Lucknow news: होम आइसोलेशन में पिता-पुत्र की मौत, सड़ रही लाशों के साथ दिव्यांग मां ने गुजारे 3 दिन, बदबू आने पर पुलिस ने ऐसे निकाला बाहर h3>
हाइलाइट्स:
- लखनऊ के कृष्णा नगर में रहता था परिवार
- कोरोना पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में थे पिता-पुत्र
- पिता-पुत्र के साथ दिव्यांग मां भी घर में ही थी
- होम आइसोलेशन में ही पिता-पुत्र की मौत हो गई और दिव्यांग मां मदद के लिए चिल्लाती रही
लखनऊ
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां के कृष्णानगर की एलडीए कॉलोनी में शनिवार रात अरविंद गोयल (60) और उनके बेटे आशीष (25) के शव घर में मिले हैं। लाशें बुरी तरह से सड़ चुकी थीं। पास में ही अरविंद की पत्नी रंजना बेसुध मिली हैं। उन्हें पुलिस ने गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के मुताबिक पिता-पुत्र के शव देख कर लग रहा है कि उनकी मौत तीन-चार दिन पहले हो गई थी। रंजना पति और बेटे के शवों के साथ रह रहीं थीं।
पुलिस ने बताया कि परिवार होम आइसोलेशन में था, इसी दौरान पिता-पुत्र की मौत हो गई। रंजना दिव्यांग हैं इसलिए वह बाहर नहीं निकल सकीं। इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे के मुताबिक एलडीए कॉलोनी स्थित मकान नम्बर-215 में अरविंद (60) परिवारीजनों के साथ रहते थे। शनिवार रात में स्थानीय लोगों को मकान में बदबू महसूस हुई तब उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को सूचना दी।
मदद के लिए चिल्लाती रहीं, लेकिन किसी ने नहीं सुनी आवाज
इंस्पेक्टर के मुताबिक अरविंद की पत्नी चल नहीं सकती थीं। ऐसे हालात में वह घर में ही किसी की मदद का इंतजार कर रहीं थीं। उनके सामने पति का शव पड़ा था। पुलिस के मुताबिक रंजना कोरोना संक्रमित लग रहीं हैं। उनकी तबीयत भी काफी खराब है। पति और बेटे की मौत का पता चलने के बाद रंजना ने मदद के लिए कई बार आवाज दी थी लेकिन कोई उनकी आवाज नहीं सुन सका।
चार दिन से पिता-पुत्र दिखे नहीं थे
पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि शायद अरविंद और आशीष कोराना संक्रमित थे इसलिए परिवार होम आइसोलेशन में था। चार दिन से वह दोनों भी किसी को नजर नहीं दिखे थे।
कृष्णानगर में ही एक संक्रमित का शव और मिला
कृष्णानगर के डी-वन में विवेक शर्मा (35) रहते थे। वह कोरोना संक्रमित होने के कारण घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। शनिवार शाम पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि घर से बदबू आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के दरवाजे खोले तो विवेक का शव मिला। इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे के मुताबिक विवेक के एक रिश्तेदार कुशीनगर में न्यायिक अधिकारी हैं। जिन्हें सूचना दी गई है। विवेक की बहन वाराणसी और भाई कोलकाता में हैं। सभी को फोन किया गया लेकिन कोई भी नहीं आया। ऐसे में नगर निगम की टीम ने एक संस्था के साथ मिलकर अंतिम संस्कार करवा दिया।
पिता-पुत्र का निकाला गया शव
हाइलाइट्स:
- लखनऊ के कृष्णा नगर में रहता था परिवार
- कोरोना पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में थे पिता-पुत्र
- पिता-पुत्र के साथ दिव्यांग मां भी घर में ही थी
- होम आइसोलेशन में ही पिता-पुत्र की मौत हो गई और दिव्यांग मां मदद के लिए चिल्लाती रही
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां के कृष्णानगर की एलडीए कॉलोनी में शनिवार रात अरविंद गोयल (60) और उनके बेटे आशीष (25) के शव घर में मिले हैं। लाशें बुरी तरह से सड़ चुकी थीं। पास में ही अरविंद की पत्नी रंजना बेसुध मिली हैं। उन्हें पुलिस ने गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के मुताबिक पिता-पुत्र के शव देख कर लग रहा है कि उनकी मौत तीन-चार दिन पहले हो गई थी। रंजना पति और बेटे के शवों के साथ रह रहीं थीं।
पुलिस ने बताया कि परिवार होम आइसोलेशन में था, इसी दौरान पिता-पुत्र की मौत हो गई। रंजना दिव्यांग हैं इसलिए वह बाहर नहीं निकल सकीं। इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे के मुताबिक एलडीए कॉलोनी स्थित मकान नम्बर-215 में अरविंद (60) परिवारीजनों के साथ रहते थे। शनिवार रात में स्थानीय लोगों को मकान में बदबू महसूस हुई तब उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को सूचना दी।
मदद के लिए चिल्लाती रहीं, लेकिन किसी ने नहीं सुनी आवाज
इंस्पेक्टर के मुताबिक अरविंद की पत्नी चल नहीं सकती थीं। ऐसे हालात में वह घर में ही किसी की मदद का इंतजार कर रहीं थीं। उनके सामने पति का शव पड़ा था। पुलिस के मुताबिक रंजना कोरोना संक्रमित लग रहीं हैं। उनकी तबीयत भी काफी खराब है। पति और बेटे की मौत का पता चलने के बाद रंजना ने मदद के लिए कई बार आवाज दी थी लेकिन कोई उनकी आवाज नहीं सुन सका।
चार दिन से पिता-पुत्र दिखे नहीं थे
पुलिस को पड़ोसियों ने बताया कि शायद अरविंद और आशीष कोराना संक्रमित थे इसलिए परिवार होम आइसोलेशन में था। चार दिन से वह दोनों भी किसी को नजर नहीं दिखे थे।
कृष्णानगर में ही एक संक्रमित का शव और मिला
कृष्णानगर के डी-वन में विवेक शर्मा (35) रहते थे। वह कोरोना संक्रमित होने के कारण घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। शनिवार शाम पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि घर से बदबू आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के दरवाजे खोले तो विवेक का शव मिला। इंस्पेक्टर कृष्णानगर महेश दुबे के मुताबिक विवेक के एक रिश्तेदार कुशीनगर में न्यायिक अधिकारी हैं। जिन्हें सूचना दी गई है। विवेक की बहन वाराणसी और भाई कोलकाता में हैं। सभी को फोन किया गया लेकिन कोई भी नहीं आया। ऐसे में नगर निगम की टीम ने एक संस्था के साथ मिलकर अंतिम संस्कार करवा दिया।
पिता-पुत्र का निकाला गया शव