Kim Jong Un: उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन का सनकी आदेश, जीन्स पहनी, विदेशी फिल्में देखी तो मौत की सजा h3>
हाइलाइट्स:
- उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने हाल ही में एक नए कानून को पेश किया है
- इसके तहत विदेशी फिल्में, कपड़े और अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने पर मौत की सजा
- किम ने एक व्यक्ति को इसलिए मौत सजा दे दी थी कि क्योंकि उसे फिल्म के साथ पकड़ा गया था
प्योंगयांग
उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने हाल ही में एक नए कानून को पेश किया है। इसके तहत उत्तर कोरिया में विदेशी प्रभाव को खत्म करने के लिए विदेशी फिल्में, कपड़े और अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने पर मौत की सजा से लेकर जेल की सजा का प्रावधान किया है। किम जोंग उन ने एक व्यक्ति को केवल इसलिए मौत सजा दे दी थी कि क्योंकि उसे दक्षिण कोरियाई फिल्म के साथ पकड़ा गया था।
यून मि सो उस समय 11 साल की थीं जब उत्तर कोरियाई व्यक्ति को मौत के घाट उतारा गया था। इस दौरान उसके पूरे पड़ोस को आदेश दिया गया था कि वे सजा-ए-मौत की पूरी प्रक्रिया को देखें। सो ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि अगर आप मौत की सजा को नहीं देखते हैं तो इसे राजद्रोह माना जाएगा। उत्तर कोरियाई गार्ड यह सुनिश्चित कर रहे थे कि सभी लोग यह जान लें कि अश्लील वीडियो को तस्करी करके लाना मौत की सजा दिला सकता है।
सो ने कहा कि यह देखना उनके लिए बहुत पीड़ादायक था। मेरी आंखों में पानी आ गए थे। उत्तर कोरियाई सैनिक उस व्यक्ति को गोली मार दिए थे। आप कल्पना करें एक ऐसा देश जहां लगातार सरकार की ओर से लॉकडॉउन लगाया जाता है और इंटरनेट भी नहीं होता है। वहां कोई सोशल मीडिया नहीं है और केवल कुछ सरकारी टीवी चैनल हैं जो यह बताते रहते हैं कि देश के नेता आपसे क्या सुनना चाहते हैं। यह स्थिति उत्तर कोरिया की है।
मीडिया सामग्री रखते पाया गया तो फांसी की सजा
अब किम जोंग उन के प्रशासन ने ‘प्रतिक्रियावादी विचारों’ के खिलाफ नया कानून बनाया है। अगर किसी को दक्षिण कोरिया, अमेरिका या जापान की मीडिया सामग्री रखते पाया गया तो उसे फांसी की सजा दी जाएगी। यही नहीं इसे जो लोग देखते हुए पकड़े जाएंगे उन्हें 15 साल की सजा हो सकती है। हाल ही में किम ने एक पत्र लिखकर कहा कि देश का यूथ लीग युवाओं में समाजवाद विरोधी विचारधारा के खिलाफ ऐक्शन ले।
किम युवाओं में विदेशी भाषण, हेयर स्टाइल और कपड़ों के प्रसार को रोकना चाहता है। उसने इसे खतरनाक जहर करार दिया है। दक्षिण कोरिया के डेली एनके मुताबिक इन किशोरों को इसलिए री एजुकेशन कैंप में भेज दिया गया क्योंकि उन्होंने कोरियाई पॉप स्टार्स की तरह से बाल कटाए हुए थे। बीबीसी के मुताबिक ऐसा इसलिए है क्योंकि किम जोंग उन ने बाहरी सूचनाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।
हाइलाइट्स:
- उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने हाल ही में एक नए कानून को पेश किया है
- इसके तहत विदेशी फिल्में, कपड़े और अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने पर मौत की सजा
- किम ने एक व्यक्ति को इसलिए मौत सजा दे दी थी कि क्योंकि उसे फिल्म के साथ पकड़ा गया था
उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने हाल ही में एक नए कानून को पेश किया है। इसके तहत उत्तर कोरिया में विदेशी प्रभाव को खत्म करने के लिए विदेशी फिल्में, कपड़े और अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने पर मौत की सजा से लेकर जेल की सजा का प्रावधान किया है। किम जोंग उन ने एक व्यक्ति को केवल इसलिए मौत सजा दे दी थी कि क्योंकि उसे दक्षिण कोरियाई फिल्म के साथ पकड़ा गया था।
यून मि सो उस समय 11 साल की थीं जब उत्तर कोरियाई व्यक्ति को मौत के घाट उतारा गया था। इस दौरान उसके पूरे पड़ोस को आदेश दिया गया था कि वे सजा-ए-मौत की पूरी प्रक्रिया को देखें। सो ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि अगर आप मौत की सजा को नहीं देखते हैं तो इसे राजद्रोह माना जाएगा। उत्तर कोरियाई गार्ड यह सुनिश्चित कर रहे थे कि सभी लोग यह जान लें कि अश्लील वीडियो को तस्करी करके लाना मौत की सजा दिला सकता है।
सो ने कहा कि यह देखना उनके लिए बहुत पीड़ादायक था। मेरी आंखों में पानी आ गए थे। उत्तर कोरियाई सैनिक उस व्यक्ति को गोली मार दिए थे। आप कल्पना करें एक ऐसा देश जहां लगातार सरकार की ओर से लॉकडॉउन लगाया जाता है और इंटरनेट भी नहीं होता है। वहां कोई सोशल मीडिया नहीं है और केवल कुछ सरकारी टीवी चैनल हैं जो यह बताते रहते हैं कि देश के नेता आपसे क्या सुनना चाहते हैं। यह स्थिति उत्तर कोरिया की है।
मीडिया सामग्री रखते पाया गया तो फांसी की सजा
अब किम जोंग उन के प्रशासन ने ‘प्रतिक्रियावादी विचारों’ के खिलाफ नया कानून बनाया है। अगर किसी को दक्षिण कोरिया, अमेरिका या जापान की मीडिया सामग्री रखते पाया गया तो उसे फांसी की सजा दी जाएगी। यही नहीं इसे जो लोग देखते हुए पकड़े जाएंगे उन्हें 15 साल की सजा हो सकती है। हाल ही में किम ने एक पत्र लिखकर कहा कि देश का यूथ लीग युवाओं में समाजवाद विरोधी विचारधारा के खिलाफ ऐक्शन ले।
किम युवाओं में विदेशी भाषण, हेयर स्टाइल और कपड़ों के प्रसार को रोकना चाहता है। उसने इसे खतरनाक जहर करार दिया है। दक्षिण कोरिया के डेली एनके मुताबिक इन किशोरों को इसलिए री एजुकेशन कैंप में भेज दिया गया क्योंकि उन्होंने कोरियाई पॉप स्टार्स की तरह से बाल कटाए हुए थे। बीबीसी के मुताबिक ऐसा इसलिए है क्योंकि किम जोंग उन ने बाहरी सूचनाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।