Coronavirus: दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने पिछले साल 28 नवंबर को अपने आदेश में कोविड-19 के कारण दिल्ली सरकार के दफ्तरों में (ग्रेड- एक से नीचे के) कर्मचारियों की मौजूदगी 50 फीसदी तक सीमित कर दी थी. हालांकि इसमें जरूरी सेवा से जुड़े कर्मी शामिल नहीं थे.
नई दिल्ली: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज से वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) खत्म हो गया. दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के लगातार कम होते मामलों के मद्देनजर सरकारी दफ्तरों में सभी कर्मचारियों को उपस्थित रहने की अनुमति दे दी है. इस बीच आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण (Vaccination) अभियान भी शुरू हो रहा है.
बता दें कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के मुख्य सचिव विजय देव की तरफ से गुरुवार को जारी किए गए आदेश के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले काफी कम हुए हैं. इसके मद्देनजर ये फैसला किया गया है कि दिल्ली (Delhi) के सरकारी दफ्तरों में अब सभी कर्मचारी मौजूद रहेंगे, कोई भी अपने घर से काम नहीं करेगा. यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है.
दिल्ली में लगातार घटे कोरोना के मामले
डीडीएमए के आदेश के अनुसार, सभी सरकारी, स्वायत्त निकायों, स्थानीय निकायों, पीएसयू और निगमों के कर्मचारियों की ऑफिस में 100 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य है. जान लें कि डीडीएमए ने पिछले साल 28 नवंबर को अपने आदेश में कोविड-19 के कारण दिल्ली सरकार के दफ्तरों में (ग्रेड- एक से नीचे के) कर्मचारियों की मौजूदगी 50 फीसदी तक सीमित कर दी थी. हालांकि इसमें जरूरी सेवा से जुड़े कर्मी शामिल नहीं थे.
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आज सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा शुरू
गौरतलब है कि दुनियाभर में सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत आज शनिवार को दिल्ली में की जाएगी. इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आज से देशभर में कोरोना वायरस से छुटकारा पाने के लिए सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होगा. जान लें कि वैक्सीनेशन के रोलआउट से पहले ही देशभर में 3,006 साइट निर्धारित की गई हैं. यहां पर 3 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थकेयर वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी.
पहले चरण में इतने लोगों को दी जाएगी कोरोना वैक्सीन
बता दें कि केंद्र सरकार ने पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन (Vaccine) लगाने की योजना बनाई है. इसमें 1 करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स, 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और 27 करोड़ बुजुर्ग व गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग शामिल हैं.