इंडियानेक्स्ट इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर छात्रों के लिए एक मंच | A platform for IndiaNext Engineering and Architecture students | Patrika News h3>
इंडियानेक्स्ट पहल इंजीनियरिंग ( engineering ) और आर्किटेक्चर क्षेत्र ( architecture ) से भारत के विख्यात पेशेवरों ( eminent professionals ) और मेधावी विद्यार्थियों ( meritorious students ) के लिए एक मंच बनने हेतु तैयार की गई है, ताकि हमारे देश के विकास में उनके संयुक्त प्रयासों का लाभ लिया जा सके और देश में बुनियादी ढांचे से सम्बंधित सबसे बड़ी चुनौतियों में से कुछ को दूर करने के लिए समाधान लाए जा सकें।
जयपुर
Updated: March 07, 2022 10:28:16 pm
इंडियानेक्स्ट पहल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर क्षेत्र से भारत के विख्यात पेशेवरों और मेधावी विद्यार्थियों के लिए एक मंच बनने हेतु तैयार की गई है, ताकि हमारे देश के विकास में उनके संयुक्त प्रयासों का लाभ लिया जा सके और देश में बुनियादी ढांचे से सम्बंधित सबसे बड़ी चुनौतियों में से कुछ को दूर करने के लिए समाधान लाए जा सकें। इस प्रतियोगिता के चार संस्करणों में 10,000 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया है, जिनमें से चालीस आइडियाज को जीत मिली है। पांचवे संस्करण का थीम है, डिजाइन के उन स्थायित्वपूर्ण समाधानों के लिए ‘गति से निर्माण’, जिन्हें तेज गति से निर्मित किया जा सके, जो प्रभाव पैदा करें और सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में देश की सहायता कर सकें। 5वें संस्करण में गति की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है, जो हम खो चुके हैं, उसे फिर से पाने के लिए डिजाइन और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल और अपने उद्देश्यों की पूर्ति में देश की मदद करना। महामारी के अप्रत्यक्ष प्रभावों, श्रमिकों के प्रवास और आपूर्ति श्रृंखला में बाधा, इन सभी ने गति की आवश्यकता पर जोर दिया है, क्योंकि वही अगला कदम है।
अल्ट्राटेक सीमेंट ने इंडियानेक्स्ट के 5वें संस्करण के लिए 18 सदस्यों के प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल की घोषणा की है। निर्णायकों को मुख्य रूप से चार समूहों में बांटा गया है, चेयरमैन्स ज्यूरी, ग्रैण्ड ज्यूरी, मास्टर ज्यूरी और स्टूडेंट ज्यूरी, और हर समूह एक अलग विषय पर केन्द्रित है। आठ मापदंडों के आधार पर पूरे भारत से 5000 से ज्यादा प्रविष्टियों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह मापदंड हैं- विस्तार की योग्यता, सामग्री का चयन और अनुमानित प्रभाव, आदि। मुख्य लक्ष्य होगा डिजाइन की अवधारणा की व्याख्या और वैश्विक दर्शकदीर्घा को प्रेरित करने की योग्यता के बीच एक संतुलित रुख को अपनाना। स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के निदेशक प्रोफेसर डॉ. पी.एस.एन. राव, सुंदरम आर्किटेक्ट्स के चेयरमैन आर. सुंदरम, प्रीकास्ट इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर्स के एमडी अजीत भाटे, अल्ट्राटेक सीमेंट के तकनीकी प्रमुख आर. रामचंद्र वी. आदि माननीय निर्णायक सदस्यों की सूची में हैं।
चेयरमैन्स ज्यूरी में आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग, निर्माण क्षेत्रों और शिक्षा जगत के लोग हैं। इसमें वे विशिष्ट पेशेवर हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्र में जीवनभर सेवा दी है। यह प्रतियोगिता की चुनौती को सम्बोधित करने में पुरस्कार और प्रशंसा पाने योग्य सर्वश्रेष्ठ आवेदनों का चयन उनके प्रयासों के आधार पर करती है। दूसरी ओर, ग्रैण्ड ज्यूरी अग्रणी आवेदनों को पूरी तरह से परखेगी और फाइनल ज्यूरी के लिए योग्य आवेदनों को चुनेगी। मास्टर ज्यूरी सभी उचित आवेदनों का मूल्यांकन करेगी और ज्यादा गहन जांच के लिए अग्रणी आवेदनों को चुनेगी, जबकि स्टूडेंट ज्यूरी इस प्रतियोगिता के लिये विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर उन्हें आगे बढ़ाती है। नवाचार की दो श्रेणियों में विजेताओं को नगद पुरस्कार के रूप में कुल 18 लाख रुपए मिलेंगे। पुरस्कार दो श्रेणियों में बांटा गया है: पेशेवर और विद्यार्थी।
इंडियानेक्स्ट इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर छात्रों के लिए एक मंच
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इंडियानेक्स्ट पहल इंजीनियरिंग ( engineering ) और आर्किटेक्चर क्षेत्र ( architecture ) से भारत के विख्यात पेशेवरों ( eminent professionals ) और मेधावी विद्यार्थियों ( meritorious students ) के लिए एक मंच बनने हेतु तैयार की गई है, ताकि हमारे देश के विकास में उनके संयुक्त प्रयासों का लाभ लिया जा सके और देश में बुनियादी ढांचे से सम्बंधित सबसे बड़ी चुनौतियों में से कुछ को दूर करने के लिए समाधान लाए जा सकें।
जयपुर
Updated: March 07, 2022 10:28:16 pm
इंडियानेक्स्ट पहल इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर क्षेत्र से भारत के विख्यात पेशेवरों और मेधावी विद्यार्थियों के लिए एक मंच बनने हेतु तैयार की गई है, ताकि हमारे देश के विकास में उनके संयुक्त प्रयासों का लाभ लिया जा सके और देश में बुनियादी ढांचे से सम्बंधित सबसे बड़ी चुनौतियों में से कुछ को दूर करने के लिए समाधान लाए जा सकें। इस प्रतियोगिता के चार संस्करणों में 10,000 से ज्यादा लोगों ने भाग लिया है, जिनमें से चालीस आइडियाज को जीत मिली है। पांचवे संस्करण का थीम है, डिजाइन के उन स्थायित्वपूर्ण समाधानों के लिए ‘गति से निर्माण’, जिन्हें तेज गति से निर्मित किया जा सके, जो प्रभाव पैदा करें और सतत् विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में देश की सहायता कर सकें। 5वें संस्करण में गति की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है, जो हम खो चुके हैं, उसे फिर से पाने के लिए डिजाइन और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल और अपने उद्देश्यों की पूर्ति में देश की मदद करना। महामारी के अप्रत्यक्ष प्रभावों, श्रमिकों के प्रवास और आपूर्ति श्रृंखला में बाधा, इन सभी ने गति की आवश्यकता पर जोर दिया है, क्योंकि वही अगला कदम है।
अल्ट्राटेक सीमेंट ने इंडियानेक्स्ट के 5वें संस्करण के लिए 18 सदस्यों के प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल की घोषणा की है। निर्णायकों को मुख्य रूप से चार समूहों में बांटा गया है, चेयरमैन्स ज्यूरी, ग्रैण्ड ज्यूरी, मास्टर ज्यूरी और स्टूडेंट ज्यूरी, और हर समूह एक अलग विषय पर केन्द्रित है। आठ मापदंडों के आधार पर पूरे भारत से 5000 से ज्यादा प्रविष्टियों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह मापदंड हैं- विस्तार की योग्यता, सामग्री का चयन और अनुमानित प्रभाव, आदि। मुख्य लक्ष्य होगा डिजाइन की अवधारणा की व्याख्या और वैश्विक दर्शकदीर्घा को प्रेरित करने की योग्यता के बीच एक संतुलित रुख को अपनाना। स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के निदेशक प्रोफेसर डॉ. पी.एस.एन. राव, सुंदरम आर्किटेक्ट्स के चेयरमैन आर. सुंदरम, प्रीकास्ट इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर्स के एमडी अजीत भाटे, अल्ट्राटेक सीमेंट के तकनीकी प्रमुख आर. रामचंद्र वी. आदि माननीय निर्णायक सदस्यों की सूची में हैं।
चेयरमैन्स ज्यूरी में आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग, निर्माण क्षेत्रों और शिक्षा जगत के लोग हैं। इसमें वे विशिष्ट पेशेवर हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्र में जीवनभर सेवा दी है। यह प्रतियोगिता की चुनौती को सम्बोधित करने में पुरस्कार और प्रशंसा पाने योग्य सर्वश्रेष्ठ आवेदनों का चयन उनके प्रयासों के आधार पर करती है। दूसरी ओर, ग्रैण्ड ज्यूरी अग्रणी आवेदनों को पूरी तरह से परखेगी और फाइनल ज्यूरी के लिए योग्य आवेदनों को चुनेगी। मास्टर ज्यूरी सभी उचित आवेदनों का मूल्यांकन करेगी और ज्यादा गहन जांच के लिए अग्रणी आवेदनों को चुनेगी, जबकि स्टूडेंट ज्यूरी इस प्रतियोगिता के लिये विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर उन्हें आगे बढ़ाती है। नवाचार की दो श्रेणियों में विजेताओं को नगद पुरस्कार के रूप में कुल 18 लाख रुपए मिलेंगे। पुरस्कार दो श्रेणियों में बांटा गया है: पेशेवर और विद्यार्थी।
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