rajasthan…आउटसोर्सिंग व पीपीपी मोड़ पर भी होगा खोज व खनन कार्य | Exploration and mining work will be done on outsourcing and PPP mode | Patrika News h3>
राजस्थान में बड़ी मात्रा में खनिज उपलब्ध हैं, लेकिन लंबे समय बाद भी सभी खनिजों की खोज और खनन का काम चालू नहीं हो सका है। एेसे में अब खान विभाग खनिजों की खोज को लेकर गति देगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर खोज के साथ बाहरी क्षेत्र से पीपीपी मोड़ पर खनिज खोज के काम कराए जाएंगे।
जयपुर
Published: March 12, 2022 01:18:28 am
जयपुर। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा है कि राज्य की अथाह खनिज संपदा की खोज कार्य को गति देने के लिए राजस्थान राज्य खनिज अंवेषण ट्रस्ट सें आरधारभूत संरचना व तकनीकी अपग्रेडशन के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। खोेज और खनिज ब्लॉक तैयार करने तथा नीलामी के लिए अनुभवी संस्थाओं से आउट सोर्सिंग व पीपीपी के माध्यम से कार्य करवाया जाए ताकि अधिक से अधिक ब्लॉक तैयार कर प्रतिस्पर्धी दरें प्राप्त हो सकें।
rajasthan…आउटसोर्सिंग व पीपीपी मोड़ पर भी होगा खोज व खनन कार्य
खान मंत्री प्रमोद जैन शुक्रवार को सचिवालय में आरएसएमईटी के संचालक मण्डल की पहली बैठक ले रहे थे। उन्होेंने कहा कि आरएसएमईटी से 3 करोड़ 76 लाख रुपए के वित्तीय सहयोग से केन्द्रीय प्रयोगशाला, ड्रिलिंग अनुभाग और जियोफिजिकल, रिमोट संेसिंग व पेट्रोलोजी अनुभागों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। विभागीय प्रयोगशाला का सुदृढीकरण कर एनएबीएल स्तर की बनाया जाएगा। इससे सेंपल्स का विश्लेषण, गहराई तक निर्बाध ड्रिलिंग, माइक्रोस्कोप कैमरे, ग्रेविटी मीटर, मैग्नेटोमीटर सहित आवश्यक नवीनतम उपकरण उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने इस साल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए रेकार्ड नीलामी और राजस्व अर्जन के लिए विभागीय अधिकारियों को बधाई दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव खान व पेट्रोलियम सुबोध अग्रवाल ने बताया कि आरएसएमईटी के माध्यम से 25 लाख रुपए बांसवाड़ा के कालाखूंटा, तांबेसरा, रुपखेडा में मैग्नीज और पृथीपुरा में लाईमस्टोन व भीलवाड़ा के धूलखेडा जिपिया, कजलोदिया में आयरन ओर व सांकरिया खेडा में गारनेट के ब्लाक्स तैयार किए गए हैं। उनहोंने बताया कि इन ब्लॉकों से अपफ्रंट पेमेंट के रुप में 225 करोड़ और समग्र रुप से 14752 करोड़ की आय हो सकेगी।
एसीएस अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2022-23 में बारां, भीलवाड़ा, जोधपुर, झुन्झुनू उदयपुर, राजसमंद आदि में 8 स्थानों पर आयरन ओर, लाईस्टोन, खनिज खोज के लिए ड्रिलिंग कार्य करवाया जाएगा। अप्रधान खनिज ब्लॉक्स भी इस कोष से ऑक्शन के लिए तैयार करवाए जाएंगे।
अग्रवाल ने बताया कि अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही के साथ ही राजस्व बढ़ाने के कारगर प्रयासों का ही परिणाम है कि इस साल रेकार्ड राजस्व अर्जन होने जा रहा है।
प्रमुख सचिव राजस्व आनंद कुमार ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा माइनिंग ब्लाक्स के लिए प्राथमिकता से सहयोग दिया जा रहा है। बैठक में वन सचिव वी प्रवीण ने भी सुझाव दिए।
डीएमजी केबी पण्ड्या ने बताया कि यह पहला मौका है जब राज्य के खनन ब्लॉक्स की रिजर्व प्राइज से 192 प्रतिशत अधिक राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि आउट सोर्सिंग से खोज व आक्शन कार्य को गति दी जाएगी।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएसएमईटी एनपी सिंह ने पीपीटी के माध्यम से विस्तार से गतिविधियों की जानकारी दी।
अगली खबर

राजस्थान में बड़ी मात्रा में खनिज उपलब्ध हैं, लेकिन लंबे समय बाद भी सभी खनिजों की खोज और खनन का काम चालू नहीं हो सका है। एेसे में अब खान विभाग खनिजों की खोज को लेकर गति देगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर खोज के साथ बाहरी क्षेत्र से पीपीपी मोड़ पर खनिज खोज के काम कराए जाएंगे।
जयपुर
Published: March 12, 2022 01:18:28 am
जयपुर। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा है कि राज्य की अथाह खनिज संपदा की खोज कार्य को गति देने के लिए राजस्थान राज्य खनिज अंवेषण ट्रस्ट सें आरधारभूत संरचना व तकनीकी अपग्रेडशन के लिए संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। खोेज और खनिज ब्लॉक तैयार करने तथा नीलामी के लिए अनुभवी संस्थाओं से आउट सोर्सिंग व पीपीपी के माध्यम से कार्य करवाया जाए ताकि अधिक से अधिक ब्लॉक तैयार कर प्रतिस्पर्धी दरें प्राप्त हो सकें।
rajasthan…आउटसोर्सिंग व पीपीपी मोड़ पर भी होगा खोज व खनन कार्य
खान मंत्री प्रमोद जैन शुक्रवार को सचिवालय में आरएसएमईटी के संचालक मण्डल की पहली बैठक ले रहे थे। उन्होेंने कहा कि आरएसएमईटी से 3 करोड़ 76 लाख रुपए के वित्तीय सहयोग से केन्द्रीय प्रयोगशाला, ड्रिलिंग अनुभाग और जियोफिजिकल, रिमोट संेसिंग व पेट्रोलोजी अनुभागों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। विभागीय प्रयोगशाला का सुदृढीकरण कर एनएबीएल स्तर की बनाया जाएगा। इससे सेंपल्स का विश्लेषण, गहराई तक निर्बाध ड्रिलिंग, माइक्रोस्कोप कैमरे, ग्रेविटी मीटर, मैग्नेटोमीटर सहित आवश्यक नवीनतम उपकरण उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने इस साल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए रेकार्ड नीलामी और राजस्व अर्जन के लिए विभागीय अधिकारियों को बधाई दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव खान व पेट्रोलियम सुबोध अग्रवाल ने बताया कि आरएसएमईटी के माध्यम से 25 लाख रुपए बांसवाड़ा के कालाखूंटा, तांबेसरा, रुपखेडा में मैग्नीज और पृथीपुरा में लाईमस्टोन व भीलवाड़ा के धूलखेडा जिपिया, कजलोदिया में आयरन ओर व सांकरिया खेडा में गारनेट के ब्लाक्स तैयार किए गए हैं। उनहोंने बताया कि इन ब्लॉकों से अपफ्रंट पेमेंट के रुप में 225 करोड़ और समग्र रुप से 14752 करोड़ की आय हो सकेगी।
एसीएस अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2022-23 में बारां, भीलवाड़ा, जोधपुर, झुन्झुनू उदयपुर, राजसमंद आदि में 8 स्थानों पर आयरन ओर, लाईस्टोन, खनिज खोज के लिए ड्रिलिंग कार्य करवाया जाएगा। अप्रधान खनिज ब्लॉक्स भी इस कोष से ऑक्शन के लिए तैयार करवाए जाएंगे।
अग्रवाल ने बताया कि अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही के साथ ही राजस्व बढ़ाने के कारगर प्रयासों का ही परिणाम है कि इस साल रेकार्ड राजस्व अर्जन होने जा रहा है।
प्रमुख सचिव राजस्व आनंद कुमार ने बताया कि राजस्व विभाग द्वारा माइनिंग ब्लाक्स के लिए प्राथमिकता से सहयोग दिया जा रहा है। बैठक में वन सचिव वी प्रवीण ने भी सुझाव दिए।
डीएमजी केबी पण्ड्या ने बताया कि यह पहला मौका है जब राज्य के खनन ब्लॉक्स की रिजर्व प्राइज से 192 प्रतिशत अधिक राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि आउट सोर्सिंग से खोज व आक्शन कार्य को गति दी जाएगी।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएसएमईटी एनपी सिंह ने पीपीटी के माध्यम से विस्तार से गतिविधियों की जानकारी दी।
अगली खबर