सौरव गांगुली बोले- विराट कोहली महान खिलाड़ी हैं, वे वापसी करेंगे और शतक जड़ेंगे h3>
भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में शुक्रवार को 100 या अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले 11 अन्य भारतीय क्रिकेटरों के क्लब में शामिल हो जाएंगे। उस स्पेशल लिस्ट में एक नाम पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का भी है, जो अब बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं। गांगुली ने विराट कोहली के 100वें टेस्ट मैच को लेकर बयान दिया है और कहा है कि वह 100 टेस्ट क्लब में उनका स्वागत करते हैं और मोहाली में व्यक्तिगत रूप से विराट का 100वां टेस्ट मैच देखने भी पहुंचने वाले हैं।
हमारी प्रमुख और सहयोगी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा है, “शुरुआत में ही आपको बताता हूं कि वहां (100 टेस्ट खेलना) पहुंचने के लिए एक बहुत अच्छा खिलाड़ी होने की आवश्यकता है। भारतीय क्रिकेट में बहुत कम लोगों ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं। यह एक शानदार लैंडमार्क है। विराट एक महान खिलाड़ी हैं और इसके हर हिस्से के हकदार हैं।” कोहली ने अपने सीमित ओवरों में भारत की शुरुआत 2008 में की, उसी वर्ष जब गांगुली ने टेस्ट से संन्यास लिया था।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान गांगुली ने आगे कहा, “मैंने उसके साथ नहीं खेला है, लेकिन मैंने हमेशा उनके खेल को फॉलो किया है। अलग-अलग तरह से क्रिकेट की गतिविधियों और जिम्मेदारियों में शामिल होने के कारण मैंने हमेशा उनके क्रिकेट पर नजर रखी है। मैंने उनका करियर कब से शुरू हुआ और कैसे कुछ सालों के बाद एक अलग मोड़ लिया और यह अब महानता में बदल गया है, सब देखा है। जब आप इस स्तर पर खेलेंगे तो उम्मीदें हमेशा बनी रहेंगी।”
गांगुली ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “उनकी तकनीक, उनकी सकारात्मकता, उनका फुटवर्क, उनका संतुलन, मुझे वह सब पसंद है। इन सबसे ऊपर, जिस तरह से विराट ने 2014 के बाद इंग्लैंड में अपने खेल को बदला, वो अहम था, क्योंकि वे वहां संघर्ष कर रहे थे। मैंने वह टेस्ट सीरीज इसलिए देखी, क्योंकि मैं वहां कमेंटेटर के तौर पर काम कर रहा था और उसके बाद उनके पास दमदार पांच साल थे। अमूमन ऐसा ही होता है। मैंने देखा कि 2002 से 2005 के बीच राहुल द्रविड़ के साथ। आप महान खिलाड़ियों को इन चरणों में देखते हैं जहां वे अपने चरम पर हैं। सचिन के पास कई थे।”
दिलचस्प बात ये है कि सात साल के बाद विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में एक बल्लेबाज के तौर पर खेलते नजर आएंगे, क्योंकि उन्होंने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। इस बारे में गांगुली ने कहा, “इसके लिए कुछ एडजेस्टमेंट की आवश्यकता होती है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह बहुत मुश्किल है। वह वापस आएंगे और शतक बनाएंगे। मैं इस बारे में जानता हूं कि उन्होंने दो साल से अधिक समय से शतक नहीं बनाया है, लेकिन वह इतने अच्छे खिलाड़ी हैं कि लगातार ऐसा नहीं होने देंगे। वह इस दौर से भी आगे निकल जाएंगे। वह जानते हैं कि शतक कैसे बनाया जाता है, अन्यथा वे 70 शतक नहीं बनाते। एक पूर्व खिलाड़ी के रूप में, मुझे पता है कि वह फिर से स्कोर करना शुरू करेंगे। उसके पास बहुत बड़ी क्षमता है, इसलिए यह समय की बात है।”
भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में शुक्रवार को 100 या अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले 11 अन्य भारतीय क्रिकेटरों के क्लब में शामिल हो जाएंगे। उस स्पेशल लिस्ट में एक नाम पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का भी है, जो अब बीसीसीआई के अध्यक्ष हैं। गांगुली ने विराट कोहली के 100वें टेस्ट मैच को लेकर बयान दिया है और कहा है कि वह 100 टेस्ट क्लब में उनका स्वागत करते हैं और मोहाली में व्यक्तिगत रूप से विराट का 100वां टेस्ट मैच देखने भी पहुंचने वाले हैं।
हमारी प्रमुख और सहयोगी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा है, “शुरुआत में ही आपको बताता हूं कि वहां (100 टेस्ट खेलना) पहुंचने के लिए एक बहुत अच्छा खिलाड़ी होने की आवश्यकता है। भारतीय क्रिकेट में बहुत कम लोगों ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं। यह एक शानदार लैंडमार्क है। विराट एक महान खिलाड़ी हैं और इसके हर हिस्से के हकदार हैं।” कोहली ने अपने सीमित ओवरों में भारत की शुरुआत 2008 में की, उसी वर्ष जब गांगुली ने टेस्ट से संन्यास लिया था।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान गांगुली ने आगे कहा, “मैंने उसके साथ नहीं खेला है, लेकिन मैंने हमेशा उनके खेल को फॉलो किया है। अलग-अलग तरह से क्रिकेट की गतिविधियों और जिम्मेदारियों में शामिल होने के कारण मैंने हमेशा उनके क्रिकेट पर नजर रखी है। मैंने उनका करियर कब से शुरू हुआ और कैसे कुछ सालों के बाद एक अलग मोड़ लिया और यह अब महानता में बदल गया है, सब देखा है। जब आप इस स्तर पर खेलेंगे तो उम्मीदें हमेशा बनी रहेंगी।”
गांगुली ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “उनकी तकनीक, उनकी सकारात्मकता, उनका फुटवर्क, उनका संतुलन, मुझे वह सब पसंद है। इन सबसे ऊपर, जिस तरह से विराट ने 2014 के बाद इंग्लैंड में अपने खेल को बदला, वो अहम था, क्योंकि वे वहां संघर्ष कर रहे थे। मैंने वह टेस्ट सीरीज इसलिए देखी, क्योंकि मैं वहां कमेंटेटर के तौर पर काम कर रहा था और उसके बाद उनके पास दमदार पांच साल थे। अमूमन ऐसा ही होता है। मैंने देखा कि 2002 से 2005 के बीच राहुल द्रविड़ के साथ। आप महान खिलाड़ियों को इन चरणों में देखते हैं जहां वे अपने चरम पर हैं। सचिन के पास कई थे।”
दिलचस्प बात ये है कि सात साल के बाद विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में एक बल्लेबाज के तौर पर खेलते नजर आएंगे, क्योंकि उन्होंने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। इस बारे में गांगुली ने कहा, “इसके लिए कुछ एडजेस्टमेंट की आवश्यकता होती है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह बहुत मुश्किल है। वह वापस आएंगे और शतक बनाएंगे। मैं इस बारे में जानता हूं कि उन्होंने दो साल से अधिक समय से शतक नहीं बनाया है, लेकिन वह इतने अच्छे खिलाड़ी हैं कि लगातार ऐसा नहीं होने देंगे। वह इस दौर से भी आगे निकल जाएंगे। वह जानते हैं कि शतक कैसे बनाया जाता है, अन्यथा वे 70 शतक नहीं बनाते। एक पूर्व खिलाड़ी के रूप में, मुझे पता है कि वह फिर से स्कोर करना शुरू करेंगे। उसके पास बहुत बड़ी क्षमता है, इसलिए यह समय की बात है।”