कैसे बनाएं 2018 की होली को खास, क्या है होली का महत्व

616

भारत में हर त्यौहार बेहद ही उत्साह के साथ मनाया जाता है .सभी त्योहारों के बीच आता है होली का त्यौहार जोकि वसंत ऋतु का प्रतिक है. होली को रंगों का त्यौहार भी कहा जाता है. इस साल का रंगोत्सव 2 मार्च को मनाया जाएगा.

इसलिए मनता है त्यौहार

विक्रम सवंत हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह पर्व फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को आता है. होली का ये त्यौहार वसंत के आने और सर्दियों के जाने का भी प्रतीक माना जाता है.

बड़ी होली से पहले छोटी होली वाले दिन पवित्र अग्नि जलाते हैं, यह रोशनी प्रहलाद   की अच्छाई पर जीत का उदाहरण है. जिसमें उसके पिता हिरण्यकश्यप और बुआ होलिका की बुराई जलकर समाप्त हो गई थी. अभिमानी राजा  हिरण्यकश्यप द्वारा औरों के लिए बनाया जाल खुद पर ही भारी पड़ गया. बता दें की हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रहलाद ने अपने अहंकारी पिता की पूजा करने से इंकार कर दिया. जिसके तहत घमंडी राजा का अभिमान चूर-चूर हो गया और उसने अपनी बहन होलिका के साथ मिलकर चिता पर बैठने की योजना बनाई. होलिका के पास एक ऐसा कपड़ा था जिसे ओढ़ने के बाद उसे आग में किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता. लेकिन ये कपड़ा होलिका के पास से उड़कर प्रहलाद के पास पहुँच गया और ऐसे में प्रहलाद की जान बच गयी और होलिका उस आग में जल गयी. यही कारण है कि होली को बुराई पर अच्छाई का जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है.

ट्राय करें ये व्यंजन

होली पर बनाई जानें वाली सबसे लोकप्रिय मिठाई है गुजिया , जिसे खोया भरकर पकाया जाता है. इसके अलावा ठंडाई  गोल गप्पे, दाल कचौरी, पापडी चाट, कचौरी, दही भल्ले, छोले भटूरे, कांजी वड़ा के अलावा अन्य कई तरह के नमकीन होली के मौके पर बनाते हैं.

बढ़ती तकनीक के बतौर होली के त्यौहार पर हम विभिन्न प्रकार की गुजिया बना सकते है जैसे गाजर की गुजिया, बेक्ड ओट्स गुजिया आदि.

खजूर और अंजीर गुजिया

खजूर और अंजीर बहुत हेल्दी सामग्री हैं इनका इस्तेमाल आप खोए की जगह कर सकते हैं. यह गुजिया उन लोगों के लिए भी अच्छा आप्शन है जिन्हें मधुमेह की बीमारी की शिकायत है. गुजिया को और ज्यादा हेल्दी बनाने के लिए आप इन्हें फ्राई करने की जगह बेक करें.