Aanand L. Rai Birthday: इंजीनियर की नौकरी करते थे आनंद, 2011 में सोच लिया था- बॉलिवुड छोड़ दूंगा!
इंजीनियर बन कॉरपोरेट नौकरी करते थे
आनंद एल. राय दिल्ली से हैं। साल 1971 में दिल्ली के एक मिडिल क्लास फैमिली में उनका जन्म हुआ। 1947 के विभाजन में उनकी फैमिली सिंध से देहरादून आ गई थी। असली सरनेम रायसिंघानी था। देहरादून से फिर दिल्ली का सफर तय हुआ। आनंद एल राय ने दिल्ली से ही स्कूलिंग करने के बाद आनंद ने औरंगाबाद से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने बतौर इंजीनियर (Engineer) नौकरी भी शुरू की। लेकिन दिल में कुछ और करने की चाहत थी। इसलिए नौकरी छोड़ मुंबई आ गए।
भाई रवि राय के बन गए असिस्टेंट
आनंद एल राय के बड़े भाई रवि राय ने कई टीवी सीरीज का डायरेक्शन किया है। लिहाजा अपनी क्रिएटिविटी को तकनीकी समझ देने के लिए उन्होंने मुंबई आकर अपने भाई को असिस्ट करना शुरू किया। टीवी सीरियल ‘इम्तिहान’ में उन्होंने भाई रवि राय के साथ बतौर अससिस्टेंट डायरेक्टर काम किया। साल 2007 में आनंद एल राय ने एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म ‘स्ट्रेंजर्स’ से बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया। इस फिल्म में जिमी शेरगिल लीड रोल में थे। इसके साथ वह 2008 में ‘थोड़ी लाइफ थोड़ा मैजिक’ लेकर आए। लेकिन ये दोनों ही फिल्में बॉक्स ऑफिस पर पिट गईं।
फ्लॉप हो गईं पहली दो फिल्में
शुरुआती दोनों फिल्मों के फ्लॉप होने के कारण आनंद एल राय की आर्थिक स्थिति भी उस दौर में खराब हो गई थी। ऐसे में अब उन्हें एक हिट की बहुत जरूरत थी। तीन साल के इंतजार और मेहनत के बाद 2011 में आनंद ने ‘तनु वेड्स मनु’ फिल्म बनाई। आर. माधवन, कंगना रनौत, जिमी शेरगिल की इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस कमाल दिखाया। फिल्म ने न सिर्फ तगड़ी कमाई की, बल्कि लोगों के दिलों पर भी राज किया। इसके बाद 2013 में जब वह सोनम कपूर, धानुष और अभय देओल के साथ ‘रांझणा’ लेकर आए तो हर कोई आनंद की किस्सागोई का दीवाना बन गया।
…इसलिए नई और मिडिल क्लास की कहानी से है राबता
‘राज्यसभा टीवी’ को दिए एक इंटरव्यू में आनंद एल राय कहते हैं, ‘हर इंसान की जिंदगी में एक मोड़ आता है, जब उसे यह फैसला करना पड़ता है कि उसे अपने दिल की करनी है या पैसों की तंगी से निपटना है। मेरी जिंदगी में यह फैसला करना आसान रहा है कि मुझे अपने दिल की करनी है। मेरी दोनों शुरुआती फिल्में फ्लॉप हुईं, मैं इसे फिल्मों में अपना ग्रेजुएशन मानता हूं। जब आप एक मीडियम को अपना समय देते हैं तो इसके ऑडियंस की समझने की कोशिश करते हैं। मैंने हमेशा यह सोचा कि जिस मिडिल क्लास से मैं ताल्लुक रखता हूं, पर्दे पर वहीं की कहानियां दिखाऊं।’
हर फिल्म में दिखाई एक नई ऑरिजनल स्टोरी
आनंद एल राय ने बतौर डायरेक्टर अभी तक 6 फिल्में बनाई हैं। इनमें शाहरुख खान के साथ ‘जीरो’ भी शामिल है। जबकि आगे वह अक्षय कुमार, सारा अली खान और धानुष के साथ ‘अतरंगी रे’ और अक्षय कुमार-भूमि पेडनेकर के साथ ही ‘रक्षा बंधन’ लेकर आ रहे हैं। बतौर प्रड्यूसर आनंद एल राय ने बॉलिवुड को कई खूबसूरत कहानियां दी हैं। इनमें ‘मनमर्जियां’, ‘निल बटे सन्नाटा’, ‘मुक्काबाज’, ‘तुंबाड’, ‘मेरी निम्मो’, ‘लाल कप्तान’, ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’, ‘हैप्पी भाग जाएगी’, और ‘हैप्पी फिर भाग जाएगी’ जैसी कई फिल्में शामिल हैं।
2011 में तय किया था छोड़ देंगे बॉलिवुड
आनंद एल राय का मानना है कि दर्शकों को दिखावा पसंद नहीं है। इसलिए वह अपनी फिल्मों में रियलिस्टकि अप्रोच देना ज्यादा पसंद करते हैं। ‘राज्यसभा टीवी’ को दिए इंटरव्यू में ही आनंद कहते हैं, ‘तनु वेड्स मनु से मैं एक चीज समझ गया कि यदि आप कहानी से दिखावा निकाल पाते हैं, तो दर्शकों के दिलों तक जल्दी पहुंच पाएंगे।’ आनंद यह भी बताते हैं कि यदि ‘तनु वेड्स मनु’ नहीं चलती तो शायद वह फिर कभी कोई फिल्म नहीं बनाते।
यह भी पढ़ें: सपने में खुद को रोते हुए देखना शुभ या अशुभ और मनोवैज्ञानिक कारण ?
Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi, sports hindi news, Bollywood Hindi News, technology and education etc.