Politics On Corona: कोरोना संकट पर कांग्रेस का सरकार पर बड़ा हमला, कहा- देश की स्वास्थ्य सेवाएं सोशल मीडिया से चल रही हैं h3>
नई दिल्ली
देश में कोरोना संक्रमण के मारामारी के बीच स्वास्थ्य सेवाओं के चरमराने को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि इस देश में स्वास्थ्य सेवाएं सरकार से नहीं, बल्कि सोशल मीडिया से चल रही हैं। दरअसल कोरोना की इस लड़ाई में सोशल मीडिया अहम भूमिका निभा रहा है, जहां आम आदमी से लेकर विभिन्न समाज सेवी संस्थाएं और समूह सोशल मीडिया पर जरूरतमंदों की गुहार देखते हुए मदद को सामने आ रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि देश की राजधानी में नए बन रहे सेंट्रल विस्टा से महज कुछ किलोमीटर दूर तमाम अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी की बातें हमें सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से हर एक-दो घंटे में सुनाई दे रही हैं।
सोशल मीडिया पर लोग कोरोना मरीजों के मदद की लगा रहे गुहार
उन्होने कहा कि आपको सोशल मीडिया पर सुबह से लेकर रात तक सिर्फ कोविड को लेकर लोगों के एसओएस मैसेज मिलेंगे, जिसमें वह कभी दवाओं तो कभी इंजेक्शन तो कभी ऑक्सीजन या आईसीयू बेड की गुहार लगाते मिलेंगे। ऐसा लगता है कि अब इस देश में स्वास्थ्य सेवाएं सरकार से नहीं, बल्कि सोशल मीडिया से चल रही हैं।
सरकार मदद करने की जगह लोगों से ही कर रही सवाल
कांग्रेस ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर सिर्फ आम आदमी ही नहीं, बल्कि भारत में विदेशी दूतावास से लेकर सांसद, जिनमें बीजेपी के सांसद भी शामिल हैं, तक सब गुहार लगा रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी करने की बजाय मदद मांगने वालों से सवाल करती है। दिल्ली में दो विदेशी दूतावासों द्वारा विपक्षी दल कांग्रेस से मदद मांगने को लेकर उठे विवाद के मद्देनजर खेड़ा ने कहा कि सरकार विदेश दूतावासों से मदद मांगने पर सवाल करते हैं, कांग्रेस से मदद देने को लेकर सवाल करते हैं, लेकिन खुद से सवाल नहीं करते कि आखिर यह नौबत क्यों आई।
सोशल मीडिया पर लोग मदद मांग रहे, और केन्द्र है चुपचाप
कांग्रेस ने तंज करते हुए कहा आज बीजेपी के सांसद कांग्रेस को टैग करके मदद मांग रहे हैं, ऐसे में सरकार को सोचना होगा कि ऐसा क्यों हुआ। कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज भी सरकार के लिए स्वास्थ्य सेवाएं जरूरी नहीं हैं, बल्कि सेंट्रल विस्टा जरूरी है। उनका कहना कि देश में आज यह स्थिति है कि ‘सेंट्रल विस्टा’ तो आवश्यक सेवाओं में आगे है, लेकिन कोविड का टीका तीन से चार महीने बाद आएगा?
मदद के हाथ का आगे आना भारत की पुख्ता विदेश नीति का नतीजा- काग्रेंस
कांग्रेस ने कहा कि आज जो भारत को मदद आ रही है, वह लंबे समय से चल रही भारत की पुख्ता विदेश नीति का नतीजा है, जिसें समय-समय पर हर सरकार ने मजबूत किया। वहीं कांग्रेस ने लगभग 20 देशों से आ रही मदद का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि इतनी मदद के बाजजूद अगर दिल्ली में, मध्य प्रदेश में, यूपी व कर्नाटक के अस्पतालों में मरीजों की जान चली जाए तो देश इससे आहत होता है।
केन्द्र लाए पारदर्शिता- काग्रेंस
मोदी सरकार से मांग की कि वह देश को बताए कि जहां-जहां से जो भी मदद आई, उसके पूरे आंकड़े देश के साथ साझा की कीजिए। खेड़ा ने कहा कि विदेशों से जो सामग्री आ रही है, कहां-कहां से क्या और कितनी आ रही है और उसमें से किस राज्य को या किस अस्पताल को या किस एजेंसी को वो सामान दिया जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि इससे पारदर्शिता आएगी कि मदद का सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं।
देश में कोरोना संक्रमण के मारामारी के बीच स्वास्थ्य सेवाओं के चरमराने को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा। कांग्रेस ने कहा कि इस देश में स्वास्थ्य सेवाएं सरकार से नहीं, बल्कि सोशल मीडिया से चल रही हैं। दरअसल कोरोना की इस लड़ाई में सोशल मीडिया अहम भूमिका निभा रहा है, जहां आम आदमी से लेकर विभिन्न समाज सेवी संस्थाएं और समूह सोशल मीडिया पर जरूरतमंदों की गुहार देखते हुए मदद को सामने आ रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि देश की राजधानी में नए बन रहे सेंट्रल विस्टा से महज कुछ किलोमीटर दूर तमाम अस्पतालों से ऑक्सीजन की कमी की बातें हमें सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से हर एक-दो घंटे में सुनाई दे रही हैं।
उन्होने कहा कि आपको सोशल मीडिया पर सुबह से लेकर रात तक सिर्फ कोविड को लेकर लोगों के एसओएस मैसेज मिलेंगे, जिसमें वह कभी दवाओं तो कभी इंजेक्शन तो कभी ऑक्सीजन या आईसीयू बेड की गुहार लगाते मिलेंगे। ऐसा लगता है कि अब इस देश में स्वास्थ्य सेवाएं सरकार से नहीं, बल्कि सोशल मीडिया से चल रही हैं।
सरकार मदद करने की जगह लोगों से ही कर रही सवाल
कांग्रेस ने कहा कि आज सोशल मीडिया पर सिर्फ आम आदमी ही नहीं, बल्कि भारत में विदेशी दूतावास से लेकर सांसद, जिनमें बीजेपी के सांसद भी शामिल हैं, तक सब गुहार लगा रहे हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी करने की बजाय मदद मांगने वालों से सवाल करती है। दिल्ली में दो विदेशी दूतावासों द्वारा विपक्षी दल कांग्रेस से मदद मांगने को लेकर उठे विवाद के मद्देनजर खेड़ा ने कहा कि सरकार विदेश दूतावासों से मदद मांगने पर सवाल करते हैं, कांग्रेस से मदद देने को लेकर सवाल करते हैं, लेकिन खुद से सवाल नहीं करते कि आखिर यह नौबत क्यों आई।
सोशल मीडिया पर लोग मदद मांग रहे, और केन्द्र है चुपचाप
कांग्रेस ने तंज करते हुए कहा आज बीजेपी के सांसद कांग्रेस को टैग करके मदद मांग रहे हैं, ऐसे में सरकार को सोचना होगा कि ऐसा क्यों हुआ। कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज भी सरकार के लिए स्वास्थ्य सेवाएं जरूरी नहीं हैं, बल्कि सेंट्रल विस्टा जरूरी है। उनका कहना कि देश में आज यह स्थिति है कि ‘सेंट्रल विस्टा’ तो आवश्यक सेवाओं में आगे है, लेकिन कोविड का टीका तीन से चार महीने बाद आएगा?
मदद के हाथ का आगे आना भारत की पुख्ता विदेश नीति का नतीजा- काग्रेंस
कांग्रेस ने कहा कि आज जो भारत को मदद आ रही है, वह लंबे समय से चल रही भारत की पुख्ता विदेश नीति का नतीजा है, जिसें समय-समय पर हर सरकार ने मजबूत किया। वहीं कांग्रेस ने लगभग 20 देशों से आ रही मदद का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि इतनी मदद के बाजजूद अगर दिल्ली में, मध्य प्रदेश में, यूपी व कर्नाटक के अस्पतालों में मरीजों की जान चली जाए तो देश इससे आहत होता है।
केन्द्र लाए पारदर्शिता- काग्रेंस
मोदी सरकार से मांग की कि वह देश को बताए कि जहां-जहां से जो भी मदद आई, उसके पूरे आंकड़े देश के साथ साझा की कीजिए। खेड़ा ने कहा कि विदेशों से जो सामग्री आ रही है, कहां-कहां से क्या और कितनी आ रही है और उसमें से किस राज्य को या किस अस्पताल को या किस एजेंसी को वो सामान दिया जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि इससे पारदर्शिता आएगी कि मदद का सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं।