पियल से कहना था कि उस्मान वंश में कभी भी इस्लाम को प्राथमिकता नहीं दी गई। उन्हें लंबे समय से ईसाईए यूरोपीय पश्चिम के इस्लामी एशियाई विरोधी के रूप में चित्रित किया गया हैए लेकिन वास्तविकता बिल्कुल अलग थी। ओटोमन्स ने धार्मिक सहिष्णुता का बीड़ा उठायाए हालांकि 19वीं शताब्दी में हुए नरसंहार और प्रथम विश्व युद्ध के बाद उनके साम्राज्य का अंत हो गया लेकिन इससे पूर्व उस्मानी साम्राज्य सोलहवींण्सत्रहवीं शताब्दी में अपने चरम शक्ति पर था और एशियाएयूरोप और उत्तरी अफ्रीका में फैला हुआ था। यह साम्राज्य पश्चिमी तथा पूर्वी सभ्यताओं के लिए विचारों के आदान प्रदान के लिए एक पुल की तरह था। इसने 1453 में क़ुस्तुन्तुनिया को जीतकर बीज़ान्टिन साम्राज्य का अन्त कर दिया। इस्ताम्बुल बाद में इनकी राजधानी बनी इस्ताम्बुल पर इसकी जीत ने यूरोप में पुनर्जागरण को प्रोत्साहित किया था। सल्तनत उस्मानी का पहला सुलतान ओसमान गाजी था। उस्मानी शासक भारत भी आए और यहां से उन्होंने चीन की ओर बढऩे का भी प्रयास किया लेकिन वह चीन तक नहीं पहुंच पाए। यह वह सामान्य था जिसमें केवल इस्लाम को प्राथमिकता नहीं दी गई थी। हर धर्म के लोग इसमें शामिल थे। ओटोमन साम्रान्य ने लगभग 700 साल तक राज्य किया। ओटोमन शासक सुलेमान ने सभी के लिए एक समान प्रणाली बनाई जिसके तहत उन्होंने कला और साहित्य के विभिन्न रूपों को अपनाया था। मार्क ने कहा कि यह वह साम्राज्य था जिसने कला के माध्यम से उस समय की स्थिति को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। ना केवल संगीतए पेंटिंग बल्कि खगोलीय विज्ञानए दर्शनए रसायन विज्ञान को सीखा और उसे आगे बढ़ाया। दवा बनाने में तरक्की की।1683 में युआना के साथ युद्ध में हार के बाद इस साम्राज्य का पतन होता चला गया। एक बड़ा साम्राज्य यूरोपियों के अधीन चला गया जिससे इस साम्राज्य का अंत हो गया।
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