UP Election Result 2022: कई बाहुबलियों को मिली हार, पर मुख्तार-राजा का तिलिस्म बरकरार h3>
लखनऊ : माफिया, बाहुबलियों और अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का असर साल 2022 के चुनाव परिणाम (UP Election Result 2022) में भी दिखा। यूपी के कई बड़े बाहुबली और उनके करीबियों को जनता ने पटखनी देकर चारों खाने चित्त कर दिया। हालांकि, माफिया मुख्तार अंसारी और बाहुबली राजा भैया का राजनैतिक तिलिस्म बरकरार रहा। मुख्तार की पारंपरिक मऊ सदर सीट की जातीय व धार्मिक गोलबंदी के किले को बीजेपी भेद नहीं पाई। राजा भैया का भी कुंडा और बाबागंज सीट पर जीत का सिलसिला जारी रहा। हालांकि, राजा की जीत का आंकड़ा एक लाख से घटकर 30 हजार के करीब आ गया। अपने ही करीबी रहे गुलशन यादव से उन्हें कड़ी टक्कर मिली।
वेस्ट यूपी के बड़े बाहुबली मदन भैया सपा-रालोद गठबंधन के टिकट पर गाजियाबाद की लोनी सीट से मैदान में थे। उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बदायूं के सहसवान से पिता डीपी यादव की पारंपरिक सीट से प्रत्याशी उनके बेटे कुणाल सिंह चौथे स्थान पर रहे। भदोही की ज्ञानपुर सीट से चार बार विधायक रहे जेल में बंद बाहुबली विजय मिश्रा अपनी सीट हारे और तीसरे स्थान पर रहे। इसौली से बीएसपी प्रत्याशी यशभद्र सिंह सोनू भी हारकर तीसरे स्थान पर रहे।
जेडीयू प्रत्याशी धनंजय सिंह हारे
जौनपुर की मलहनी सीट से जेडीयू प्रत्याशी धनंजय सिंह इस बार भी चुनाव नहीं जीत पाए। उन्हें सपा के लकी यादव ने शिकस्त दी। 2017 में चिल्लूपार से बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीते बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय तिवारी इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़े और हार गए। नौतनवा से बीएसपी प्रत्याशी बाहुबली अमर मणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि भी हारकर तीसरे स्थान पर रहे। लखीमपुर खीरी की मोहम्मदी सीट से सपा के टिकट पर लड़े बाहुबली दाऊद अहमद को भी शिकस्त मिली।
मुख्तार का भतीजा जीता, बेटा आगे
मऊ और गाजीपुर में मुख्तार अंसारी और उसके परिवार का राजनैतिक वर्चस्व इस बार भी बरकरार दिख रहा है। पिता की सीट मऊ सदर पर अब्बास अंसारी 38 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की। वहीं भतीजे सुहैब उर्फ मुन्नू अंसारी ने मोहम्मदाबाद सीट से बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय को शिकस्त दे दी।
अभय सिंह ने भी खब्बू की पत्नी को हराया
अयोध्या में माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी और गोसाईंगंज से सपा प्रत्याशी बाहुबली अभय सिंह ने बाहुबली खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को हरा दिया। बाहुबली मित्रसेन यादव के बेटे आनन्द सेन रूदौली से चुनाव हार गए। गोंडा से बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने चुनाव जीत लिया। बाहुबली सुशील सिंह ने सैयदराजा को हराया।
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जेडीयू प्रत्याशी धनंजय सिंह हारे
जौनपुर की मलहनी सीट से जेडीयू प्रत्याशी धनंजय सिंह इस बार भी चुनाव नहीं जीत पाए। उन्हें सपा के लकी यादव ने शिकस्त दी। 2017 में चिल्लूपार से बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीते बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय तिवारी इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़े और हार गए। नौतनवा से बीएसपी प्रत्याशी बाहुबली अमर मणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि भी हारकर तीसरे स्थान पर रहे। लखीमपुर खीरी की मोहम्मदी सीट से सपा के टिकट पर लड़े बाहुबली दाऊद अहमद को भी शिकस्त मिली।
मुख्तार का भतीजा जीता, बेटा आगे
मऊ और गाजीपुर में मुख्तार अंसारी और उसके परिवार का राजनैतिक वर्चस्व इस बार भी बरकरार दिख रहा है। पिता की सीट मऊ सदर पर अब्बास अंसारी 38 हजार से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की। वहीं भतीजे सुहैब उर्फ मुन्नू अंसारी ने मोहम्मदाबाद सीट से बीजेपी नेता कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय को शिकस्त दे दी।
अभय सिंह ने भी खब्बू की पत्नी को हराया
अयोध्या में माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी और गोसाईंगंज से सपा प्रत्याशी बाहुबली अभय सिंह ने बाहुबली खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को हरा दिया। बाहुबली मित्रसेन यादव के बेटे आनन्द सेन रूदौली से चुनाव हार गए। गोंडा से बाहुबली बृजभूषण शरण सिंह के बेटे प्रतीक भूषण सिंह ने चुनाव जीत लिया। बाहुबली सुशील सिंह ने सैयदराजा को हराया।
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