नई दिल्ली: भारत के कई शहरों में बर्ड फ्लू फैलने के बाद पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स को लेकर डर का माहौल बन गया है. इस बीच लोगों ने अंडा, चिकन आदि खाना कम कर दिया या फिर डर-डरकर खा रहे हैं कि कहीं बर्ड फ्लू की वजह से उनकी सेहत पर कोई असर ना हो.
इस बीच बर्ड फ्लू के प्रसार को प्रभावी रूप से रोकने में मिल रही सफलता को देखते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को निर्देश दिया कि राज्य सरकारें उन इलाकों में पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स की बिक्री को फिर से शुरू करने की अनुमति दें, जहां बर्ड फ्लू अभी तक नहीं फैला है.
मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय (FAHD) की तरफ से कहा गया कि सरकार को बर्ड फ्लू की रोकथाम में कामयाबी मिली रही है. बर्ड फ्लू का वायरस 70 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान होने पर नष्ट हो जाता है, इसलिए अच्छी तरह से पका चिकन या अन्य पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स खाने से कोई समस्या नहीं होगी.
इसके अलावा मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने ये भी कहा कि राज्य सरकारों को निर्देश दिया गया है कि पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स की बिक्री पर लगे बैन को हटा दिया जाए. जिन इलाकों में बर्ड फ्लू नहीं फैला है, वहां पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स की बिक्री से कोई खतरा नहीं है.
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मंत्रालय के मुताबिक, 15 जनवरी 2021 को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर, राजगढ़, छिंदवाड़ा, धार, सागर और सतना जिले में पक्षियों में बर्ड फ्लू पाया गया. इसके अलावा उत्तराखंड के देहरादून, दिल्ली के रोहिणी और राजस्थान के जयपुर में बर्ड फ्लू से ग्रसित पक्षी पाए गए.
केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया कि बर्ड फ्लू को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा बर्ड फ्लू को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं. हम उनके लिए भी लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं.