भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने उनपर चुनावी राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने परोक्ष रूप से यह कहा कि पीएम ने वैक्सीनेशन के दौरान भी 3 राज्यों को चुनावों में प्रचार करने की कोशिश की। पीएम के असम का गमछा पहने होने पर कांग्रेस ने कहा कि अगर वह अपने हाथ में महर्षि अरविंद की फोटो और गीतांजलि ले लेते तो पांच राज्य के चुनाव सध जाते।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि पीएम ने कोरोना की दवा लगवाते वक्त असम का गमछा पहना और केरल और तमिलनाडु की नर्स की मदद ले रहे हैं। मैंने सोचा कि संयोग से तीन स्टेट के चुनाव के साथ मोदी जी का वैक्सीनेशन जुड़ा है। अधीर रंजन ने कहा कि मुझे ऐसा लगा कि पीएम के वैक्सीनेशन में चुनाव हावी है और तभी मैंने सोचा कि अगर पीएम एक हाथ में गीतांजलि और एक हाथ में ऋषि अरविंद की फोटो हो जाती तो पांच राज्य के चुनाव सध जाते।
वहीं एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कोवैक्सीन को लेकर भी बड़ा सवाल खड़ा किया। ओवैसी ने जर्मन सरकार के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि वहां की सरकार ने यह बताया कि कोवैक्सीन 64 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों पर उतना इफेक्टिव नहीं है, जितना कि 18 से 64 साल के आयुवर्ग वालों के लिए। ऐसे में क्या सरकार इस संबंध में लोगों का भ्रम दूर कर सकती है।
भारत में 16 जनवरी 2021 से कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था। उससे पहले, 3 जनवरी को Covishield और Covaxin को मंजूरी दी गई। Covishield को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और अस्त्राजेनेका के रिसर्चर्स ने डिवेलप किया है जबकि Covaxin को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और भारत बायोटेक ने। Covishield का फेज 3 ट्रायल पूरा होने के बाद उसे अप्रूवल मिला था जबकि Covaxin तब फेज 3 ट्रायल से गुजर रही थी।
ऐसे में Covaxin को लेकर सवाल उठाने वालों की कमी नहीं थी। विपक्षी सदस्यों की तरफ से Covaxin को कई बार कठघरे में खड़ा किया गया।बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह कोरोना वायरस की वैक्सीन लगवाई। उन्हें दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में पहला डोज दिया गया। पीएम मोदी को भारत बायोटेक की बनाई कोविड वैक्सीन Covaxin दी गई है।
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