Omicron side effects : डेल्टा वेरिएंट का सबको पता है, ओमीक्रोन के साइड इफेक्ट्स जान लीजिए

311
Omicron side effects : डेल्टा वेरिएंट का सबको पता है, ओमीक्रोन के साइड इफेक्ट्स जान लीजिए

Omicron side effects : डेल्टा वेरिएंट का सबको पता है, ओमीक्रोन के साइड इफेक्ट्स जान लीजिए

हाइलाइट्स

  • देश में ओमीक्रोन के मामले 2000 के पार पहुंचे
  • कई राज्यों में पाबंदिया, तीसरी लहर आ चुकी है
  • डेल्टा की तुलना में मामूली, ऐसा समझना खतरनाक

नई दिल्ली
कोरोना का ओमीक्रोन वेरिएंट देश में तेजी से फैल रहा है। बुधवार सुबह तक मरीजों की संख्या 2,000 के आंकड़े को पार कर चुकी है। दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, बंगाल समेत कई राज्यों में पाबंदियां लगाई जा रही हैं जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। फिलहाल अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के आधार पर एक्सपर्ट कह रहे हैं कि इसके लक्षण मामूली होते हैं और ज्यादातर लोगों को ऑक्सीजन या अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही है। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर का विनाशकारी रूप देख चुके लोगों में तीसरी लहर का खौफ बना हुआ है।

ओमीक्रोन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में फैला था और वहां अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या कम है और मौत के मामले बहुत कम हैं। हालांकि WHO में कोविड-19 के प्रबंधक डॉ. आब्दी महमूद ने आगाह किया है कि दक्षिण अफ्रीका की स्थिति को दूसरे देशों के लिए आदर्श नहीं माना जा सकता क्योंकि हर देश अपने आप में अलग है। मतलब साफ है कि दक्षिण अफ्रीका में कम लोग बीमार हुए या मृत्यु हुई तो दूसरे देश में भी ऐसा ही होगा, यह नहीं कहा जा सकता। यानी ओमीक्रोन का अपने देश में कैसा असर होगा, यह काफी हद तक अस्पष्ट है।

मरीज बढ़ने के बीच, आइए जानते हैं कि ओमीक्रोन शरीर पर किस तरह असर करता है और इसके साइड इफेक्ट्स क्या-क्या हैं।

जुकाम हो या थकान, नजरअंदाज न करें
अब तक ओमीक्रोन पॉजिटिव मरीजों के इलाज और रिसर्च से पता चला है कि ओमीक्रोन का संक्रमण गले में पनपता और बढ़ता है, काफी हद तक फेफड़ा इससे बचा रहता है। डेल्टा वेरिएंट ने लोगों के फेफड़ों को सीधेतौर पर प्रभावित किया था और सांस लेने में तकलीफ बढ़ती जा रही थी। इसके चलते ऑक्सीजन डिमांड भी बढ़ गई थी। फिलहाल ओमीक्रोन के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर कह रहे हैं कि सांस की तकलीफ नहीं हो रही है। परेशानी की बात करें तो ओमीक्रोन में थकान, जोड़ों में दर्द, जुकाम और सिरदर्द जैसे लक्षण पता चलते हैं जबकि डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मरीजों में स्वाद और सूंघने की क्षमता ही खत्म हो जाती थी।

हार्ट रेट तेज…
ओमीक्रोन संक्रमण में व्यक्ति को थकान के साथ-साथ हृदय गति (हार्ट रेट) तेज महसूस हो सकती है। गले में खराश की समस्या लोगों को महसूस हो रही है। ऑक्सीजन स्तर में गिरावट नहीं देखी गई है और न ही स्वाद या गंध की क्षमता खत्म हुई है। यूं समझिए कि ओमीक्रोन के केस में लक्षण कुछ-कुछ वायरल इन्फेक्शन की तरह लगते हैं।

ओमीक्रोन फेफड़े तक न पहुंचने के कारण फिलहाल डेल्टा वेरिएंट जितना गंभीर नहीं है। हां, यह डेल्टा की तुलना में कई गुना ज्यादा संक्रामक है यानी यह तेजी से बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर सकता है। यही वजह है कि मास्क अवश्य पहनने की सलाह दी जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर डेल्टा वेरिएंट के चलते आई थी और उस समय बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई। दक्षिण अफ्रीका से पूरी दुनिया में फैले इस नए ओमीक्रोन वेरिएंट के केस में ऐसा नहीं है। मृत्यु दर काफी कम है। इन सबके बावजूद WHO ने चेतावनी दी है कि ओमीक्रोन को हल्का या कमजोर समझने की भूल नहीं करनी चाहिए।

ब्लैक फंगस जैसा कुछ नहीं
दूसरी लहर के समय डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण के साथ-साथ Mucormycosis (ब्लैक फंगस) फंगल इन्फेक्शन फैलने लगा था जो ज्यादा घातक साबित हुआ था। फिलहाल ओमीक्रोन के केस में ऐसा कुछ नहीं है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ओमीक्रोन के लक्षण किसी दूसरे वेरिएंट से अलग हों, अभी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन इससे बचने के लिए मास्क और सामाजिक दूरी का पालन करें क्योंकि संक्रामक होने के कारण यह पहले से बीमार लोगों या वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों पर गंभीर असर कर सकता है। वैसे भी, वैक्सीन लगवाने वाले ओमीक्रोन पॉजिटिव हो रहे हैं पर गंभीरता कम रहती है।

यह भी पढ़ें: Bulli Bai App Case:मुस्लिम महिलाओं की नीलामी वाले ऐप केस में 18 साल की श्‍वेता सिंह, 21 साल का विशाल झा ग‍िरफ्तार, कौन हैं दोनों?

Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc

Source link